शहाबुद्दीन को लेकर राजद और जदयू के बीच है मैच फिक्सिंग: मोदी

Saturday, Sep 24, 2016 - 11:06 AM (IST)

पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सर्वोच्च न्यायालय की ओर से बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, हत्या के मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन और सीवान के पुलिस अधीक्षक को नोटिस दिए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि यादव के साथ अपराधी मो. कैफ का फोटो केवल संयोगवश नहीं बल्कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मो. शहाबुद्दीन के शूटर होने के कारण है। 

मोदी ने कहा कि मो. कैफ से तो स्वास्थ्य मंत्री पाला झाड़ सकते हैं लेकिन क्या उसके सरगना मो. शहाबुद्दीन को भी वह नाकार सकते हैं । दरअसल शहाबुद्दीन को लेकर राजद और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में मैच फिक्सिंग का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में मो. शहाबुद्दीन के आतंक के कारण उससे जुड़े अपराधियों द्वारा अधिवक्ता रधुवीर शरण वर्मा, उनकी पत्नी एवं युवा पुत्र की हुई हत्या के मामले की सुनवाई 2002 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर झारखंड में करानी पड़ी थी। भाजपा नेता ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के दौरान सर्वोच्च न्यायालय की सहमति से मो. शहाबुद्दीन के मामलों की सुनवाई के लिए जेल में विशेष कोर्ट का गठन किया गया था। 

उन्होंने मुख्यमंत्री बताएं कि क्या अब वह मो. शहाबुद्दीन को बिहार से बाहर रखने और तमाम मामलों की ट्रायल बिहार से बाहर कराने पर अपनी सहमति देंगे। मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार के सहयोग से मो. शहाबुद्दीन जेल से बाहर आए। जब वरीय अधिवक्ता प्रशांत भूषण जमानत खारिज कराने सर्वोच्च न्यायालय गए तो पीछे-पीछे सरकार भी खानापूर्ती के लिए चली गई। अब जब राजद सांसद राम जेठमलानी मो. शहाबुद्दीन की पैरवी करेंगे तो उनके मुकाबले सरकार किसी कमजोर वकील को खड़ा कर देगी। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह सरकार के दोनों घटक दल राजद और जदयू में दोस्ताना मैच नहीं है। 

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