Mercedes-Benz ने भारत में लॉन्च किया 'रिटेल ऑफ द फ्यूचर' प्लेटफॉर्म, जानें क्या बदलेगा इस प्रक्रिया से...
Saturday, Oct 23, 2021 - 12:20 PM (IST)
ऑटो डेस्क। मर्सिडीज-बेंज ने शुक्रवार को अपने 'रिटेल ऑफ द फ्यूचर' (ROTF) प्लेटफॉर्म को लॉन्च करने की घोषणा की। कंपनी अब से सीधे ग्राहकों को कारें बेचेगी। कंपनी ने पहली बार इस साल जून में नई रणनीति का खुलासा किया था और 'बीटा' चरण के तहत इसकी टैस्टिंग के बाद अब इस नए बिक्री मॉडल को लागू कर रहा है। कंपनी को भारत में बीटा टैस्टिंग करते हुए 1,700 से अधिक ऑर्डर मिले हैं।
मर्सिडीज-बेंज द्वारा रिटेल ऑफ द फ्यूचर को लागू करने वाला भारत पहला सीकेडी बाजार यानी कि कंप्लीटली नॉक्ड डाउन मार्केट और वर्ल्ड लेवल पर चौथा बाजार बन गया है। नए 'डायरेक्ट टू कस्टमर' मॉडल की पहली बार जून 2021 में घोषणा की गई थी मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने घोषणा की है कि आरओटीएफ के साथ, वह कारों के पूरे स्टॉक का स्वामित्व बरकरार रखेगी। ब्रांड अपने स्टॉक को नियुक्त फ्रैंचाइज़ी पार्टनर्स की मदद से रिटेल करेगा और कारों को सीधे ग्राहकों को दिया जाएगा।
कंपनी ने बताया कि आरओटीएफ के तहत, उसकी कारों की पूरे देश में केवल एक निर्धारित कीमत होगी और वह पूरे देश में एक समान होगी। साथ ही, कस्टमर्स को अब उनकी खरीद के लिए कोई इमरजैंसी फीस भी नहीं देनी होगी। कंपनी, पहली बार ऑर्डर बुकिंग के दौरान कस्टमर्स को VIN नंबर प्रदान करेगी।
कस्टमर्स ₹50,000 की टोकन फीस देने के बाद मर्सिडीज के नए आरओटीएफ प्लेटफॉर्म के माध्यम से कार बुक कर सकते हैं। यह फीस पूरी तरह से ऱिफंडेबल है। इसके बाद कस्टमर्स कार को 40 दिनों के लिए रिजर्व कर सकते हैं और उस दौरान आप टेस्ट ड्राइव का विकल्प भी चुन सकते हैं और आगे खरीदारी के निर्णय ले सकते हैं। मर्सिडीज-बेंज का कहना है कि मौजूदा शोरूम इन्फ्रास्ट्रक्चर पहले की तरह जारी रहेगा और इस तरह डीलरशिप अभी भी टेस्ट ड्राइव और वाहन डिलीवरी के लिए जिम्मेदार होगी। हालांकि, ग्राहक अपने नए वाहन के लिए अब मर्सिडीज-बेंज इंडिया को सीधे भुगतान करेंगे, न कि डीलर को।