सड़क हादसों पर लगेगी लगाम, 125cc तक की सभी बाइक और स्कूटर में दिखेगा ये सिस्टम
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 03:24 PM (IST)
नई दिल्ली। भारत में सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए और हादसों से छुटकारा पाने के लिए सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में टू-व्हीलर से जुड़े एक बड़े बदलाव की घोषणा की गई है। जून 2026 से 125cc या उससे कम क्षमता वाले सभी स्कूटर और मोटरसाइकिलों में अब कॉम्बी ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) की जगह एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। यह नियम खास तौर पर एंट्री-लेवल बाइकों पर लागू होगा, जिन्हें देश में सबसे ज्यादा चलाया जाता है।
क्यों लिया गया ये फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में छोटे इंजन वाली बाइकों से जुड़े हादसों में तेजी से वृद्धि हुई है। ब्रेक के दौरान बाइक के स्किड होने या असंतुलित होकर गिर जाने से कई गंभीर दुर्घटनाएं हुईं। सड़क परिवहन मंत्रालय की स्टडी के मुताबिक, 2023 में सड़क दुर्घटना में हुई कुल मौतों में 45% पीड़ित दोपहिया वाहन सवार थे। इन आंकड़ों के बाद सरकार ने 125cc सेगमेंट में सुरक्षित ब्रेकिंग तकनीक अनिवार्य करने का फैसला लिया।
क्या है ABS का फायदा?
- CBS ब्रेकिंग के दौरान दोनों पहियों पर संतुलित दबाव डालता है और वाहन को जल्दी रोकने में मदद करता है।
- ABS पहियों को लॉक होने से रोकता है, जिससे स्किडिंग का खतरा कम हो जाता है और नियंत्रण बेहतर रहता है।
- नए नियम लागू होने के बाद सड़क हादसों की संख्या में कमी आने और लाखों राइडर्स को सुरक्षित ड्राइविंग का लाभ मिलने की उम्मीद है।
दो हेलमेट खरीदना भी होगा अनिवार्य
इसके अलावा सरकार ने साथ ही एक और अहम निर्देश जारी किया है। जून 2026 के बाद बेची जाने वाली हर नई बाइक या स्कूटर के साथ दो हेलमेट खरीदना अनिवार्य होगा। इसका उद्देश्य केवल एक राइडर नहीं, बल्कि पिलियन सहित सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
नियम क्यों जरूरी?
- भारत में हर साल मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं।
- खराब ब्रेकिंग और पिलियन सुरक्षा की कमी सबसे बड़ी वजह मानी गई है।
- पहले ABS/CBS जैसी तकनीक केवल प्रीमियम बाइकों में मिलती थी, पर अब यह एंट्री-लेवल सेगमेंट में भी स्टैंडर्ड होगी।
