कहीं उलटा न पड़ जाए ट्रम्प को एच-1 बी वीजा पर अस्थायी रोक का दांव

Thursday, Jun 25, 2020 - 03:27 AM (IST)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अच्छे संबंध हैं तथा उन्हें ट्रम्प से काफी उम्मीदें भी थीं। जहां भारत सरकार ट्रम्प और अमरीका के साथ अच्छे संबंधों की ‘खुशफहमी’ में है वहीं ट्रम्प ने अमरीका में रोजगार आधारित एच-1 बी वीजा के अलावा एल-1, एच-4 तथा अन्य अस्थायी कामकाजी वीजा का निलंबन 31 दिसम्बर तक बढ़ा कर तथा इसी अवधि में ग्रीन कार्ड जारी करने पर भी रोक लगा कर भारत को झटका दे दिया है। 

अमरीका में इस समय लगभग 4 लाख एच-1बी और 1 लाख एल-1 वीजा धारक हैं जो वहां चोटी की आई.टी. एवं अन्य कम्पनियों में काम कर रहे हैं। इससे जहां आई.टी. कम्पनियों की प्रतिभाओं की उपलब्धता पर प्रभाव पड़ेगा वहीं एच-4 वीजा न मिलने से उन महिलाओं के अमरीका जाने में अड़चन आएगी जिनके पति अमरीका में एच-1बी वीजा पर काम कर रहे हैं।

सरकारी सूत्रों के अनुसार ट्रम्प ने यह रोक चुनाव के इस महत्वपूर्ण वर्ष में अमरीकियों के लिए नौकरियां सुरक्षित रखने के उद्देश्य से लगाई है। उनका कहना है कि इससे अमरीका में 5.25 लाख नौकरियां पैदा होंगी तथा यह फैसला स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार पैदा करेगा परंतु स्वयं अमरीकी कम्पनियां ही इस फैसले का विरोध कर रही हैं। 

* ‘गूगल’ के सी.ई.ओ. सुंदर पिचाई ने कहा है कि वह आव्रजकों के साथ हैं तथा सभी के लिए अवसर पैदा करने के लिए काम करेंगे। 
* माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ के अनुसार, ‘‘ट्रम्प के फैसले का यह खराब समय है क्योंकि संकट के इस समय में आप्रवासी अमरीका में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।’’

*  टेस्ला के सी.ई.ओ. एलेन मस्क का कहना है कि ‘‘यह समय हमारे देश को वैश्विक प्रतिभा से दूर रखने का नहीं है।’’ 
* ट्विटर की वाइस प्रैसीडैंट जैसिका हरेरा के अनुसार, ‘‘अमरीका द्वारा विश्व की उच्च प्रशिक्षित प्रतिभाओं को अमरीका आने से रोकने का एकतरफा निर्णय अदूरदर्शिता  और अमरीका की अर्थव्यवस्था  के लिए घातक है।’’ 

* फेसबुक के प्रवक्ता का मानना है कि ‘‘ट्रम्प की घोषणा से उच्च प्रशिक्षित प्रतिभाएं अमरीका नहीं आ सकेंगी जिससे आॢथक सुधारों में मुश्किलें आएंगी।’’ऐसे समय में जबकि भारत और अमरीका की मैत्री का डंका सारी दुनिया में बज रहा है, ट्रम्प द्वारा अपने चुनावी नफा-नुक्सान को देखते हुए एच-1 बी व अन्य वीजा कार्यक्रमों को निलंबित करके भारतीय प्रतिभाओं का अमरीका में प्रवेश रोकना निश्चय ही दुर्भाग्यपूर्ण है जिससे उन्हें चुनावी लाभ तो शायद ही मिले अलबत्ता इससे उन्हें भारतीय समुदाय की नाराजगी के कारण हानि अवश्य हो सकती है।—विजय कुमार 

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