धर्म ग्रंथों की बेअदबी द्वारा पंजाब का माहौल बिगाड़ने की कोशिश

punjabkesari.in Friday, Dec 24, 2021 - 04:42 AM (IST)

जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहे हैं, पंजाब का माहौल खराब करने के लिए देश विरोधी तत्वों ने लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने की नापाक कोशिशें तेज कर दी हैं। कुछ दिनों से राज्य में विभिन्न धर्मों के धर्मस्थलों और पवित्र ग्रंथों की बेअदबी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इनकी शुरूआत अमृतसर से हुई जो बाद में चार जगहों पर भी हो गईं। 

* 15 दिसम्बर को दरबार साहिब, अमृतसर में एक युवक पर पवित्र गुटका साहिब को सरोवर में फैंकने का आरोप लगा। 
* 18 दिसम्बर को श्री दरबार साहिब में एक युवक, जो यू.पी. का बताया जाता है, सचखंड साहिब के निकट जंगला फांद कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की ओर पहुंच गया तथा उसने पवित्र रुमाला साहिब को पैरों के नीचे रौंदा और कृपाण उठाकर बेअदबी की। इस युवक को गुरु ग्रंथ साहिब की सेवा में बैठे सेवादारों ने पकड़ कर टास्क फोर्स के हवाले कर दिया परंतु गुस्साई संगत ने पीट-पीट कर उसे मार डाला। युवक ने गुरुद्वारा साहिब में लंगर भी खाया था। एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष स.हरजिंद्र सिंह धामी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘‘यह सिख कौम को उत्तेजित व माहौल खराब करने वाली घटना है। हम अपनी 6 सदस्यीय ‘सिट’ बनाकर मामले की जांच करेंगे।’’ 

* 19 दिसम्बर को कपूरथला में गांव निजामपुर के गुरुद्वारा साहिब में एक युवक को निशान साहब से छेड़छाड़ करने के आरोप में आक्रोशित भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। पहले इस युवक की अखबारों में छपी तस्वीर देख कर एक महिला ने आशंका जताई थी कि वह उसका लापता भाई हो सकता है पर बाद में उसने कह दिया कि उसका भाई तो मिल गया है। 

* 19 दिसम्बर को ही बटाला के गांव कोटली भान सिंह स्थित गुरुद्वारा साहिब में रात के समय बेअदबी के प्रयास का मामला सामने आया जब कुछ संदिग्धों ने मुख्य दरवाजे के ताले तोड़ कर अंदर घुसने की कोशिश की परंतु हैड ग्रंथी और कमेटी प्रधान के शोर मचाने पर वे फरार हो गए। 

* 22 दिसम्बर को जालंधर में एक व्यस्त चौक के निकट कुछ शरारती तत्वों ने ईसाइयों के ग्रंथ बाईबल के कुछ पृष्ठ मोड़ कर सड़क पर फैंक दिए।  
* 22 दिसम्बर को ही अजनाला के लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा, पवित्र श्रीमद भगवद् गीता जी तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों को जमीन पर फैंक कर बेअदबी करने का मामला सामने आया। उक्त घटनाओं को देखते हुए राज्य में हाई अलर्ट जारी करके मंदिरों, गुरुद्वारों व अन्य धर्मस्थलों पर चौकसी बढ़ाने, सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं। 

अब जबकि चुनाव सिर पर हैं, समाज विरोधी तत्वों को राज्य में भाईचारा भंग करने की अनुमति किसी भी कीमत पर नहीं दी जानी चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि इन मामलों की जांच में तेजी लाई जाए और आने वाले खतरे को भांपते हुए स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार कठोरतम प्रबंध करे ताकि लोगों में सौहार्द बना रहे।—विजय कुमार                                   


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