सत्ता से जुड़े लोगों की बढ़ रही ‘दबंगई’ और ‘गुंडागर्दी’

Wednesday, Aug 10, 2016 - 12:28 AM (IST)

सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े लोगों से यह आशा की जाती है कि वे कोई भी कानून विरोधी कार्य नहीं करेंगे और स्वयं को ‘सच्चा जन प्रतिनिधि’ तथा ‘जन सेवक’ सिद्ध करते हुए आम लोगों की मुश्किलें सुलझाने में मदद करेंगे परन्तु आज सत्ता प्रतिष्ठïान से जुड़े लोग ही नहीं बल्कि उनके परिजन भी भारी दबंगई तथा गलत काम कर रहे हैं :

1 जुलाई को झारखंड के भाजपा अध्यक्ष ‘ताला मरांडी’ के बेटे ‘मुन्ना मरांडी’ के विरुद्ध विवाह का झांसा देकर एक नाबालिगा के साथ 2 वर्षों तक बलात्कार करने के आरोप में केस दर्ज किया गया। नाबालिगा का यह भी आरोप है कि ‘मुन्ना’ ने एक अन्य नाबालिगा से शादी भी कर रखी है। 

1 जुलाई को ही सीकर के निर्दलीय विधायक नंद किशोर महारिया के बेटे सिद्धार्थ महारिया की तेज रफ्तार बी.एम.डब्ल्यू. कार ने पहले तो एक ऑटो को टक्कर मारी और बाद में वहां खड़े एक पुलिस वाहन को भी अपनी लपेट में ले लिया जिससे 3 लोगों की मृत्यु व 2 लोग घायल हो गए।

24 जुलाई को पूर्वांचल एक्सप्रैस में यात्रा कर रहे भाजपा के एम.एल.सी. व शराब व्यापारी ‘टुन्ना पांडे’ को हाजीपुर जी.आर.पी. ने तड़के 3 बजे उसी डिब्बे में यात्रा कर रही 12 वर्षीय बच्ची से छेड़छाड़ करने और उसे जबरदस्ती बाथरूम में ले जाने का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार किया।

25 जुलाई को बिहार में सीवान के 2 चिकित्सकों ने जद (यू) के विधायक श्याम बहादुर सिंह व उसके समर्थकों पर उनके साथ मारपीट करने व 20 लाख रुपए रंगदारी मांगने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई। 27 जुलाई को उत्तर प्रदेश के खुर्जा में एक कांग्रेस नेता शेखर पंडित एक पैट्रोल पम्प पर पैट्रोल लेने के लिए आया। उसने वहां मौजूद कर्मचारियों से कहा कि उनका मैनेजर उसे सलाम करने क्यों नहीं आया? इसी बात पर भड़का शेखर पंडित 10 मिनट तक मैनेजर तथा पम्प कर्मचारियों को पीटता रहा। जो कोई भी बीच-बचाव करने आया उसने उसे भी पीट दिया।

30 जुलाई को बिहार के कटिहार में कम्युनिस्ट पार्टी के एक विधायक से एक बैंक में जाने पर उसके मैनेजर ने अपने सामने वाली कुर्सी पर बैठने को कह दिया जिस पर गुस्से में आकर विधायक ने बैंक के मैनेजर पर ताबड़तोड़ थप्पड़ों की बौछार कर दी। 3 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के थाना मधुबन की बेलोली चौकी के इंचार्ज रामचंद्र यादव व उनके स्टाफ ने ‘रोड रेसिंग’ कर रहे 3-4 युवकों को पकड़ कर उनसे अपने वाहनों के कागज दिखाने के लिए कहा तो युवकों ने फोन करके सत्तारूढ़ सपा के एक स्थानीय नेता राजेन्द्र मिश्र को बुला लिया।  मिश्र ने आते ही यादव को भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू कर दीं, उसके साथ बदसलूकी की और कॉलर पकड़ कर 3-4 थप्पड़ भी जड़ दिए।

4 अगस्त को बिहार के कटिहार में एक पैट्रोल पम्प मालिक की 5 वर्षीय बेटी स्पर्श अग्रवाल का अपहरण करने और पैट्रोल पम्प मालिक से 25 करोड़ रुपए फिरौती मांगने के आरोप में पूर्व सांसद नरेश यादव के बेटे संतोष यादव तथा 2 अन्य को पुलिस अधिकारियों ने उस समय गिरफ्तार किया जब वे बैठे शराब पी रहे थे। 4 अगस्त को ही कानपुर में हलीम जुबली इंटर कालेज फॉर गल्र्स की प्रिसींपल सबा खान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि सीसा मऊ से सपा विधायक इरफान सोलंकी जबरदस्ती कालेज में घुस आया और छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और फब्तियां कसीं जिससे कुछ छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई।

8 अगस्त को बिहार में आरा के बांस टाल मोहल्ले में भूमि विवाद में राजद के पूर्व एम.एल.सी. लाल दास राय के बेटे सोनू राय ने दबंगई दिखाते हुए प्रहलाद शर्मा को गोली मार कर घायल कर दिया। हमारे जन प्रतिनिधियों और अन्य प्रभावशाली लोगों द्वारा सारे कायदे-कानून भूल दबंगई के ये तो चंद उदाहरण हैं जो प्रकाश में आए हैं जबकि इनके अलावा ऐसे असंख्य मामले होंगे जो प्रकाश में नहीं आ पाए।

सत्ता से जुड़े लोगों व उनके परिजनों में दबंगई का यह रुझान अत्यंत खतरनाक है। यदि इसे सख्ती से नहीं रोका गया तो आम लोग भी प्रतिक्रिया स्वरूप इनकी ही तरह कानून अपने हाथ में लेने के लिए विवश होने लगेेंंगे जिसका नतीजा सभी पक्षों के लिए असुखद ही होगा।        —विजय कुमार
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