अमिताभ बच्चन : इस ग्रह के महानायक

punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2024 - 05:14 AM (IST)

अमिताभ बच्चन को जन्मदिन की बधाई। आज उनके 82वें जन्मदिन पर, इस ग्रह पर अब तक के सबसे महान भारतीय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें यहां दी गई हैं। उनकी पहली नौकरी कोलकाता में बर्ड एंड कंपनी में एक कार्यकारी के रूप में थी, जहां उन्हें 500 रुपए मासिक वेतन मिलता था। शहर में अपने समय के दौरान उन्होंने शौकिया थिएटर समूहों द्वारा प्रस्तुत कुछ अंग्रेजी नाटकों में अभिनय किया, जिसमें स्तंभकार के पिता नील ओ’ब्रायन द्वारा निर्देशित एक नाटक भी शामिल था। उन्होंने  मृणाल सेन की फिल्म भुवन शोम में अपना ऑडियो (वॉयसओवर) डैब्यू किया। उन्होंने सत्यजीत रे की क्लासिक शतरंज के खिलाड़ी के लिए शुरूआती कथात्मक आवाज भी दी। 

-अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की शादी 3 जून, 1973 को हुई थी। यह समारोह फिलिप्स इंडिया के एस. पंडित की मालाबार हिल में एक इमारत स्काईलार्क की छत पर हुआ था। केवल उपहारों का आदान-प्रदान शादी की अंगूठियां थीं। अतिथि सूची में संजय गांधी, ऋषिकेश मुखर्जी, के.ए. अब्बास और फरीदा जलाल सहित अन्य शामिल थे। बच्चन और उनकी पत्नी ने पहली बार ‘बंसी बिरजू’ फिल्म में साथ काम किया था।
-उनके 6 पसंदीदा अभिनेता अल पचिनो, दिलीप कुमार, मार्लन ब्रैंडो, रॉबर्ट डी नीरो, शिवाजी गणेशन और उत्तम कुमार हैं।
- 2 महान भारतीय निर्देशकों ने उनके बारे में क्या कहा है। ऋषिकेश मुखर्जी का कहना है, ‘‘हिंदी फिल्म निर्देशकों ने अभिनेता के रूप में उनकी क्षमता का मुश्किल से दस प्रतिशत उपयोग किया है’’ वहीं सत्यजीत रे के अनुसार, ‘‘अमिताभ बच्चन जैसा अभिनेता असाधारण रूप से अच्छा हो सकता है।’’

-कुछ नंबर ऐसे हैं जो उनकी फिल्मों की तरह ही प्रतिष्ठित हो गए हैं। फिल्म ‘कुली’ में उनके द्वारा पहना गया कुली का बैज नंबर 786 था, और ‘दीवार’ में यह उनकी पहचान संख्या और सौभाग्य भी था। एम.वाई.बी.3047 ‘शोले’ में उनकी मोटरसाइकिल की नेम प्लेट थी।  फिल्म ‘द ग्रेट गैम्बलर’ में उनकी स्पीडबोट का नंबर 23 था।
-उनकी कई फिल्में वास्तविक जीवन के व्यक्तियों और घटनाओं से प्रेरित हैं। 1961 में पुर्तगालियों से गोवा की मुक्ति उनकी फिल्मों ‘7 हिंदुस्तानी’ और ‘पुकार’ की पृष्ठभूमि थी। फिल्म ‘काला पत्थर’ 1975 के चासनाला खनन त्रासदी पर आधारित थी, जिसमें पानी की टंकी फटने से 572 खनिकों की मौत हो गई थी। मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव 1970 के दशक में भारत के सबसे कुख्यात विश्वासघाती थे। उनके कारनामों ने फिल्म ‘मिस्टर नटवरलाल’ को प्रेरित किया।
-उन्होंने कई फिल्मों में दोहरी भूमिकाएं निभाई हैं। ‘डॉन’, ‘कसमे वादे’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘तूफान’, सूर्यवंशम’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘बेमिसाल’, ‘देश प्रेमी’, ‘आखिरी रास्ता’, ‘द ग्रेट गैम्बलर’ आदि। ‘महान’ एक ऐसी फिल्म थी जिसमें उन्होंने तिहरी भूमिकाएं निभाईं (पिता और उनके दो बेटे)! 

-प्रोडक्शन टीम के पास ‘याराना’ के गाने ‘सारा जमाना’ के लिए एक नया विचार था। एक्स्ट्रा लोगों को काम पर रखने के बजाय, आम लोगों को आने और दर्शक बनने के लिए कहा। 
- 5 अभिनेता जिन्होंने अमिताभ बच्चन को निर्देशित भी किया है। बंबई के शैरिफ और सांसद सुनील दत्त ने ‘रेशमा और शेरा’ में अभिनय और निर्देशन किया था। मनोज कुमार ने ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ में अभिनय और निर्देशन किया था। बच्चन के कई फिल्मों में सह-कलाकार रहे शशि कपूर ने भव्य इंडो-रूसी प्रोडक्शन ‘अजूबा’ का निर्देशन किया था। हास्य अभिनेता देवेन वर्मा ने ‘बेशरम’ में अभिनय और निर्देशन किया था। फिल्म और टैलीविजन अभिनेता टीनू आनंद ने  बच्चन को लेकर 3 फिल्मों का निर्देशन किया था, ‘कालिया’, ‘शहंशाह’ और ‘मैं आजाद हूं’।
-फ्रांसीसी निर्माता एलेन चमास ने उन्हें जॉन वोइट और रिचर्ड ड्रैफस के साथ फिल्म क्रॉसिंग्स के लिए साइन करने की कोशिश की। लेकिन जब उन्हें तारीखों की लॉजिस्टिक्स के बारे में बताया गया, तो निर्माता हैरान और हताश दोनों थे। एलेन ने टिप्पणी की, ‘‘यह आदमी एक स्टार नहीं है। वह एक उद्योग है’’। 

- एक कम-ज्ञात, दिल को छू लेने वाली कहानी भी है। 1979 में, बच्चन को मुंबई के नानावटी अस्पताल के एक डाक्टर का फोन आया, जिसने उन्हें कोमा में पड़ी एक छोटी लड़की के बारे में बताया।
वह ‘एंथनी’ नाम बुदबुदाती रही। डाक्टर को एहसास हुआ कि यह फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ में अमिताभ बच्चन के किरदार का नाम था। जब लड़की कोमा से बाहर आई, तो डाक्टर ने बच्चन से संपर्क किया और वह खुद अस्पताल आए और लड़की ने अपना पहला निवाला तभी खाया जब उन्होंने उसे खाना खिलाया। 
- श्री बच्चन के 6 पसंदीदा निर्देशक बिमल रॉय, गुरु दत्त, ऋषिकेश मुखर्जी, महबूब खान, राज कपूर और सत्यजीत रे हैं।
- उनके 3 पसंदीदा कवि रबींद्रनाथ टैगोर, विलियम शैक्सपियर और उनके दिवंगत पिता डा. हरिवंश राय बच्चन हैं। 

पी.एस. क्विजमास्टर और प्रकाशक के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान, हमने जो पहली किताबें प्रकाशित कीं, उनमें से एक अमिताभ बच्चन की ‘बुक ऑफ लिस्ट्स’ थी। 3 दशक से भी ज्यादा समय हो गया है जब जॉय भट्टाचार्य, अनिरुद्ध भट्टाचार्य और अमितावा चटर्जी घर पर मेरी डाइनिंग टेबल के इर्द-गिर्द बैठकर इस सामान्य ज्ञान के खजाने पर शोध करते थे।-डेरेक ओ ब्रायन(संसद सदस्य और टी.एम.सी. संसदीय दल (राज्यसभा) के नेता)
 


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