चुनावों का दूसरा चरण आज इन दिनों हुई चंद दिलचस्प बातें

Thursday, Apr 18, 2019 - 03:29 AM (IST)

देश इस समय चुनावों के दौर से गुजर रहा है। सात चरणों में होने वाले चुनावों के पहले चरण में 11 अप्रैल को 18 राज्यों और 2 केन्द्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों पर मतदान हुआ। अब अगले चरण में 18 अप्रैल को 12 राज्यों की 95 सीटों पर मतदान होगा जिनकी चंद दिलचस्प बातें निम्न में दर्ज हैं : 

उमा भारती (भाजपा) ने दुर्ग की एक सभा में प्रियंका गांधी वाड्रा को चोर की पत्नी कहा और बोलीं, ‘‘जिसके पति पर चोरी का आरोप हो लोग उसे किस नजर से देखेंगे? भारत में चोर की पत्नी को जिस नजर से देखा जाता है उसे भी उसी नजर से देखा जाएगा।’’ इसी प्रकार गिरिराज सिंह (भाजपा) ने बेगूसराय में राहुल गांधी की तुलना मोहम्मद अली जिन्ना से करते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी सोची-समझी साजिश के अंतर्गत भारत को तोडऩे के लिए जिन्ना की भूमिका निभा रहे हैं।’’

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि एन.डी.ए. ने राष्ट्रपति पद के लिए श्री लाल कृष्ण अडवानी पर श्री रामनाथ कोविंद को उनकी जाति के कारण अधिमान दिया। (बाद में आलोचना होने पर उन्होंने कहा कि उन्हें गलत उद्धृत किया गया है तथा उनके मन में श्री कोविंद के लिए अत्यधिक सम्मान है। ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि पहले राजशाही सरकारें 30 से 50 साल में बदलती थीं परन्तु अब हर 5 साल में बदलने की संभावना रहती है। ऐसे में (सरकार का) कोई भरोसा नहीं है, जब तक है तब तक उसका उपयोग करें। 

उत्तर प्रदेश में भाजपा ने 4 सिने सितारों को उम्मीदवार बनाया है। भोजपुरी फिल्मों के 2 सुपर स्टार्स रवि किशन तथा दिनेश लाल यादव निरहुआ को क्रमश: गोरखपुर और आजमगढ़ से चुनाव लड़वाने के अलावा पार्टी ने अभिनेत्री जयाप्रदा को रामपुर से और ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी को उनके पिछले ही निर्वाचन क्षेत्र मथुरा से चुनाव मैदान में उतारा है। पटना से शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस की टिकट पर भाजपा के रविशंकर प्रसाद के मुकाबले पर चुनाव लड़ रहे हैं। आशा थी कि शत्रुघ्न की अभिनेत्री बेटी सोनाक्षी उनके लिए प्रचार करेंगी लेकिन सोनाक्षी ने यह कह कर इससे मना कर दिया है कि वह एकगैर-राजनीतिक व्यक्ति है और उसने 2009 तथा 2014 के चुनावों में भी अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार नहीं किया था। 

बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने जिन अभिनेत्रियों को टिकट दिया है उनमें नुसरत जहां, मिमी चक्रवर्ती आदि शामिल हैं। 12 अप्रैल को मिमी ने अपने चुनाव अभियान के दौरान दस्ताने पहन कर ही लोगों के साथ हाथ मिलाना शुरू कर दिया। इस पर मिमी की जगहंसाई हुई तो सफाई देते हुए उसने कह दिया कि ‘‘मैंने हाथों पर कोई दवाई लगा रखी थी इसलिए दस्ताने पहने थे।’’ चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए रुपए-पैसे तथा अन्य वस्तुएं बांटने का रिवाज आम है। तमिलनाडु में यह रोग इतना बढ़ चुका है कि वहां इन दिनों भीषण गर्मी से परेशान होने के बावजूद लोग रात में बिजली सप्लाई बंद हो जाने की प्रार्थना करते हैं क्योंकि बिजली बंद होते ही विभिन्न उम्मीदवार चोरी-छिपे गली-मोहल्लों में आकर नोट एवं अन्य वस्तुएं बांटना शुरू कर देते हैं। 

अनेक सरकारी कर्मचारी चुनावों में ड्यूटी से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। एक महिला कर्मचारी ने तो हद ही कर दी और अधिकारियों से बोली, ‘‘मैं बहुत मोटी हूं, सर। भला मैं चुनाव में कैसे ड्यूटी दे पाऊंगी।’’ वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध चुनाव लडऩे वालों की बाढ़ सी आई हुई है जिनमें अदालत की अवमानना के दोषी ठहराए गए कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जज सी.एस. कर्णन, बी.एस.एफ. से निष्कासित जवान तेज बहादुर यादव, फ्लूरोसिस (रक्त विषाक्तता) से पीड़ित अंसला स्वामी तथा तमिलनाडु के 111 किसानों का समूह शामिल है। 

मुख्तार अब्बास नकवी (भाजपा) ने रामपुर में सपा नेता आजम खां को मोगैम्बो ( दुष्ट खलनायक) करार देते हुए कहा, ‘‘एक मोगैम्बो रामपुर में है जो महिलाओं का अपमान कर रहा है, देश उसको सजा जरूर देगा।’’ पिछले कुछ दिनों के दौरान चुनाव के रंगमंच पर कुछ इस प्रकार की बातें देखने को मिली हैं। इस संबंध में सर्वाधिक उल्लेखनीय बात यह है कि ये चुनाव भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में अमरीका के बाद न सिर्फ सर्वाधिक महंगे चुनाव हैं बल्कि इन चुनावों में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे के विरुद्ध जितनी घटिया बयानबाजी की है उतनी इससे पहले किसी चुनाव में नहीं की गई थी।—विजय कुमार

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