सामाजिक बदलाव के बिना विकास का कोई मतलब नहींः नीतीश

Friday, Nov 03, 2017 - 02:29 PM (IST)

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सामाजिक बदलाव के बिना विकास का कोई मतलब नहीं है। इसलिए उनकी सरकार ने शराबबंदी के बाद दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ व्यापक जन चेतना जगाने का लक्ष्य बनाया है।

कुमार ने कर्नाटक राज्य बोर्ड के अध्यक्ष एचसी रूद्रप्पा के नेतृत्व में आए 31 सदस्यीय दल के साथ बैठक के दौरान शराबबंदी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने चर्चा के दौरान शराबबंदी को एक सामाजिक जन-आंदोलन बताया। शराबबंदी लागू करने से राज्य के खजाने में भले ही 5 हजार करोड़ रूपए के राजस्व का नुक्सान हुआ लेकिन 10 हजार करोड़ रूपए जो लोग शराब में गंवा रहे थे, वह बच रहें हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी एवं नशामुक्ति के पक्ष में 21 जनवरी 2017 को दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनी, जिसमें 4 करोड़ से ज्यादा लोगों की भागीदारी रही। कुमार ने कहा कि कानून तोडने वाले हर जगह हैं। बिहार में भी शराब के अवैध कारोबार में लगे ऐसे लोगों पर सख्त नजर रखी जा रही है। हाल ही में हुई जहरीली शराब की घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। 
 

 

 

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