‘नशे के धंधे में महिलाएं’ यह बनता जा रहा है ‘फैमिली बिजनैस’

Friday, Aug 14, 2020 - 03:18 AM (IST)

कुछ वर्ष पहले तक नशों की तस्करी तथा अन्य समाज विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पुरुषों तक ही सीमित थी परंतु अब पकड़े जाने के डर से पुरुषों ने अपने परिवार की महिलाओं के साथ अन्य जरूरतमंद महिलाओं को भी इसमें शामिल करना शुरू कर दिया है क्योंकि आमतौर पर महिलाओं पर पुलिस शक नहीं करती। पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने और जल्दी अमीर बनने की चाहत में दूसरों की देखादेखी आपराधिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढऩे लगी है। इस कारण अब यह एक तरह से ‘फैमिली बिजनैस’ बन गया है। 

महिलाएं नशा तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार का धंधा चलाने, जब्री फिरौती वसूलने और ब्लैकमेङ्क्षलग तक में संलिप्त पाई जा रही हैं और कहीं-कहीं वे स्वयं भी शराब तथा अन्य नशों का सेवन करने लगी हैं। हाल ही में पंजाब में जहरीली शराब पीने से हुई लगभग 121 मौतों से मचे कोहराम के बाद गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कम से कम 4 महिलाएं बलविंद्र कौर (मुच्छल), त्रिवेणी उर्फ ‘प्रधान’ और उसकी रिश्तेदार ‘फौजन’ उर्फ दर्शना रानी (बटाला) के अलावा एक अन्य महिला भी शामिल है। 

नशे के धंधे में महिलाओं की भागीदारी कई जगह फैली हुई है और इसमें वृद्धि हो रही है। अकेले श्री मुक्तसर साहिब जिले में ही पिछले एक महीने में 8 महिलाओं को अवैध शराब, पोस्त और मारीजुआना (भांग) की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया है जिसके मात्र 10 दिनों के उदाहरण निम्र में दर्ज हैं : 

* 02 अगस्त को पुलिस ने टांडा उड़मुड़ में ‘बिजली घर कालोनी’ के निकट बिमला उर्फ मानो पत्नी कपूर चंद को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 22 बोतल अवैध शराब बरामद की।
* 02 अगस्त को जालंधर सदर पुलिस ने ‘बगीची मोहल्ला’ जमशेर के रहने वाले पति-पत्नी मनजीत कौर और मंगत राम उर्फ मंगा को अवैध शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 03 अगस्त को 2 वर्षों से नशे का कारोबार कर रही रेखा नामक एक 32 वर्षीय महिला पिंजौर के ‘खुड्डा लाहौरा’ गांव के निकट 78.42 ग्राम हैरोइन के साथ पकड़ी गई। वह दिल्ली से 2000 रुपए प्रति ग्राम के हिसाब से हैरोइन लाकर ट्राई सिटी में 4000 और 4500 रुपए प्रति ग्राम के भाव बेचती थी। 

* 07 अगस्त को जालंधर के ‘रामा मंडी’ की ‘बांसां वाली गली’ में नीरू नामक महिला द्वारा शराब बेचने की गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारा परंतु पुलिस के पहुंचने से पहले ही महिला वहां से फरार हो गई। अलबत्ता पुलिस ने वहां से 4500 एम.एल. शराब बरामद कर ली। 
* 07 अगस्त को पुलिस ने जालंधर के निकटवर्ती ‘आदमपुर’ में किरयाने की दुकान पर नशा बेचने वाले जसदीप सिंह जस्सी और उसकी पत्नी राजदीप कौर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 22000 नशीले कैप्सूल बरामद किए। 

* 09 अगस्त को कोटकपूरा पुलिस ने एक दोधी को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने के मामले में 2 महिलाओं सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया। 
* 09 अगस्त को नकोदर सिटी पुलिस ने पैसों की खातिर शिकायतकत्र्ता युवती को देह व्यापार का धंधा करने के लिए विवश करने के आरोप में एक महिला को काबू करके उसके कब्जे से उसे छुड़वाया।
* 09 अगस्त को ही मोगा पुलिस ने फिरोजपुर व मोगा में फिरौती वसूलने जा रही अमृतसर सैंट्रल जेल में बंद गैंगस्टर गगनदीप जज की मां स्वर्णजीत कौर तथा 2 अन्य को काबू किया। 

चूंकि महिलाओं का अवैध गतिविधियों में संलिप्त होना मुख्य रूप से आर्थिक मजबूरियों का परिणाम है, अत: जहां इस बुराई को रोकने के लिए पुलिस द्वारा अधिक मुस्तैदी बरतनी होगी वहीं जरूरतमंद महिलाओं के लिए रोजगार के आसान विकल्प पैदा करने की भी आवश्यकता है ताकि वे आय बढ़ाने की मजबूरी के चलते अवैध गतिविधियों में शामिल न हों। आवश्यकता इस बात की भी है कि नशे के इस दुष्चक्र को समाप्त करने के लिए इस धंधे में शामिल लोगों और इस धंधे में उनकी सहायता करने वाले लोगों को भी पकड़ कर कठोर दंड दिया जाए।—विजय कुमार

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