भूमि अधिग्रहण कानून-अंग्रेजो की मोटर पर सवार मोदी सरकार

punjabkesari.in Friday, Feb 27, 2015 - 03:50 PM (IST)

आजकल दिल्ली में काफी हलचल है। संसद में हंगामा है। किसानों की कामीनें अपनी मर्जी से हथियाने के लिए लाए जा रहे भूमि अधिग्रहण कानून पर अन्ना भी मैदान में आ जुटे हैं। लुटियन की दिल्ली में आसमान के बादल कम है पर आशंकाओं से घिरे बादल ज्यादा हैं। इस आशंका के संदर्भ में एक बहुत पुराने दस्तावेकाों को खंगालते हैं जिनमें से दिलचस्प जानकारियां मिल सकती हैं।

क्या आप जानते हैं कि अंग्रेजी साम्राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक यू.एस.पी क्या था? बतातें हैं। अंग्रेज की मूल धारणा थी। गुलाम मुल्क पर नियंत्रण रखने के लिए जो परिस्थिति शासन की पक्षधर हो, उसे कानून बना दो। आज के आजाद भारत में अभी भी पुरानेकानून ही चलते हैं। किसी व्यक्ति को गाड़ी का ड्राईवर कुचल कर मार भी डाले तो गाड़ी चलाने वाले की थाने में बैठा मुंशी भी जमानत ले सकता है। कारण। जब ये कानून बना था तब मोटर गाड़ी अंग्रेजों के ही पास हुआ करती थी। इस कानून को बनाने के पीछे अंग्रेज ने अपने अधिकारियों को सेफ रखने की नीयत थी। दफा 452 के तहत आप किसी के घर में बिना मालिक की अनुमति से घुस जाते हैं व उसे घूर कर देख लेते हैं तो ये धारा आप पर लग सकती है। अंग्रेज ने इस कानून को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा था कि कुल जमा एक लाख अंग्रेज शासकों के घर में यदि करोंड़ों हिंदुस्तानी घुस जाएं तो कोई भी अंग्रेज जिंदा ही नहीं बचेगा। धारा 452 के तहत बुक हुए व्यक्ति की जमानत में तीन महीने लगते हैं। वो भी हाईकोर्ट जा कर। ये कानून आज भी कायम है। 

इन तथ्यों की रौशनी में एक बात ही समझ में आती है कि पुराने कानून तो बदले नहीं गए पर उन कानूनों के सहारे देश चलाने वाले सुप्रीम कमांडर मोदी साहिब की सरकार ने अपने बड़े बड़े दोस्तों को चुनावी मदद के बदले किए गए वायदों को वफा से निभाने के लिए अंग्रेकाों की ही नीति का सहारा ले लिया है। अब जो अडानी-अंबानी को सूट करेगा (यह निजी टिप्पणी नहीं नाम केवल संदर्भ के लिए ही लिखे गए हैं।) वो कानून बना दिया जाएगा। बोलो भारत माता की जय।
 

-अर्जुन शर्मा
arjunketeer67@gmail.com


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