तस्वीरों में देखिए, बिहार में गंगा ने तोड़ा 40 साल का रिकॉर्ड, ऐसे हैं यहां बाढ़ के हालात

Sunday, Aug 21, 2016 - 05:18 PM (IST)

पटना: बिहार में भारी बारिश के चलते बाढ़ का खतरा बना हुआ है। गंगा, सोन समेत पुनपुन उफान पर है। बता दें कि गंगा ने 40 सालों का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। यह हाल तब है जब बिहार में कम बारिश हुई है। पटना सहित प्रदेश के कई शहर और गांवों में नदियों का पानी घुस गया है। राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पटना में ऐसा नजारा इससे पहले 1975 में देखने को मिला था। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने सेना और वायुसेना से तैयार रहने का अनुरोध किया है।


ऐसे हैं प्रदेश के हालात
जानकारी के मुताबिक इस बार बिहार में बाढ़ के हालात दूसरे राज्यों में हुई तेज बारिश के बाद खराब हुए हैं। गंगा खतरे के निशान से डेढ मीटर ऊपर पहुंच गई है। पटना से सटे नकटादियारा पूरी तरह से गंगा में समा गया है। यहां करीब 3 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं।


1975 के बाद सोन से दूसरी बड़ी तबाही
बताया जा रहा है कि 1975 के बाद सोन नदी दूसरी बड़ी तबाही लेकर पहुंची है। शनिवार की सुबह 3 बजे 11 लाख 67 हजार घन क्यूसेक पानी इंद्रपुरी बराज पहुंचा। सोन में आए उफान के कारण 100 गांवों में पानी घुस गया है। वहीं सारण में पहले से बाढ़ आई ही थी, इसी बीच शुक्रवार की रात इंद्रपुरी बराज से 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जिले में 1971 से भी भीषण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। उन्होंने एनएच-19 पर 3 से 4 फीट पानी को बहता देख छपरा-पटना रोड पर यातायात बंद कर दिया है। पटना जिला के 25 पंचायतों में फिलहाल बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इससे करीब एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं।


खतरे के निशान से ऊपर बह रही ये नदियां
गंगा पटना के दीघा घाट, गांधी घाट और हाथीदह के अलावा भागलपुर के कहलगांव में, सोन कोईलवर और मनेर में, पुनपुन श्रीपालपुर में, घाघरा सिसवन में, बूढ़ी गंडक खगड़िया में और कोसी बलतारा व कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 

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