Tesla की इंडिया में एंट्री पर जल्द होगा फैसला, नीति आयोग के सीईओ ने दिया बड़ा बयान

Monday, Dec 06, 2021 - 09:23 PM (IST)

ऑटो डेस्क। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि इंडियन मार्केट में एंट्री करने के लिए ड्यूटी घटाने के प्रस्ताव पर ईवी मेकर कंपनी Tesla के साथ बात चल रही है, जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। अमिताभ कांत ने कहा कि ड्यूटी घटाने का अंतिम फैसला केंद्रीय वित्त मंत्रालय का रेवेन्यू डिपार्टमेंट करेगा। टेस्ला के ड्यूटी माफ करने के इस प्रपोजल का प्रमुख इंडियन ऑटोमोटिव कंपनियों ने विरोध किया है। कांत ने कहा कि टेस्ला का वैल्युएशन उन प्रमुख कंपनियों को मिलाकर भी अधिक है।

अधिकारियों की मानें तो ऐसी आशंका है कि इंपोर्ट ड्यूटी में छूट से भारत में ड्राइव मैन्युफैक्चरिंग के बजाय इंपोर्ट की जाने वाली इलेक्ट्रिक कारों में वृद्धि होगी। भारत ने ज़ीरो कार्बन एमिशन पाने के लिए 2070 का लक्ष्य निर्धारित किया है और तब तक भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को अपनाने और इथेनॉल, बायो-एलएनजी और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे एल्टरनेटिव फ्यूल्स के उपयोग को प्रोत्साहित कर रहा है।

इन सब के बीच एक बड़ा मुद्दा यह है कि कांत का कहना है कि टेस्ला भारत में पूर्ण लॉन्च के लिए कमिटेड नहीं है। एलन मस्क की यह कंपनी कुछ वर्षों तक इंडिया में टैस्टिंग करेगी। उनका कहना है कि "टेस्ला के भारत में जगह बनाने और निवेश करने के लिए वह कुछ वर्षों के लिए मार्केट को टैस्ट करना चाहते हैं। कुछ मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा की जा रही है।"

भारत सरकार ने टेस्ला से लोकली मेड कंपोनेंट किट मंगाने को कहा है, लेकिन कार निर्माता ने कहा कि उसकी कारों को किट से असेंबल नहीं किया जा सकता है। कांत ने कहा कि हमारी पहली चुनौती टेस्ला को भारत में वाहन बनाने में सक्षम करना है। आगे बढ़ने के लिए ग्रीन टैक्नोलॉजी की आवश्यकता पर जोर देते हुए कांत ने कहा कि 2025 के बाद ICE यानि इंटरनल कंब्शन इंजन से चलने वाले टू और थ्री व्हीलर्स का कोई भविष्य नहीं है।

Akash sikarwar

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