जानिए उस बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर के बारे में, जहां 34 बच्चियों के साथ हुई हैवानियत

punjabkesari.in Sunday, Jul 29, 2018 - 05:09 PM (IST)

पटनाः मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों के यौन शोषण मामले में एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के संचालक ब्रजेश ठाकुर का नाम मुख्य आरोपी के रूप में सामने आ रहा है। बालिका गृह में रह रही 44 में से 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई है। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा रविवार को शुरू कर दी गई है।

कौन है ब्रजेश ठाकुर
ब्रजेश ठाकुर तीनों अखबार प्रात: कमल, न्यूज नेक्स्ट और हालात-ए-बिहार के साथ ही सेवा संकल्प एवं विकास समिति नाम के एनजीओ का संचालक है। इसी एनजीओ के बैनर तले मुजफ्फरपुर का बालिका गृह चलाया जाता है। ब्रजेश ठाकुर की तीनों अखबारों को बिहार सरकार की ओर से विज्ञापन मिलते हैं और अब भी तीनों ही अखबार हर रोज छपती हैं। ब्रजेश ठाकुर की राजनीति में भी बहुत रूचि थी। ब्रजेश ठाकुर के पिता राधामोहन ठाकुर ने 1982 में एक हिंदी अखबार शुरू की थी जिसका नाम प्रातः कमल था। अखबार के माध्यम से खूब पैसा कमाने के बाद उन्होंने पैसा रियल एस्टेट में लगाया। पिता की मृत्यु के बाद यह सारा कामकाज संभालने का जिम्मा ब्रजेश ठाकुर पर आ गया। 

ब्रजेश ठाकुर का राजनीतिक सफर 
ब्रजेश ने राजनीति में किस्मत आजमाते हुए 1995 में मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा सीट से बिहार पीपल्स पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। बिहार के एक चर्चित नेता आनंद मोहन ने जनता दल से अलग होकर बिहार पीपल्स नाम की अपनी पार्टी बनाई थी। इस चुनाव में उसके सामने लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के नेता बसावन भगत मैदान में थे। इन चुनावों में ब्रजेश को केवल 202 वोटें मिली और उसे हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद ब्रजेश ठाकुर ने 2000 के विधानसभा चुनाव में भी एक बार फिर से कुढ़नी से ही चुनाव लड़ने का फैसला लिया। इस बार ब्रजेश ने जमकर चुनाव प्रचार किया और खूब पैसे खर्च किए लेकिन वह जीत नहीं सका। इस बार ब्रजेश ने चुनावों में 32,795 वोट हासिल कर दूसरा स्थान हासिल किया। चुनाव में जीतने वाले बसावन भगत को 48,343 वोट मिले थे। इसके बाद 2001 में उसने जिला परिषद के लिए पर्चा दाखिल कर दिया। इन चुनावों में भी उसे हार का सामना करना पड़ा। 

ब्रजेश के बेटे की जन्मदिन पार्टी में शामिल हुए थे सीएम नीतीश

बिहार पीपल्स पार्टी के संचालक आनंद मोहन को गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के आरोप में जेल हो गई जिसके बाद ब्रजेश ठाकुर का राजनीतिक सफर थम सा गया। आनंद मोहन के जेल में होने के बाद भी ब्रजेश उसके संपर्क में रहा। राजद और जदयू के कई नेताओं के साथ ब्रजेश की मुलाकात होने लगी। स्थानीय पत्रकारों के अनुसार 2005 में ब्रजेश ने अपने बेटे राहुल के जन्मदिन की पार्टी दी थी। उस वक्त बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे इसके चलते वह पार्टी में शामिल हुए थे। 

2012 में एक अंग्रेजी और एक उर्दू अखबार की शुरूआत की 
2012 में ब्रजेश ठाकुर ने News Next नाम का एक अंग्रेजी अखबार भी शुरू किया। इस अखबार की एडिटर इन चीफ ब्रजेश ठाकुर की बेटी निकिता आनंद हैं। इस दौरान उन्होंने एक उर्दू का अखबार हालात-ए-बिहार भी शुरू किया। इसके अगले साल ही ब्रजेश ने सेवा संकल्प एवं विकास समिति नाम का एनजीओ शुरू किया और इस एनजीओ के बैनर तले बालिका गृह की शुरूआत की।   


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prachi

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