सर्वे में NDA को भारी बढ़त,लेकिन CM के तौर पर नीतीश पहली पसंद
Friday, Oct 09, 2015 - 11:07 PM (IST)
पटना : बिहार में चुनाव पूर्व कराए गए अधिकांश सर्वे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि कुछ में जनता दल यूनाइटेड (जदयू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना जताई गई है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 49 सीटों के लिए कल शाम चुनाव प्रचार समाप्त होना है उससे पहले सात अलग-अलग एजेंसियों और न्यूज चैनलों ने आज सर्वे रिपोर्ट जारी की है जिसमें से पांच में राजग को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि दो में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन की संभावना जताई गई है। सबसे दिलचस्प यह है कि सभी सर्वे के अनुसार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे ज्यादा पसंद किया गया है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 49 सीटों के लिए कल शाम चुनाव प्रचार समाप्त होना है उससे पहले सात अलग-अलग एजेंसियों और न्यूज चैनलों ने आज सर्वे रिपोर्ट जारी की है जिसमें से पांच में राजग को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि दो में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन की संभावना जताई गई है। सबसे दिलचस्प यह है कि सभी सर्वे के अनुसार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे ज्यादा पसंद किया गया है।
एबीपी न्यूज नीलसन के सर्वे के अनुसार राजग को 128 , महागठबंधन को 112 और अन्य को 03 , जी न्यूज के अनुसार राजग को 162, महागठबंधन को 51, इंडिया टीवी-सी वोटर के अनुसार राजग को 119 , महागठबंधन को 116 और अन्य को 08, न्यूज नेशन के अनुसार राजग को 122 , महागठबंधन को 117 और अन्य को चार, प्लेटफॉर्म फॉर इलेक्शन एनेलेसिस एंड कम्युनिटी स्टडीज (पेस) के अनुसार राजग को 132 , महागठबंधन को 94 और अन्य को 17 जबकि आईबीएन-एक्सिस के अनुसार महागठबंधन को 137, राजग को 95 और अन्य को 11 तथा इंडिया टूडे-सिसेरो के अनुसार महागठबंधन को 122, राजग को 111 और अन्य को 10 सीटें मिलने का अनुमान है।
चुनाव एवं सामाजिक मुद्दों पर सर्वेक्षण करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था पेस ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन कर सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि इस बार विधानसभा चुनाव में राजग और महागठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला है लेकिन तीसरे मोर्चे के उम्मीदवारों और ओवैशी फैक्टर के कारण राजग को फायदा हो सकता है।
सर्वे के अनुसार बिहार में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा रोजगार और उसके बाद शिक्षा है। जनता के लिए कानून व्यवस्था और बिजली कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। पेस के सर्वे में यह बात सामने आई है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ अभी भी उपर है। मोदी 18 से 35 वर्ष के युवा वर्ग में नीतीश कुमार से ज्यादा लोकप्रिय नेता हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार सबसे चहेते उम्मीदवार हैं। सर्वे में 40 प्रतिशत लोग कुमार को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उनके मुकाबले में बिहार के अन्य सभी नेता काफी पीछे हैं ।
सर्वे के अनुसार बिहार में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा रोजगार और उसके बाद शिक्षा है। जनता के लिए कानून व्यवस्था और बिजली कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। पेस के सर्वे में यह बात सामने आई है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ अभी भी उपर है। मोदी 18 से 35 वर्ष के युवा वर्ग में नीतीश कुमार से ज्यादा लोकप्रिय नेता हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार सबसे चहेते उम्मीदवार हैं। सर्वे में 40 प्रतिशत लोग कुमार को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उनके मुकाबले में बिहार के अन्य सभी नेता काफी पीछे हैं ।