महंगाई उच्चतम स्तर पर कहां है? रेल राज्यमंत्री का सवाल

Sunday, Nov 17, 2019 - 12:11 AM (IST)

समय-समय पर सत्ता से जुड़े हमारे जिम्मेदार नेतागण अपने बयानों में ऐसी-ऐसी बातें कह देते हैं कि उनकी जानकारी पर आश्चर्य होता है कि वे वास्तविकता से कितनी दूर हैं। कर्नाटक से सांसद एवं केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने देश की अर्थव्यवस्था के बारे में 11 नवम्बर को विपक्षी दलों की आलोचनाओं को खारिज करते हुए ऐसा ही एक बयान देते हुए कहा कि : 

‘‘विमान ठसाठस भर-भर कर उड़ रहे हैं, एयरपोर्ट फुल हैं...कोई सीट नहीं मिलती, रेलवे स्टेशन में टिकट नहीं मिलता... वो फुल है, रेलगाडिय़ां यात्रियों से खचाखच भरी चल रही हैं, किसी का कोई काम और शादी नहीं रुकती है, लोग खूब शादी-विवाह कर रहे हैं। ऐसे में मंदी कहां है?’’ ‘‘आम लोग बहुत खुश हैं। यह सब अर्थव्यवस्था के ठीक होने का संकेत है जो यह बताता है कि देश की अर्थव्यवस्था ‘अच्छी’ चल रही है। कीमतें नहीं बढ़ी हैं।’’ ‘‘आप मुझे बताइए कि समस्या कहां है? सिर्फ कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो विश्व में अधिक लोकप्रिय हैं, की छवि खराब करने के लिए ऐसा बोल रहे हैं।’’ 

केंद्रीय रेल राज्यमंत्री का देश में मंदी और महंगाई न होने बारे उक्त बयान ऐसे समय में आया है जब देश विकास दर में पिछले 6 साल की सबसे बड़ी गिरावट से जूझ रहा है। कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, सीमैंट और बिजली उद्योग में भारी सुस्ती के चलते कोर सैक्टर के प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में अगस्त महीने में 0.50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है जो पिछले 45 महीनों में औद्योगिक उत्पादन में आने वाली सर्वाधिक गिरावट है। देश में खुदरा महंगाई अक्तूबर में 16 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच कर  4.6% हो गई है और प्रत्येक खाद्य वस्तु महंगी हुई है। खाद्य महंगाई 5.11% से बढ़ कर अक्तूबर में 7.89% हो गई। 

सब्जियां 26.10%, फल 4.8%, अनाज 2.16%, दूध एवं दुग्ध उत्पाद 3.10%, तेल एवं वसा 1.98त्न, दाल एवं संबंधित उत्पाद 11.72%, चीनी 1.33त्न, कोल्ड ड्रिंक 2.58% महंगे हुए हैं जबकि विशेषज्ञों ने आने वाले महीनों में और महंगाई बढऩे की आशंका व्यक्त की है। यदि सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े हमारे नेताओं को ही देश के हालात की सही जानकारी नहीं है तो सहज ही समझा जा सकता है कि वे वास्तविकता से कितना कटे हुए हैं जो निश्चय ही दुर्भाग्यपूर्ण है।—विजय कुमार 

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