केंद्र सरकार के नए कार्यकाल की शुरूआत दुखद घटनाओं से

punjabkesari.in Friday, Jun 14, 2024 - 05:22 AM (IST)

9 जून को केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार राजग सरकार के सत्ता में आने के दिन से ही अनेक असुखद घटनाएं हो रही हैं। एक ओर जम्मू-कश्मीर तथा मणिपुर में हिंसा जारी है तो दूसरी ओर विदेश में भी भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैं : 

  • 9 जून को केंद्र में राजग सरकार द्वारा शपथ ग्रहण से कुछ ही घंटे पूर्व जम्मू-कश्मीर में रियासी के पोनी इलाके में पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों ने शिवखोड़ी से कटड़ा जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर फायरिंग करके 9 तीर्थयात्रियों की हत्या और 42 अन्यों को घायल कर दिया।
  • 11 जून शाम को कठुआ जिले के हीरा नगर के ‘सैद सोहल’ गांव में आतंकी हमले में सी.आर.पी.एफ. के एक जवान कबीरदास शहीद हो गए। 
  • 11 जून को ही डोडा जिले के भद्रवाह-छत्रगला में पुलिस दल पर आतंकी हमले में 6 जवान घायल हो गए। 
  • 12 जून को डोडा जिले के गंडोह-भलेसा में ‘कोटा टोप’ पर आतंकवादियों से पुलिस की मुठभेड़ में एक हैडकांस्टेबल घायल हो गया जबकि 13 जून को डोडा जिले में ही हीरानगर के सैद सोहल गांव में फिर 2 आतंकवादी नजर आने के बाद तलाशी अभियन छेड़ा गया। नरवाल में भी संदिग्ध दिखने पर तलाशी अभियान इन पंक्तियों के लिखे जाने तक जारी था। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र बड़ी तेजी से पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों की गतिविधियों का नया केंद्र बनता जा रहा है। पिछले 6 महीनों में जम्मू क्षेत्र के 10 में से 6 जिलों-राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, कठुआ और डोडा में आतंकवादियों ने वारदातें की हैं। 
  • 12 जून को ही बेलगावी (कर्नाटक) की जेल में बंद गैंगस्टर जयेश पुजारी ने अपने विरुद्ध केस की सुनवाई के लिए पेशी के दौरान भरी अदालत में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। 
  • उत्तर पूर्व के मणिपुर में पिछले साढ़े 13 महीनों से स्थिति अशांत बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 3 मई के बाद से इस वर्ष 3 जून तक मणिपुर में सुरक्षा बलों के 12 सदस्यों के अलावा 220 से अधिक लोगों की मौतें व 50,000 से अधिक लोग बेघर हुए हैं। वहां हिंसा की नवीनतम घटना में 8 जून को जिरीबाम जिले में उग्रवादियों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी जिसके कारण वहां भड़की हिंसा के बाद जिरीबाम जिले के बाहरी गांवों में संदिग्ध उग्रवादियों ने राहत शिविर में बसे लोगों के घरों को जला दिया। इसके 2 दिन बाद 10 जून को जिरीबाम भेजी जा रही मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की सुरक्षा टीम पर भी उग्रवादियों ने हमला कर दिया जिसके परिणामस्वरूप एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। 
  • 12 जून को चंडीगढ़ में मैंटल हैल्थ इंस्टीच्यूट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद वहां उपचाराधीन मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। इसके अलावा नई दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय, रेल संग्रहालय, गांधी संग्रहालय तथा कई अन्य संस्थानों को भी बम रखे होने के धमकी भरे मेल भेजे गए।
  • देश विरोधी ताकतों के बढ़े हुए हौसलों का अनुमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद 13 जून को अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली रवाना होने से एक दिन पूर्व हुई घटना से ही लगाया जा सकता है। 
  • 12 जून को इटली के रोम शहर में खालिस्तानी समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रतिमा का अनावरण करने वाले थे। अत: इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है।
  • 12 जून का दिन भारत के लिए एक और दर्दनाक खबर लेकर आया, जब कुवैत के ‘मंगाफ’ शहर में एक इमारत में आग लग जाने से 45 भारतीयों सहित 49 लोगों की जान चली गई। 

इनके अलावा भी पिछले कुछ दिनों के दौरान देश में अनेक छोटी-मोटी दुखद घटनाएं हुई हैं। हम आशा करते हैं कि भारत सरकार देश विरोधियों द्वारा की जाने वाली ऐसी घटनाओं का समुचित उत्तर देगी और देश में सुख-शांति का दौर लौटेगा। -विजय कुमार


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