अनंतनाग आप्रेशन बेशक खत्म मगर जंग अभी जारी

punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2023 - 05:19 AM (IST)

जम्मू -कश्मीर के अनंतनाग जिले में कोकरनाग के सदूल जंगली इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के मध्य मुकाबले का जायजा लेने के उपरांत  कश्मीर जोन के ए.डी.जी.पी. विजय कुमार ने 19 सितम्बर को बताया कि 7 दिनों से चल रहा आतंकियों संग मुकाबला 2 आतंकियों के मारे जाने के साथ ही खत्म हो गया। 

उन्होंने अनंतनाग में पत्रकारों से जानकारी को सांझा करते हुए बताया कि मुकाबले के दौरान हमारे पास 2-3 आतंकियों के बारे में सूचना थी। उनमें से लश्कर-ए-तोयबा के आतंकी कमांडर उजैर खान की लाश मिलने की पुष्टि हुई है और दूसरे की लाश अभी बरामद करनी बाकी है जिसके लिए तलाशी अभियान जारी रहेगा। उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लैफ्टिनैंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी तथा 15 कोर कमांडर के लैफ्टिनैंट जनरल राजीव घई ने मौके पर पहुंच कर आप्रेशन का जायजा लिया जोकि 19 सितम्बर को 7वें दिन में पहुंच गया था। यह मेरा निजी अनुभव है कि जब अत्याधुनिक हथियारों, संचार साधनों के साथ लैस होकर जंगली वारफेयर के बारे में सख्त सिखलाई प्राप्त करने के साथ इलाके की भी पूरी जानकारी रखने वाले आतंकियों को सेना की ओर से पीछा करने वाली सूचना जरूर लग गई होगी। 

सैन्य आईने से मैं यह महसूस करता हूं कि आतंकियों ने बड़ी तेजी के साथ उस क्षेत्र में घात लगा ली होगी जहां से हमारी सेना ने गुजरना था। जैसे ही संयुक्त बलों ने आतंकियों की खोज में घने जंगलों की ओर बढऩा शुरू किया तो घात लगाकर बैठे आतंकियों ने लगातार जोरदार गोलाबारी आरंभ कर दी। 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग अफसर अपने बहादुर जवानों के साथ बड़ी दृढ़ता और दिलेरी से मोर्चा संभाले बैठे थे। आतंकियों का मुकाबला करते हुए कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए। उसके साथ ही 13 सितम्बर को मेजर आशीष धौनक और पुलिस के डी.एस.पी. हुमायूं गंभीर रूप में जख्मी हो गए जोकि बाद में दम तोड़ गए। पंजाब का एक अन्य जवान प्रदीप सिंह जोकि मुकाबले के दौरान लापता हो गया था उसकी लाश भी 18 सितम्बर को बरामद हुई। 

उल्लेखनीय है कि अभी कोकरनाग का आप्रेशन जारी था तो बारामूला के उड़ी क्षेत्र में एल.ओ.सी. के निकट 16 सितम्बर को सेना के जाबांज सूरमाओं ने पाकिस्तान के नाजायज कब्जे वाले कश्मीर (पी.ओ.के.) की तरफ से घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए तीन आतंकियों को हलाक कर दिया। सेना की 161 इन्फैंटरी ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर पी.एम.एस. ढिल्लों ने बारामूला में प्रैस कांफ्रैंस में बताया कि मारे गए आतंकियों से 5 किलो आई.ई.डी., 2 ए.के. असाल्ट राइफल्स, 7 ग्रेनेड, पिस्टल और 46 हजार रुपए इंडियन करंसी तथा और भी जंगी सामान बरामद हुआ। 

बाज वाली नजर : 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाने के उपरांत और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में तबदील करने से खुशहाली की किरण दिखाई देने लगी है। सरकारी सूत्रों के अनुसार आतंकी गतिविधियों में 32 फीसदी कमी आई है और बीते वर्ष करीब 1.88 करोड़ पर्यटकों ने वादी-ए-कश्मीर का आनंद माना है। कारोबार में फिर से बढ़ौतरी होना स्वाभाविक है कि पड़ोसी मुल्क को रास नहीं आ रहा है। जिक्रयोग्य है कि जनवरी 2021 और 30 मई 2023 के दरम्यान 24 सुरक्षाकर्मियों और 75 नागरिकों को पीर पंजाल रेंज के दोनों ओर अपनी जानें कुर्बान करनी पड़ी हैं जिनमें 1 जनवरी को आतंकियों ने राजौरी के गांव डांगरी में 7 नागरिकों को मौत के घाट उतारा। फिर 20 अप्रैल को पुंछ के क्षेत्र में 5 सुरक्षा कर्मचारी तथा 5 मई को फिर 5 जवान कांडी राजौरी में मारे गए। 

वर्ष 2022 में टार्गेट मौतें भी हुईं। ये आंकड़े सिद्ध करते हैं कि पाकिस्तान के दिशा-निर्देशों से आतंकियों ने पीर पंजाल के उत्तरी और दक्षिणी इलाके में अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। आप्रेशन अनंतनाग में मुझे तो खुफिया तंत्र में भी कमियां नजर आती हैं और आतंकियों को स्थानीय समर्थन जरूर प्राप्त होगा। कोकरनाग क्षेत्र में न तो प्राकृतिक चश्मों की कमी है और न ही फल-फ्रूट की। हथियार और गोला-बारूद भी वहां पर काफी होगा। इसलिए भारतीय सेना को अत्याधुनिक हथियार, हैलीकाप्टर, पैराट्रूपर कमांडो फोर्स भी होनी चाहिए ताकि 2-3 आतंकियों के साथ निपटने के लिए 7 दिन न लगें।-ब्रिगे. कुलदीप सिंह काहलों (रिटा.)


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