देश में ‘आवारा कुत्तों’ की समस्या मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट में

Wednesday, Sep 13, 2023 - 05:41 AM (IST)

आज सारा देश आवारा कुत्तों की समस्या से परेशान है। हाल के दिनों में कुछ घटनाएं ऐसी घटी हैं, जिनके बाद आवारा कुत्ते गंभीर समस्या बन कर उभरे हैं तथा आवारा कुत्तों के काटने का मामला अदालत तक पहुंच रहा है। 
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में लोगों को कुत्तों के काटने की सर्वाधिक घटनाएं भारत में ही हो रही हैं। इसी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि विश्व में कुत्तों के काटने से होने वाले रैबीज रोग से 36 प्रतिशत मौतें भारत में होती हैं। 

* 11 सितम्बर को फरीदाबाद में एक कुत्ते ने 3 बच्चों सहित 6 लोगों पर हमला करके उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। 
* 11 सितम्बर को ही हापुड़ के जमालपुर में घर आ रहे एक 15 वर्षीय किशोर को घेर कर कुत्तों ने 9 जगह नोच डाला। 
* 9 सितम्बर को मोदी नगर की मलिक नगर कालोनी में अपने दादा को खाना देने जा रहे 14 वर्षीय बच्चे पर कुत्तों के एक झुंड ने हमला करके उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। 
* 3 सितम्बर को हिमाचल प्रदेश की नेरवा तहसील के धनत गांव में पागल कुत्ते ने कई लोगों को काट कर लहू-लुहान कर दिया। 
* 12 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक ए.एस.आई. की मौत आवारा कुत्ते के काटने से हुए रैबीज रोग के परिणामस्वरूप हो गई। 
* 3 अगस्त को गाजियाबाद के राजनगर एक्सटैंशन की सोसायटी में 4-5 कुत्तों ने एक बच्चे को घेर कर बुरी तरह काट डाला। 

* 16 जून को केरल में त्रिसूर में एक घंटे के भीतर एक ही आवारा कुत्ते ने 15 लोगों को काट कर घायल कर दिया। 
* 10 जून को दिल्ली में शाहदरा के एक पार्क में खेल रहे 5 वर्षीय बच्चे को एक कुत्ते ने काट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
* 7 जून को जम्मू-कश्मीर में पुंछ के सवजान गांव में एक आवारा कुत्ते ने 7 लोगों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया।  
* 16 मई को लखनऊ में एक आवारा कुत्ते ने क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के क्रिकेटर बेटे अर्जुन तेंदुलकर को काट कर घायल कर दिया।
* 12 मई को डेरा बस्सी के भंकरपुर गांव में आवारा कुत्तों ने 2 बच्चों समेत 5 लोगों को काट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
* 3 मई को दिल्ली के रंगपुर इलाके में 7 वर्षीय बच्ची पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला करके उसकी पीठ, गर्दन और हाथ लहू-लुहान कर दिए। 

कुत्तों के काटने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच गया है। 11 सितम्बर को कुणाल चटर्जी नामक एक वकील जब हाथों में पट्टी बांध कर अदालत में पहुंचे तो मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ द्वारा इसका कारण पूछने पर कुणाल ने बताया कि ‘‘गाजियाबाद में मुझ पर 5 कुत्तों ने एक साथ हमला बोल दिया, जिससे मैं घायल हो गया।’’ इस पर न्यायमूर्ति चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिंह एवं न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कुणाल चटर्जी समेत पहले के कुछ अन्य मामलों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गंभीर खतरा बन गया है। इस पर कुणाल चटर्जी ने कहा कि ‘‘आवारा कुत्तों के हमलों के मामलों में सुप्रीमकोर्ट को कोई दिशा-निर्देश देना चाहिए।’’ 

इसी मौके पर सुप्रीमकोर्ट के एक वकील विजय हंसारिया ने भी न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ से आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए सुप्रीमकोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया तथा सोलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि ‘‘यह पूरे देश की समस्या बनती जा रही है।’’ पहली बार एक वकील को कुत्तों द्वारा काटने पर न्यायपालिका ने इस पर चिंता व्यक्त की है, जिससे यह आशा बंधी है कि न्यायपालिका द्वारा इस बारे कोई न कोई आदेश जारी करके इस समस्या पर रोक लगाने की पहल की जाएगी जबकि अभी तक राज्य सरकारों की ओर से तो इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।—विजय कुमार 

Advertising