चीन से सालाना 24 हजार लोग अवैध तरीके से अमरीका पहुंच रहे

punjabkesari.in Wednesday, Dec 06, 2023 - 06:08 AM (IST)

हाल ही में अमरीकी सरकार के आंकड़ों ने खुलासा किया है कि आमतौर पर सालाना 24,000 चीनी अवैध तरीके से अमरीका पहुंच रहे हैं। अमरीका ने ये ताजा आंकड़े वित्त वर्ष 2023 में जारी किए हैं। अगर पिछले एक दशक पर नजर डालें तो 15,000 से कुछ अधिक अवैध चीनियों की गिरफ्तारियां दक्षिणी क्षेत्र में अमरीका में घुसने के दौरान होतीं थीं लेकिन जब से शी जिनपिंग ने सत्ता संभाली है, तब से अवैध रूप से अमरीका जाने वाले चीनियों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। 

अमरीका ने चीन की कम्युनिस्ट सरकार के साथ इन अवैध चीनी नागरिकों के विवरण सांझा किए हैं, ताकि चीन इन लोगों को वापस बुला ले लेकिन आश्चर्यजनक ढंग से चीन ने अपने अवैध चीनी नागरिकों को वापस लेने से इंकार कर दिया है। अमरीकी कानून के अनुसार, जब कोई देश अपने नागरिकों को वापस लेने से इंकार कर देता है तब उन लोगों को अमरीका में ही शरण दी जाती है, जब तक वह देश उन्हें वापस अपने घर नहीं बुला लेता। 

अमरीका में सबसे ज्यादा अवैध आप्रवासी नागरिक मैक्सिको से जाते हैं, इसके बाद नंबर आता है 6 केन्द्रीय अमरीकी देशों का, जिनमें होन्डुरास, निकारागुआ, पनामा, ग्वाटेमाला, कोस्टारिका, अल साल्वाडोर और बलीज आते हैं। इसके बाद लैटिन अमरीकी और क्यूबा के नागरिकों का नंबर आता है। लेकिन चीन अमरीका से बहुत दूर है और चीनी लोग अमरीका जाने के लिए मैक्सिको वाला रास्ता चुनते हैं। ये लोग पहले लैटिन अमरीकी देश इक्वाडोर पहुंचते हैं क्योंकि उन्हें यहां पर बिना वीजा एंट्री मिल जाती है। 

इसके बाद शुरू होता है इनका दुर्गम सफर, जिसमें ये कई नदी, नाले, पहाड़ और जंगल पार करते हैं। कई जगहों पर यह रास्ता इन्हें पैदल ही पार करना होता है, जिसके बाद ये मेक्सिको के दक्षिणी क्षेत्र में पहुंचते हैं और वहां से टैक्सास, न्यू मैक्सिको, एरिजोना और कैलीफोॢनया राज्यों से अमरीका पहुंचते हैं। इस रास्ते से पिछले कुछ वर्षों में इतने ज्यादा चीनी लोग जाने लगे हैं कि स्थानीय लोगों ने इस पूरे रास्ते का नाम चाइनीज रूट रख दिया है। इस वर्ष के पहले 9 महीनों में पनामा अप्रवासन प्राधिकरण ने 15567 चीनी अवैध प्रवासियों को सीमा पार करते समय पकड़ा। वहीं वर्ष 2022 में कुल 2005 चीनी अवैध प्रवासियों को जंगल के रास्ते अमरीका जाते हुए पनामा में पकड़ा गया था। वर्ष 2010 से 2021 के बीच महज 376 चीनियों को पकड़ा गया था। पनामा अप्रवासन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, चीन चौथा बड़ा देश है, जहां के लोग पनामा के रास्ते अवैध रूप से अमरीका पहुंचते हैं। चीन से पहले इस सूची में पनामा, वेनेजुएला, इक्वाडोर और हैती के लोग आते हैं। 

कुछ जानकारों का कहना है कि चीन चाहता है कि अमरीका में उसके नागरिकों की संख्या वैध और अवैध तरीके से बढ़े क्योंकि इससे चीन का अमरीका से संपर्क कभी नहीं टूटेगा, चाहे अमरीका चीन पर कितने भी प्रतिबंध क्यों न लगा दे। चीन इस संपर्क के रास्ते अमरीका के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते बनाकर रखना चाहता है। अमरीका की पूर्व उप विदेश मंत्री मिशेल थोर्न बॉन्ड ने बताया कि चीन सरकार सपाट और सीधे शब्दों में इन अवैध प्रवासियों को चीन का नागरिक मानने से इंकार कर देती है। बॉन्ड ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि जिस देश में प्रत्येक नागरिक के आंकड़े और तस्वीरें सरकार के पास सुरक्षित रखी हैं, वह अपने ही नागरिकों को पहचानने से मना कर रहा है। इसके पीछे वजह है कि अगर चीन ने एक बार मान लिया कि अमरीकी अवैध प्रवासी असल में चीन के नागरिक हैं, तो दुनिया के सामने चीन की कलई खुल जाएगी कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की असल हालत ऐसी है कि उसके देश से लोग गृहयुद्ध प्रभावित देशों के नागरिक की तरह अवैध प्रवासन को मजबूर हैं।


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