फ्लोरिडा (अमरीका) के स्कूल में गोलीबारी की सबसे भयानक घटना

Saturday, Feb 17, 2018 - 03:56 AM (IST)

अमरीकी स्कूलों में हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। गत 1 फरवरी को लॉस एंजल्स शहर के डाऊन टाऊन में सैल कास्त्रो मिडल स्कूल में एक 12 वर्षीय छात्रा ने कक्षा के अंदर बंदूक सहित घुस कर और गोली चला कर 5 लोगों को घायल कर दिया था। 

इस घटना के मात्र 13 दिन बाद 14 फरवरी को अमरीका में फ्लोरिडा के पार्कलैंड में मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में शक्तिशाली असाल्ट राइफल से लैस निकोलस क्रूज नामक पूर्व छात्र द्वारा, जिसे कुछ महीने पहले अपनी पूर्व प्रेमिका के नए ब्वायफ्रैंड से लड़ाई के बाद स्कूल से निकाल दिया गया था, इसी स्कूल में की गई गोलीबारी से कई विद्याॢथयों सहित कम से कम 17 लोग मारे गए तथा एक भारतवंशी छात्र सहित 15 घायल हो गए। 

स्कूल में गोलीबारी की इस घटना के बाद अमरीका में विवादित बंदूक नियंत्रण कानून को लेकर फिर से बहस शुरू हो गई है तथा लोगों का कहना है कि स्कूलों में गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कोई भी कानून काफी नहीं है। किसी अमरीकी स्कूल में 2012 के बाद फायरिंग की यह सबसे बड़ी घटना है। वर्ष 2016 में 31,000 की आबादी वाले पार्कलैंड इलाके को फ्लोरिडा का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया था। 

स्कूल में क्रूज पढ़ाई के दौरान अमरीकी सेना द्वारा प्रायोजित जूनियर रिजर्व अधिकारियों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में शामिल रहा था। हमले के समय उसने गैस मास्क पहन रखा था। उसके पास से स्मोग ग्रेनेड व असंख्य मैगजीन भी मिले। भयानक इरादों तथा ए.आर. 15 असाल्ट राइफल के साथ स्कूल पहुंचे क्रूज ने पहले फायर अलार्म बजाया ताकि भगदड़ मचे और ज्यादा से ज्यादा लोग उसका शिकार बनें। क्रूज द्वारा प्रयुक्त राइफल पर अमरीका में 1994 से 2004 तक प्रतिबंध लगा हुआ था परंतु बाद में यह समाप्त कर दिया गया था। फ्लोरिडा के स्कूल में हुआ हमला 2018 के शुरूआती 45 दिनों में अमरीकी स्कूलों में हमले की 18वीं घटना है। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा है।

अपनी आबोहवा के कारण फ्लोरिडा को ‘सनशाइन स्टेट’ कहा जाता है परंतु यहां हिंसा के पुजारियों को आसानी से हथियार उपलब्ध होने के कारण इसे ‘गन शाइन स्टेट’ भी कहा जाने लगा है। समूचे अमरीका में इसी राज्य में सर्वाधिक लोगों के पास बंदूकों के लाइसैंस हैं। हाल ही के वर्षों में यहां अनेक भयानक गोलीकांड हो चुके हैं। सबसे भयानक गोलीकांड 12 जून, 2016 को हुआ था जब ओरलैंडो में हथियारों से लैस व्यक्ति ने 49 लोगों को मार डाला था। 

यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि जब से डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका के राष्ट्रपति का पद संभाला है इस प्रकार की घटनाओं में तेजी आ गई है। एक ओर उत्तर कोरिया के साथ चल रहे अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान के विवाद के कारण विश्व युद्ध का खतरा बढ़ रहा है तो दूसरी ओर अमरीका में लगातार बढ़ रही असहिष्णुता और हिंसा चिंताजनक रूप धारण करती जा रही है जो इस बात की परिचायक है कि आज विश्व किस कदर खतरनाक दौर में प्रविष्टï कर गया है।—विजय कुमार 

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