घर हो या बाहर महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं

Thursday, Aug 05, 2021 - 06:14 AM (IST)

सरकारों द्वारा महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में कमी के दावों के बावजूद मानवता को शर्मसार और हैवानियत की हद पार करने वाले अपराध लगातार जारी हैं। हद यह है कि घर हो या बाहर महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। यहां तक कि अस्पताल, धर्मस्थल, स्कूल और अब तो श्मशानघाट तक में वासना के भूखे भेडिय़ों ने अपने पंजे फैला रखे हैं जिसमें चंद तथाकथित धर्मगुरु, अध्यापक, पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा परिवार के सदस्य तक शामिल पाए जा रहे हैं : 

* 30 मई को दिल्ली के हर्ष विहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक मस्जिद के अंदर पानी लेने गई 12 वर्षीय नाबालिग से बलात्कार करने के आरोप में मस्जिद के इमाम को गाजियाबाद के लोनी से गिरफ्तार किया गया।
* 19 जून को केरल के पलानी मंदिर परिसर में अपने पति के साथ तीर्थ यात्रा पर आई एक 40 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और अपनी पत्नी को बचाने आए उसके पति को गुंडों ने पीटा।
* 22 जुलाई को असम के कर्बी आंगलांग जिले में एक मंदिर के पुजारी ने  एक 15 वर्षीय लड़की से बलात्कार कर डाला जो अपने गांव में इंटरनैट कनैक्टिविटी ठीक न होने के कारण अपने स्कूल की ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी के लिए पुजारी के घर में ठहरी हुई थी। 

* 23 जुलाई को देहरादून में एक चैरीटेबल स्कूल के संचालक को एक 12 वर्षीय छात्रा से बलात्कार के आरोप तथा स्कूल की केयरटेकर को इस घटना को छुपाने के आरोप में काबू किया गया।
* 24 जुलाई को असम के होजई में एक मस्जिद के इमाम ने एक 6 वर्षीय बच्ची से उस समय बलात्कार कर डाला जब वह घर में अकेली थी।  
* 27 जुलाई रात को पश्चिम बंगाल के बनगांव में एक बंगलादेशी महिला से पूछताछ के बहाने अपने कार्यालय में ले जाकर उससे बलात्कार करने के आरोप में बी.एस.एफ. के एक सब इंस्पैक्टर को गिर तार किया गया। 

* 28 जुलाई को मध्य प्रदेश में इंदौर स्थित ‘सरकारी महाराजा यशवंत राव अस्पताल’ में डायलिसिस करवाने आई 50 वर्षीय महिला रोगी के साथ अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय ने बलात्कार कर डाला।
* 28 जुलाई को लुधियाना में तीन सगे भाइयों द्वारा अपनी बहन से डेढ़ वर्ष तक सामूहिक बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया।
* 31 जुलाई को राजस्थान में बूंदी जिले के केशोराज पत्तन इलाके में एक महिला के घर उसके बच्चों को स्कूल में दाखिल करवाने के लिए कहने गए एक सरकारी स्कूल के अध्यापक  ने महिला को अकेली देख कर उसकी इज्जत लूट ली। 

* 01 अगस्त को दिल्ली के ओल्ड नांगल गांव के श्मशानघाट में वाटर कूलर से ठंडा पानी लेने गई 9 वर्षीय बच्ची से बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर देने के आरोप में पुलिस ने श्मशानघाट में कर्मकांड करने वाले पुजारी राधेश्याम के अलावा सलीम, लक्ष्मी नारायण व कुलदीप को गिर तार किया। 4 अगस्त को पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा करने के बाद जब दिल्ली के मु यमंत्री अरविंद केजरीवाल पीड़ित परिवार से मिलने गए तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इससे पूर्व राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से भेंट कर उनके लिए न्याय की मांग की। 

* 02 अगस्त को उत्तर प्रदेश में बरेली के बछरावां थाना क्षेत्र के गांव में एक युवक ने एक गूंगी महिला के साथ बलात्कार कर डाला। उक्त घटनाओं से स्पष्ट है कि कड़े कानूनी प्रावधानों के बावजूद अपराधी बाज नहीं आ रहे। यहां तक कि महिलाएं सर्वाधिक सुरक्षित समझे जाने वाले स्थानों पर भी सुरक्षित नहीं हैं और वे लोग भी इन अपराधों में शामिल पाए जा रहे हैं जिनसे उनकी सुरक्षा की अपेक्षा की जाती है। निश्चय ही इस तरह के घटनाक्रम समाज में आ रही भारी गिरावट के द्योतक हैं। अत: सभी प्रकार के यौन अपराधों में शामिल पाए जाने वाले लोगों को त्वरित, कठोरतम और शिक्षाप्रद दंड देने की आवश्यकता है ताकि दूसरों को भी नसीहत मिले और महिलाएं सुरक्षित वातावरण में सांस ले सकें। —विजय कुमार  

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