जनवरी 2022 से बढ़ जाएंगे इन कंपनियों के मॉडल्स पर दाम, मर्सिडिज 31 दिसंबर तक दे रही ऑफर

Friday, Dec 24, 2021 - 01:03 PM (IST)

ऑटो डेस्क। मारुति सुजुकी, टोयोटा, स्कोडा और टाटा मोटर्स ने जनवरी 2022 से अपने मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। हालांकि कार मेकर्स के लिए हर कैलेंडर वर्ष की शुरुआत में अपने व्हीकल्स की कीमतों में बढ़ोतरी करना काफी आम है और इसके पीछे वजह है एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव और बढ़ती इनपुट और मैटेरियल कॉस्ट। व्हीकल्स मेकर की यह लिस्ट सिर्फ यहीं नहीं रूकती है। इस लिस्ट में मर्सिडीज और ऑडी जैसे लग्ज़री ब्रांड्स भी शामिल हैं। आइए एक नजर डाल लेते हैं उन व्हीकल मेकर्स पर, जो अगले महीने से कीमतों में बढ़ोतरी करने के लिए तैयार हैं।

Maruti Suzuki-

Maruti Suzuki सभी मारुति एरिना और नेक्सा मॉडल पर बढ़ी हुई कीमतें लागू करेगी। हालांकि मारुति ने अभी तक प्रत्येक मॉडल पर मूल्य वृद्धि की घोषणा नहीं की है। उम्मीद है कि इन बढ़ी हुई कीमतों का खुलासा 31 दिसंबर से पहले हो जाएगा। 2021 में ही, मारुति ने अपने मॉडलों की कीमत में तीन बार बढ़ोतरी की - पहली जनवरी में, दूसरी अप्रैल में और तीसरी सितंबर में।

Honda-

Honda भी जनवरी 2022 से अपने मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वे फिलहाल इस बात की स्टडी कर रहे हैं कि बढ़ते इनपुट और कमोडिटी की लागत का कितना हिस्सा वह उठा सकती है। आने वाले दिनों में Honda भी इन बढ़ी हुई कीमतों के बारे में आधिकारिक घोषणा कर देगी। इस बढ़ोतरी से भारत में Honda के सभी मॉडल्स पर असर पड़ने की उम्मीद है।

Renault-

Renault भी अगले महीने से अपने व्हीकल्स की कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही है। अन्य कार मेकर्स की तरह Renault ने भी कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे बढ़ती इनपुट और मैटेरियल कॉस्ट को कारण बताया है। Renault के वर्तमान में भारत में चार मॉडल बिक्री पर हैं - Kwid, Triber, Kiger और Duster और इन सभी मॉडल्स पर बढ़ी हुई कीमतों का असर देखने को मिल सकता है।

Tata Motors-

घरेलू कार निर्माता कंपनी Tata Motors ने भी जनवरी 2022 से अपने पूरे पोर्टफोलियो में मूल्य वृद्धि की घोषणा की है। इसमें कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल दोनों शामिल हैं। टाटा ने कमर्शियल व्हीकल्स पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि की है, हालांकि पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट के लिए अभी स्तिथि साफ नहीं है। अगर इस सेगमेंट में कीमतें बढ़ती हैं तो यह सभी मॉडल्स पर लागू होंगी, इलेक्ट्रिक और आईसीई-पावर्ड, इसमें न्यूली लॉन्च Tata Punch भी शामिल हैं।

Toyota-

Toyota भी जनवरी 2022 से महंगी हो रही है। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर कीमतें बढ़ने की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने कहा है कि यह सभी मॉडल्स पर लागू होगी। Toyota फिलहाल इंडिया में Innova Crysta, Fortuner, Urban Cruiser  और Glanza सेल करती है। यह मॉडल्स भी बढ़ती हुई कीमतों से प्रभावित होंगे।

Skoda-

Skoda ने घोषणा की है कि भारत में सेल हो रहे उसके सभी मॉडल - Kushaq, Octavia और Superb की कीमत जनवरी 2022 से 3 प्रतिशत बढ़ जाएगी। किस मॉडल और एडिशन पर कितनी मूल्य वृद्धि होगी, यह अगले महीने साफ होगा। Skoda ने 2021 में अपने मॉडल्स पर बहुत कम बार कीमतों में बढ़ोतरी की है, जिसमें Kushaq, Octavia और Superb में केवल एक ही मूल्य वृद्धि देखी गई है।

Volkswagen-

Volkswagen ने घोषणा की है कि 1 जनवरी, 2022 से Polo, Vento और Taigun पर 2 से 5 प्रतिशत तक की कीमतों में बढ़ोतरी की जाएगी। इस कार मेकर कंपनी ने भी अभी तक व्यक्तिगत मॉडल्स पर मूल्य वृद्धि की घोषणा नहीं की है। हालांकि, न्यूली लॉन्च Volkswagen Tiguan फेसलिफ्ट को इस बढ़ी हुई कीमतों के दायरे से बाहर रखा गया है।


Citroen-

भारत में Citroen का एकमात्र मॉडल - C5 Aircross - की एक्स-शोरूम कीमत में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। यह दो महीने में C5 Aircross पर दूसरी कीमत वृद्धि होगी, पिछली बार इसी साल नवंबर में इस कार की कीमत में 1.30 लाख रुपये तक की वृद्धि की गई थी। C5 Aircross भारत में 31.30 लाख-32.80 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, भारत) के बीच की कीमत पर सेल हो रही है।

Mercedes-Benz-

बात लग्ज़री कार मेकर्स की करें तो Mercedes-Benz ने चुनिंदा मॉडल्स पर 2 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है, हालांकि कंपनी कुछ मॉडल्स पर सिक्योरिटी दे रही है। Mercedes-Benz ने साफ किया है कि जिन कस्टमर्स ने अपने MY2021 मॉडल बुक किए हैं और डिलीवरी का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें यह मॉडल बुक की गई कीमत पर ही मिलेगा। इसके अलावा, जो कस्टमर्स 31 दिसंबर तक ए-क्लास, जीएलए और ई-क्लास जैसी कारों की चुनिंदा रेंज बुक करते हैं, उन्हें भी बढ़ी हुई कीमतों के दायरे से बाहर रखा जाएगा।

Audi-

Audi जनवरी 2022 से अपने पूरे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पर 3 प्रतिशत कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। अन्य सभी कार मेकर्स की तरह Audi ने भी कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे बढ़ती इनपुट और मैटेरियल कॉस्ट का हवाला दिया है।

Akash sikarwar

Advertising