सर्वे: बिहार में बन सकती है NDA की सरकार लेकिन CM नीतीश ही अच्छे

Thursday, Oct 08, 2015 - 07:42 PM (IST)

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और साथ ही शुरू हो गई हैं इसको लेकर अटकलें कि आखिर इस बार बिहार को क्या मंजूर होगा। बिहार में पहले चरण का चुनाव 12 अक्तूबर को है। चुनावों के मद्देनजर कहीं विकास का मुद्दा तो कहीं आरक्षण और जाति को मुद्दा बनाया गया है। इन सबके बीच लोकनीति और सीएसडीएस ने सितंबर के आखिरी सप्ताह में कराए गए प्री पोल सर्वे के नतीजे घोषित किए। सर्वे के परिणाम पर नजर डालें तो जनता का रुझान राजग की तरफ दिख रहा है।

राजग को महागठबंधन के मुकाबले चार फीसदी चार वोट मिले। वहीं जब जनता से पूछा गया कि बिहार का सीएम किसे होना चाहिए, तो इसके जवाब में अधिकांश ने नीतीश को ही वोट दिया। सर्वे के मुताबिक अगर मतदान सितंबर के आखिरी सप्ताह में कराए जाते तो राजग को 42 फीसदी और महागठबंधन को 38 फीसदी वोट मिलते।

वहीं, इस सर्वे में समाजवादी पार्टी और पप्पू यादव कोई खास प्रभाव डालते नहीं दिख रहे हैं, जबकि असादुद्दीन ओवैसी की एमआईएम मुश्किल से ही कोई प्रभाव डाल पाएगी, हालांकि उनके प्रत्याशियों को कुछ मुसलमानों का वोट मिल सकता है। सर्वे में एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई कि नीतीश अपनी छवि और नेतृत्व के बदौलत महागठबंधन के लिए वोट खींच सकते हैं। नीतीश के बाद देखा जाए तो भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी सीएम के तौर पर मतदाताओं की दूसरी पसंद हैं।

इसके बाद लालू और राबडी़ संयुक्त तौर पर तीसरे, जीतन राम मांझी चौथे और रामविलास पासवान पांचवें नंबर पर हैं। लोकप्रियता की दौड़ में पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में बराबर की टक्कर है। दोनों को 48-48 पर्सेंट लोगों ने अपना पसंदीदा नेता बताया है। 18 से 25 की उम्र के लोगों में मोदी ज्यादा लोकप्रिय हैं। करीब 52 पर्सेंट युवा मोदी को तो 45 पर्सेंट नीतीश को पसंद करते हैं।

सर्वे के मुताबिक बिहार की कुल 243 सीटों में से एनडीए गठबंधन को 128 सीटें मिलने की उम्मीद है यानि स्पष्ट बहुमत की संख्या 122 से 6 सीटें अधिक मिल रही हैं। वहीं आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेस महागठबंधन को 112 सीटें मिलने की उम्मीद है यानि बहुमत से 10 सीटें कम। जबकि अन्य पार्टियों को 3 सीटें मिलने की संभावना है। दोनों गठबंधनों के बीच 16 सीटों का फासला है जबकि वोट की बात करें तो सिर्फ 2 फीसदी का ही अंतर है।
 

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