दविंद्र सिंह की लत में शामिल थे शराब, महिला तथा व्याग्रा

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2020 - 05:27 AM (IST)

जम्मू -कश्मीर पुलिस के बर्खास्त डी.एस.पी. दविंद्र सिंह से एन.आई.ए. की पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। एन.आई.ए. का मानना है कि दविंद्र सिंह अकेला ही भेडिय़ा था जोकि अपने हिसाब से कार्य कर रहा था तथा किसी खुफिया एजैंसी के साथ नहीं जुड़ा था, क्योंकि सिंह पहले से ही बदनाम चला आ रहा था इसलिए उस पर ज्यादा विश्वास नहीं किया जा सकता। उसके फोन के संदेशों को स्कैन करने के उपरांत पता चला है कि उसका लाइफ स्टाइल जटिल था। एन. आई.ए. सूत्रों के अनुसार वह लगातार शराब का सेवन करता था तथा उसके दर्जन भर महिलाओं से अवैध संबंध थे। सिंह ने महिलाओं पर पैसा पानी की तरह बहाया था। 

सिंह का चेहरा पीला पड़ गया है तथा वह बूढ़ा भी दिखाई देने लगा है
उसको सैक्स की लत थी। एन.आई.ए. सूत्रों के अनुसार वह निरंतर व्याग्रा का सेवन करता था। उसकी गिरफ्तारी के 4 सप्ताह बाद उसका चेहरा पीला पड़ गया है तथा वह बूढ़ा भी दिखाई देने लगा है। वह पुलिस कर्मियों को निवेदन करता है कि उसे यूट्यूब पर भजन सुनाए जाएं। उसे दौलत से बहुत लगाव था और इसकी लालसा दिन-ब-दिन बढ़ती ही गई। अपने लाइफ स्टाइल को कायम रखने के लिए वह धन जुटाना चाहता था। प्ले ब्वाय होने के नाते उसके पास धन की कमी उस समय हो गई जब वह श्रीनगर के इंदिरा नगर में एक शानदार बंगला बनाना चाहता था। बंगलादेश में उसकी 2 बेटियां मैडीकल की पढ़ाई कर रही हैं तथा एक नाबालिग बेटा श्रीनगर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ रहा है। एस.ओ.जी. ज्वाइन करने के बाद वह बदनाम हो गया था। उसका नाम कई विवादों में शामिल हो गया था। वर्जित व्यापार से उसने बड़ा धन कमाया। उस पर जबरन वसूली के आरोपों के साथ-साथ वह कीमती मैटल घोटाले में संलिप्त था। 

पैसे की भूख ने अंधा कर दिया
पैसे की भूख में वह इतना अंधा हो गया कि तबाही के रास्ते पर चल पड़ा। एन.आई.ए. का कहना है कि इस बात का अब उसे अफसोस है। ऐसी बातें करते हुए वह रो पड़ा। उसने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ कई दशकों तक जुडऩे के बाद अब वह सब कुछ खो चुका है। वह रिटायरमैंट के बेहद करीब था। एन.आई.ए. सूत्रों के अनुसार सिंह हिजबुल कमांडर नावीद बाबू तथा उसके 2 सहयोगियों की मदद कर रहा था। इसके अलावा एन.आई.ए. ने किसी भी गैर राष्ट्रीय गतिविधियों के साथ उसका संबंध नहीं पाया। दविंद्र सिंह का फोन सी.ई.आर.टी. को भेजा गया है जहां पर उसकी डिलीट हुई व्हाट्सएप चैट को हासिल किया जाएगा। इसके अलावा उसकी मेल, मैसेज सब की जांच होगी कि कहीं गैर राष्ट्रीय गतिविधि से संबंधित कोई संदेश तो नहीं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सिंह को 11 जनवरी को पकड़ा था। हिजबुल आतंकियों संग उसके गठजोड़ में यह बात शामिल थी कि वह सीमा क्रास करने के लिए उनकी सहायता करेगा, इसके अलावा हिजबुल आतंकियों को सुरक्षित जगह प्रदान करेगा जब तक कि वे पी.ओ.के. में लौट नहीं जाते। आतंकियों के साथ उसकी चैट ज्यादातर व्हाट्सएप पर होती थी।     


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