world Bank की चेतावनी, कहीं आर्थिक वृद्धि को ‘थल’ पर न ले आए जल

Thursday, May 05, 2016 - 01:42 PM (IST)

वाशिंगटन: विश्व बैंक ने चेतावनी दी है कि जल संकट के चलते देशों की आर्थिक वृद्धि थल पर आ सकती यानी कि काफी प्रभावित हो सकती है, लोगों का विस्थापन बढ़ सकता है और यह भारत समेत पूरे विश्व में संघर्ष की समस्याएं खड़ी कर सकता है जहां विभिन्न क्षेत्रों में लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय निकाय का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से जल संकट बढ़ रहा है। जलवायु परिवर्तन, जल एवं अर्थव्यवस्था पर विश्व बैंक की जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती जनसंख्या, आय और शहरों के विस्तार से पानी की मांग में भारी बढ़ौतरी होगी जबकि आपूर्ति अनियमित और अनिश्चित होगी।

भारत में पानी का उपयोग अधिक कुशलता और किफायत से किए जाने पर बल देते हुए विश्व बैंक ने कहा कि पूरे भारत में पानी की किल्लत या कम से कम कम पानी की मांग बढ़ेगी। वहीं भारत में औसत से कम बारिश होने पर संपत्ति से जुड़े झगड़े करीब 4 प्रतिशत बढ़ जाते हैं और बाढ़ आने पर सांप्रदायिक दंगे ज्यादा आम हो जाते हैं। विश्व बैंक ने कहा किएक आकलन के मुताबिक भूमिगत जलकी पंपिंग का भारत के कुल कार्बन उत्सर्जन में 4 से 6 प्रतिशत का योगदान है।

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