‘बालिका गृह’ में यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित

Friday, Jun 15, 2018 - 04:08 PM (IST)

मुजफ्फरपुरः नाबालिग लड़कियों के आश्रय स्थल ‘बालिका गृह’ में कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। इस संबंध में अब तक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है। 

राज्य के समाज कल्याण विभाग ने इस संबंध में इस महीने की शुरुआत में प्राथमिकी दर्ज की थी। इस बालिका गृह को संचालित करने वाले एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) को भी काली सूची में डाल दिया गया था। दरअसल मुंबई के एक संस्थान ने अपनी समाज लेखा रिपोर्ट में दावा किया था कि यहां की कई लड़कियों ने यौन उत्पीडऩ की शिकायत की है।

मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने संवाददाताओं को बताया कि हमने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एनजीओ का संचालक बृजेश ठाकुर भी शामिल है। इन पर पोक्सो अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हम फरार चल रहे कुछ लोगों की तलाश कर रहे हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अधीक्षक ने बताया कि इस मामले को सीआईडी भी देखेगी। एसआईटी का भी गठन किया गया है, जिसमें महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस टीम का नेतृत्व उप अधीक्षक रैंक का कोई अधिकारी करेगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले की जांच निष्पक्ष और प्रभावी हो। 

एक सवाल के जवाब में एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से सात महिलाएं हैं जो ‘बालिका गृह’ की कर्मचारी हैं। राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित इस आश्रय स्थल में करीब 50 लड़कियां रह रही थीं। समाज कल्याण निदेशालय के निर्देश के मुताबिक यहां रह रही सभी लड़कियों को मधुबनी और पटना स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं जिला बाल सुरक्षा इकाई ने इमारत को अपने नियंत्रण में ले लिया है।

prachi

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