फिलीपींस में नशीले पदार्थों के विरुद्ध कार्रवाई में अब तक 3850 तस्करों की मौत

Friday, Oct 06, 2017 - 01:45 AM (IST)

नशीले पदार्थों के विरुद्ध फिलीपींस की लड़ाई में एक के बाद एक मौतें हो रही हैं। इस लड़ाई के ताजातरीन शिकार बने एक युवक की मां उसकी लाश के पास बैठकर विलाप कर रही है। नानेट कैस्टिल्लो का बेटा एल्ड्रिन सोमवार बड़े तड़के मनीला में ‘‘अज्ञात हमलावरों’’  द्वारा मार दिया गया था। सड़क पर वह अपने बेटे की लाश के पास बैठकर कुरला रही थी। 

इस मृत्यु की परिस्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं लेकिन यह मृत्यु ऐसे समय हुई है जब गत 15 महीनों से फिलीपींस में नशीले पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध नृशंसतापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने फिलीपींस के समाज को नशीले पदार्थों की लानत से मुक्त कराने की कसम खा रखी है और उन्हीं के नाम पर नशीले पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध पुलिस ने अभियान छेड़ रखा है। पुलिस रिपोर्टों के अनुसार इस अभियान में पुलिस कार्रवाई में अब तक नशीले पदार्थों के 3850 संदिग्ध तस्कर मारे गए हैं। पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने गिरफ्तारी का सशस्त्र ढंग से विरोध किया और इसी के फलस्वरूप पुलिस कार्रवाई में वे मारे गए। 

उल्लेखनीय है कि नशीले पदार्थों और इनके तस्करों के विरुद्ध छेड़े गए अभियान में गैर-संवैधानिक ढंग से तस्करों को मार गिराने अथवा मौके पर ही उनको गोली मार देने के पक्षधर पुलिस अधिकारियों को कैथोलिक चर्च द्वारा कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। मानवाधिकार समूहों ने दुतेर्ते पर आरोप लगाया है कि मानवता के विरुद्ध आपराधिक युद्ध लड़ रहे हैं क्योंकि वह समाज में नशीले पदार्थों के अवैध प्रचलन को जड़ से समाप्त करने के लिए जिस तरह हाथ धोकर तस्करों के पीछे पड़े हैं उससे उन्होंने अपने शासनकाल के ऐन मध्य दौर में गत वर्ष के दौरान हजारों लोगों की जान ली। 

फिलीपींस की 80 प्रतिशत आबादी कैथोलिक सम्प्रदाय की अनुयायी है और कैथोलिक चर्च ही नशीले पदार्थों की लड़ाई का प्रमुख आलोचक है। इन हत्याओं का सिलसिला रोकने के लिए ही इसने सोमवार एक अन्य प्रयास करते हुए पुलिस को उपरोक्त पेशकश की है। इतनी भारी संख्या में संदिग्ध तस्करों की हत्या होने से कानून लागू करने वाले जिन अधिकारियों को आत्मिक कष्ट पहुंचा है उन्होंने ही चर्च के आगे गुहार लगाई है कि किसी तरह इस कत्लोगारत को रोका जाए। फिलीपींस के बिशप सम्मेलन के अध्यक्ष लाट पादरी सुक्रात विल्लेगा ने अपने एक आधिकारिक पत्र में कहा, ‘‘कुछ पुलिस अधिकारियों ने गैर-संवैधानिक ढंग से की गई हत्याओं में अपनी भागीदारी के संबंध में स्वीकारोक्ति करने की इच्छा व्यक्त की है।’’ लेकिन उन्होंने न तो इन अधिकारियों के नाम बताए और न ही उनके हाथों शिकार होने वाले लोगों के। 

उन्होंने आगे कहा, ‘‘सिविल कानूनों और कैथोलिक चर्च की सीमाओं के अंदर हम इन अधिकारियों को सुरक्षा, आश्रय एवं आवास प्रदान करने को तैयार हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि यह पेशकश उनका मुकद्दमा लडऩे वाले स्वतंत्र वकीलों को भी उपलब्ध होगी। लाट पादरी के पत्र में कहा गया है, ‘‘कानून लागू करने वाले इस प्रकार के अधिकारी यदि अदालत के समक्ष  स्वीकारोक्ति करने की इच्छा रखते हों तो कैथोलिक चर्च यह सुनिश्चित करेगा कि वे किसी भी तरह पादरी समुदाय या कैथोलिक चर्च की अफसरशाही के किसी सदस्य पर आरोप न लगा सकें या उनके नामों का खुलासा न कर सकें।’’

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