आटो चालक ने लौटाई डेढ़ लाख रुपए की ‘सोने की चेन’

Sunday, Feb 15, 2015 - 12:05 AM (IST)

(नवीता सिंह) कमरुद्दीन शेख को गत क्रिसमस सप्ताह हमेशा याद रहेगा क्योंकि इस दौरान मुम्बरा के रहने वाले एक नेकदिल आटो चालक ने 1.5 लाख रुपए के स्वर्ण आभूषण उन्हें लौटा दिए।

शेख अपना बैग आटो में भूल गए थे और इसमें उनके खाने-पीने की चीजों के अलावा सोने की चेन और कुछ नकदी थी। वह अपनी बीवी और 10 वर्षीय बच्चे के साथ 20 दिसम्बर को एक शादी में शामिल होने के लिए  कौसा स्थित सोमैय्या हाल जाने के लिए 38 वर्षीय इकबाल मुकद्दम के आटो में सवार हुए थे। उस समय आधी रात का समय था। उस दिन कोई रेलगाड़ी उपलब्ध नहीं थी। मुलुंड पहुंच कर उन्होंने कुर्ला के लिए दूसरा आटो लेना था।

जैसे ही वे मुलुंड पहुंच कर इस आटो से उतरे और दूसरे आटो को आवाज लगाई, वे जल्दी में अपना बैग उठाना भूल गए। जैसे ही उन्हें अपने बैग की याद आई तो उन्होंने पूर्व आटो चालक की तलाश शुरू कर दी और इलाके के सभी आटो चालकों को अपने पते वाला कार्ड बांट दिया।

सोमवार शेख को उनके पत्नी के दर्जी रामजी का फोन आया। रामजी कुर्ला (वैस्ट) के सोनापुर के एक कूचे में दुकान चलाता है। उसने सूचना दी कि उसकी दुकान में मुम्बरा का रहने वाला एक आटो चालक बैठा है। आटो चालक ने बहुत प्रयासों के बाद रामजी टेलर्ज की दुकान ढूंढी थी। रामजी का फोन मिलते ही कमरुद्दीन की पत्नी अलमस शेख इस दुकान पर पहुंच गई। आटो चालक इकबाल मुकद्दम ने उन्हें बताया कि वह बैग अपने साथ लेकर नहीं आया और वे मुम्बरा के अमृतनगर स्थित उसके घर से यह बैग प्राप्त कर सकते हैं।

23 दिसम्बर को अलमस उनके घर गई और उससे बैग सही-सलामत हासिल किया। अलमस ने बताया, ‘‘इकबाल के माता-पिता बीमारी से ग्रस्त हैं और बिस्तर पर ही रहते हैं। इनके साथ-साथ इकबाल को अपने 3 बच्चों और पत्नी की भी चिंता करनी पड़ती है। बेशक वह एक जरूरतमंद इंसान है, फिर भी लालची नहीं और उसने उनका बैग और सामान सही-सलामत वापस कर दिया।’’ अलमस उसकी इस निष्काम भावना से बहुत प्रभावित हुई।

इकबाल ने बताया कि जो पैसा उसने कमाया नहीं, उस पर उसका किसी प्रकार का अधिकार नहीं बनता और ऐसी सम्पत्ति को अपने पास रखना चोरी करने के तुल्य है। इकबाल की पत्नी ने उसे कहा कि वह कम से कम एक माह तक इस बैग के मालिक का पता लगाए। यदि इस अवधि में मालिक का पता न चला तो फिर इस सारी  राशि को दान कर देना। इकबाल ने बताया कि इससे पहले भी वह 4-5 लोगों का गुम हुआ सामान उन्हें लौटा चुका है। एक बार कोई व्यक्ति उसके आटो में अपना बैग भूल गया जिसमें बेशक नकदी नहीं थी लेकिन अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। यह उत्तर प्रदेश के किसी व्यक्ति का सामान था। इकबाल ने बैग में से प्राप्त हुए पते पर ही इस बैग को दस्तावेजों समेत कोरियर से भेज दिया। (डी.)

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