मुंबई में खूब लोकप्रिय है डेटिंग एप्प ‘टिंडर’

Wednesday, Mar 04, 2015 - 12:15 AM (IST)

(प्रशस्ति सत्यानंद शैट्टी) लोकप्रिय अमरीकी डेटिंग एप्प ‘टिंडर’ मुम्बई महानगर में खूब लोकप्रिय हो रहा है। युवा और प्रौढ़ दोनों ही इसका लाभ ले रहे हैं। मुम्बई के लोग न केवल इसे अपने फोन पर इंस्टाल कर रहे हैं बल्कि अपनी फेसबुक प्रोफाइल से भी इसे कनैक्ट कर रहे हैं और संभावित साथी की तलाश के लिए लंबी-लंबी सूचियां खंगाल रहे हैं।

लेकिन ‘टिंडर’ की लोकप्रियता के बावजूद इसके ऐसे आलोचकों की कमी नहीं, जिनका कहना है कि वे अपने जीवन में आने वाले विशेष व्यक्ति को सचमुच में मिलना ही पसंद करेंगे, न कि ‘वर्चुअल’ दुनिया में।

म्यूजिक प्रोमोटर और फ्रीलान्स लेखक कुणाल बम्बावाले का कहना है, ‘‘टिंडर को प्रयुक्त करना बहुत आसान है और इसमें किसी प्रकार की उलझन भी नहीं। फिर भी मैं यह कहना चाहूंगा कि मैं उस लड़की के प्यार में दीवाना होऊंगा, जो मुझे किसी कारोबारी मीटिंग या कॉफी शॉप में मिलेगी न कि उससे जो मुझसे ऑनलाइन रोमांस करेगी।’’

यह एप्प केवल मोबाइल फोन पर ही उपलब्ध है। यह यूजर को अन्य टिंडर यूजरों की छांटी हुई प्रोफाइल पिक्चरें प्रस्तुत करता है, जिनको स्क्रीन के दाएं से बाएं और बाएं से दाएं की ओर स्वाइप किया जा सकता है। जिस दिशा में आप अपनी उंगली को स्वाइप करते हैं, उसी से यह तय होता है कि ‘मैच’ आपके लिए उपयुक्त है कि नहीं।  यदि आप बाईं ओर स्वाइप करते हैं तो इसका उत्तर होता है ‘न’। तथा दाईं ओर का मतलब है कि आप इसे ‘लाइक’ करते हैं।

‘टिंडर’ को अगस्त 2012 में लांच किया गया था और इसने 2013 के बैस्ट न्यू स्टार्टअप के लिए ‘क्रंची अवार्ड’ हासिल किया था। इसके यूजरों की संख्या डेढ़ अरब को पार कर गई है। स्टोर से जैसे ही आप इस एप्प की खरीद करते हैं, यह स्वत: ही आपके  फेसबुक अकाऊंट से तालमेल बिठा लेता है। यह यूजर से पूछता है कि वह कितनी दूरी के अंदर-अंदर अपने संभावित डेटिंग साथी की तलाश करना चाहता है। 2 किलोमीटर से लेकर 161 किलोमीटर तक के विकल्प उपलब्ध हैं। आप द्वारा दर्ज किए गए फासले के अंदर-अंदर जितने भी संभावित साथी आपके बन सकते हैं, उनकी सूची स्क्रीन पर आ जाती है। और फिर आप द्वारा चयनित प्रोफाइल से चैट करने का विकल्प उपलब्ध करवाता है।

जब 2 लोग आपस में एक-दूसरे की प्रोफाइल को दाईं ओर स्वाइप करते हैं तो उनका आपस में ‘मैच’ बन जाता है और ‘टिंडर’ उन्हें ऑनलाइन चैट करने की अनुमति दे देता है और दोनों को पूछता है कि क्या वे एक-दूसरे के साथ डेटिंग के लिए बाहर जाना पसंद करेंगे।

युवा उद्यमी भरत डिमरी कहते हैं, ‘‘मुझे लगता है कि टिंडर हमें पीछे की ओर धकेल रहा है। यह सजीव मानवीय अंतर क्रिया की बजाय आभासीय (वर्चुअल) अंतरक्रिया को बढ़ावा देता है और इसी के बूते पर आपने अपनी संभावित ‘डेट’ का चयन करना होता है। यदि यूजरों को कोई उपयुक्त ‘मैच’ नहीं मिलता तो उनके आत्मसम्मान की भावना कमजोर होगी।’’ (डी.)

Advertising