EV सेक्टर में आएगी दोगुनी तेजी, जम्मू-कश्मीर के बाद अब राजस्थान में मिला लिथियम का बड़ा भंडार

Monday, May 08, 2023 - 12:26 PM (IST)

ऑटो डेस्क. बीते महीनों जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन 'लिथियम' मिला था। अब राजस्थान में लिथियम का भंडार मिला है। लिथियम का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी में किया जाता है। वर्तमान में भारत लिथियम, निकल और कोबाल्ट जैसे कई खनिजों का आयात दूसरे देशों पर पूरी तरह से निर्भर है। जम्मू कश्मीर और राजस्थान में लिथियम मिलने से भारत को अब दूसरे देशों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। लिथियम के भंडार के मिलने के बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल की रफ्तार बढ़ जाएगी।


राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान के डेगाना में लिथियम के भंडार का पता लगाया गया है। खनन के साथ-साथ भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के अधिकारियों ने कहा कि भंडार हाल ही में जम्मू-कश्मीर में पाए गए भंडार से अधिक बड़ा है। यहां लीथियम की मात्रा देश की 80 फीसदी मांग को पूरा कर सकती है।


इससे क्या होगा फायदा?

इससे भारत में EV सेक्टर की ग्रोथ तेजी से हो रही है, जिसके चलते लिथियम की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। लिथियम मंहगा होने की वजह से ईवी में लगने वाली बैटरियों की कीमतें काफी अधिक हैं। यही वजह है कि इलेक्ट्रिक गाड़ियां डीजल-पेट्रोल की तुलना में महंगी होती हैं। आने वाले समय में राजस्थान और जम्मू-कश्मीर मिलकर देश की लिथियम की जरूरतों को अकेला पूरा कर देगा और बैटरी की कीमतें पहले की तुलना में काफी सस्ती हो जाएंगी, जिससे ईवी खरीदना और भी किफायती हो जाएगा।

Parminder Kaur

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