भारत को बड़ा झटका, स्कॉर्पियन पनडुब्बी के दस्तावेज लीक

punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2016 - 01:45 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत की स्कॉर्पियन पनडुब्बियों की तकनीकी एवं रडार से बचने की क्षमताओं से जुड़ी विस्तृत जानकारी वाले संवेदनशील दस्तावेज लीक हो गए हैं। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इस मामले में नौसेना प्रमुख से रिपोर्ट मांगी है। इन स्कॉर्पियन पनडुब्बियों का डिजाइन फ्रांसीसी पोत निर्माता डीसीएनएस ने तैयार किया है। 

22,400 पन्नों का डाटा हुआ लीक
ऑस्ट्रेलिया के ‘द ऑस्ट्रेलियन’ अखबार के अनुसार, डीसीएनएस का कुल 22,400 पन्नों का जो डाटा लीक हुआ है, उसमें भारत की छह नई पनडुब्बियों की रडार से बच निकलने की गोपनीय क्षमता की जानकारी है। इसमें उन आवृत्तियों का भी जिक्र है, जिन पर ये खुफिया जानकारी जुटाती हैं। इसके अलावा इस डाटा में यह भी दर्ज है कि ये पनडुब्बियां गति के विभिन्न स्तरों पर कितना शोर करती हैं और किस गहराई तक गोता लगा सकती हैं और इनकी रेंज और मजबूती कितनी है। ये सभी संवेदनशील और बेहद गोपनीय जानकारी हैं। इसमें कहा गया कि ये आंकड़े पनडुब्बी के चालक दल को यह बताते हैं कि नौका पर वे किस स्थान पर जाकर दुश्मन की नजर से बचते हुए सुरक्षित तरीके से बात कर सकते हैं? आंकड़े चुंबकीय, विद्युत चुंबकीय और इन्फ्रारेड डाटा का भी खुलासा करते हैं । इसके साथ ही ये पनडुब्बी के तारपीडो प्रक्षेपण तंत्र और युद्धक तंत्र की विशिष्ट जानकारी भी देते हैं।

इस डाटा में पेरिस्कोप का इस्तेमाल करने के लिए जरूरी गति और स्थितियों का भी विवरण है। इसके अलावा पनडुब्बी के पानी की सतह पर आने के बाद प्रोपेलर से होने वाले शोर और तरंगों के स्तर का जिक्र भी इसमें है। अखबार द्वारा हासिल किए गए आंकड़ों में, पनडुब्बी के पानी के अंदर वाले संसूचकों के बारे में जानकारी देने वाले 4457 पन्ने, पानी के उपर लगे संसूचकों पर 4209 पन्ने, तारपीडो दागने के तंत्र से जुड़े 493 पन्ने, पनडुब्बी की संचार व्यवस्था पर 6841 पन्ने और इसके दिशासूचक तंत्रों से जुड़े 2138 पन्ने हैं।

पर्रिकर ने मांगी रिपोर्ट
इस खबर के सामने आने के बाद पर्रिकर ने बताया, ‘‘मैंने नौसेना प्रमुख से कहा है कि वह पूरे मामले का अध्ययन करें और पता लगाएं कि क्या लीक हुआ है? उसमें हमारे बारे में क्या जानकारी है और कितनी जानकारी है? मुझे पता चला है कि यह रात लगभग 12 बजे हुआ। मुझे लगता है कि यह हैकिंग है। हम इस सबका पता लगा लेंगे।’’ 

रक्षा मंत्री ने कहा कि वह इस लीक को 100 फीसदी नहीं मानते क्योंकि अंतिम एकीकरण का एक बड़ा हिस्सा भारत के पास है।  उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी।  नौसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘स्कॉर्पीन पनडुब्बियों से जुड़े दस्तावेजों की संदिग्ध लीक की जानकारी विदेशी मीडिया हाउस द्वारा दी गई है।’’

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