‘देश के रखवाले’ ये ‘दबंग और टल्ली’ पुलिस वाले क्या-क्या गुल खिलाते हैं

Sunday, Aug 30, 2015 - 12:40 AM (IST)

देश में कानून व्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है। सर्वाधिक चिंता की बात यह है कि कानून के रक्षक ही कानून के भक्षक बन रहे हैं। पुलिस वालों की ऐसी करतूतें लगातार सामने आ रही हैं जिनसे पता चलता है कि पुलिस बल के चंद सदस्य किस हद तक कत्र्तव्य विमुख हो चुके हैं। इनकी हाल ही की चंद करतूतें निम्र में दर्ज हैं : 

* 29 दिसम्बर, 2014 को दिल्ली के पांडव नगर में तैनात अशोक नामक नशे में धुत्त एक सिपाही ने 10 महीने के एक मासूम को अपनी कार से कुचल कर मार डाला। आरोप है कि कांस्टेबल ने पहले तो अपनी कार उसके ऊपर चढ़ा दी जिससे बच्चा घायल हो गया। इसके बाद अशोक ने कार रिवर्स कर दोबारा बच्चे को कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई और बच्चे को बचाने की कोशिश में उसकी मां भी घायल हो गई।
 
* 24 जुलाई, 2015 को फिल्लौर स्थित एक होटल में अपने साथियों के साथ खाना खाने के बाद होटल मालिक द्वारा 1500 रुपए का बिल मांगने पर अपनी वर्दी की धौंस दिखाने वाले फिल्लौर इलाके के डी.एस.पी. अश्विनी अत्री को 6 अगस्त को सस्पैंड कर दिया गया। 
 
* 3 अगस्त को रायगढ़ में जूट मिल चौकी के हवलदार विजय बंजारे ने सुबह-सवेरे ही नशे में धुत्त होकर चौकी में खूब बवाल मचाने के बाद वायरलैस पर अपने उच्चाधिकारियों को गालियां बकनी शुरू कर दीं जो एस.पी. और ए.एस.पी. ने सुन लीं जिस पर उसे लाइन हाजिर कर दिया गया।
 
* 15 अगस्त को महाराष्ट के ठाणे में शराब के नशे में धुत्त पुलिस कांस्टेबल मंगेश कंजाने ने 4 बाइक सवार युवकों को रोक कर उन्हें थप्पड़ मारने शुरू कर दिए और अपनी सॢवस रिवाल्वर से गोली मारने की धमकी भी दी। 
 
* 17 अगस्त को केवल अंडरवियर पहने उत्तर प्रदेश पुलिस के एक नशे में धुत्त पुलिस कर्मचारी ने हापुड़ रेलवे स्टेशन पर जम कर हंगामा किया और जब अन्य पुलिस अधिकारी उस पर काबू पाने में सफल न हुए तो वे उसे दोनों हाथों और दोनों पैरों से उठाकर वहां से ले गए। 
 
* 18 अगस्त को पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई थाना क्षेत्र के कमरूद्दीन नगर में महीना न देने पर अजहर नामक एक रेहड़ी लगाने वाले पर नांगलोई थाने में तैनात कांस्टेबल जगदीश ने खौलते हुए तेल की कड़ाही ही उलट दी।
 
* 19 अगस्त को नाभा से भवानीगढ़ जा रही बस में यात्रा कर रही एक छात्रा के साथ एक पुलिस कर्मचारी ने छेड़छाड़ शुरू कर दी जिस पर लड़की ने चिल्लाना शुरू कर दिया तो ड्राइवर ने बस थाने के अंदर ले जाकर खड़ी कर दी जहां पुलिस ने दोषी पुलिस कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया।
 
* 23 अगस्त को वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में नई दिल्ली मैट्रो में सवार नशे में धुत्त सलीम पी.के. नामक दिल्ली पुलिस के हैडकांस्टेबल ने खाकी को बुरी तरह शर्मसार किया। पहले तो उसने अपनी शर्ट उतार दी और फिर चलती मैट्रो का दरवाजा खोलने की कोशिश में कई बार फर्श पर गिरा।
 
इस हैडकांस्टेबल की हालत इतनी खराब थी कि वह एक जगह संभल कर खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। हालांकि दिल्ली मैट्रो में शराब पीकर यात्रा करने पर जुर्माने का प्रावधान है परंतु मैट्रो के सुरक्षा कर्मियों ने इस पुलिसिए  पर कोई कार्रवाई नहीं की जिसे लेकर तरह-तरह के प्रश्र उठ रहे हैं। 
 
* 22 अगस्त को मध्यप्रदेश के रतलाम में नशे में धुत्त 2 पुलिस कर्मचारियों ज्ञानेंद्र सिंह चौहान तथा अमित ने एक नाबालिग के घर में घुस कर उसकी जम कर पिटाई कर दी जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। 
 
पुलिस कर्मचारियों की करतूतों के ये तो चंद उदाहरण हैं। ऐसे और भी मामले हुए होंगे जो सामने नहीं आ सके। यदि रक्षक ही भक्षक बन कर आम जनता पर अत्याचार तथा समाजविरोधी कृत्य करने लगेंगे तो फिर आम आदमी की सुरक्षा किस प्रकार सुनिश्चित हो सकती है। अत: आवश्यक है कि समाज के ऐसे अपराधियों को शिक्षाप्रद तथा कठोर दंड दिया जाए ताकि दूसरों को ऐसा न करने की नसीहत मिले।
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