‘पबजी’ (ऑनलाइन गेम) ले रही युवाओं की जान ‘माता-पिता हो जाएं सावधान’!

Thursday, Dec 16, 2021 - 04:12 AM (IST)

‘पबजी’, ‘फ्री फायर’ और इन जैसी कई ऑनलाइन गेम्स आजकल के युवाओं के लिए एक नशा-सा बनती जा रही हैं। अनेक युवाओं को तो इनकी ऐसी लत लग जाती है कि वे इन गेम्स को खेलने के जुनून में कोई भी खतरनाक से खतरनाक कदम उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं। इस तरह की गेम्स वैसे तो मुफ्त होती हैं परंतु उनमें बेहतर प्रदर्शन करने तथा अन्यों से आगे निकलने के लिए ‘एप’ के भीतर ही कई तरह के वर्चुअल टूल्स, इक्विपमैंट तथा हथियारों को पैसे देकर अनलॉक करने या ‘खरीदने’ की सलाह दी जाती है। 

जिन युवाओं को इन गेम्स की लत लग जाती है वे इसमें बताई गई वस्तुएं खरीदने के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार हो जाते हैं जिसके लिए वे धोखाधड़ी द्वारा अपने माता-पिता के अकाऊंट से पैसे ट्रांसफर करने के अलावा अपहरण और हत्या जैसे अपराध तक करने से भी नहीं चूकते। ‘पबजी’ को लेकर ऐसी ही चंद घटनाएं निम्र में दर्ज हैं : 

* 25 अगस्त को मुम्बई में ‘पबजी’ खेलने की लत का शिकार एक 16 वर्षीय युवक अपनी मां के डांटने पर उनके बैंक अकाऊंट से 10 लाख रुपए निकलवा कर घर से भाग गया।
* 26 नवम्बर को मध्य प्रदेश के सिंगरौली में ‘पबजी’ के खेल में अपने दोस्त से जीते हुए 50 रुपए न मिलने पर 10वीं कक्षा के एक छात्र ने अपने मित्र को पत्थर पर पटक कर बेरहमी से उसकी हत्या कर देने के बाद उसका शव तालाब में फैंक दिया। मृत युवक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और काफी मन्नतों के बाद पैदा हुआ था। जन्म के समय से ही बहुत कमजोर होने के कारण उसके माता-पिता ने उसे बहुत यत्न से पाला था। 

* 3 दिसम्बर को राजस्थान के झालावाड़ शहर में रहने वाला एक 13 वर्षीय लड़का ‘पबजी’ की लत में इतना डूब गया कि उसने ‘पबजी’ के खेल की खातिर अपने घर की तिजोरी से ही 3 लाख रुपए गायब कर दिए। उसके परिजनों का कहना है कि उनके बेटे की इस लत का फायदा पड़ोस में ई-मित्र की दुकान चलाने वाले युवक ने उठाया। 

आरोपी ने नाबालिग के पिता के अकाऊंट से पेटीएम पर नया अकाऊंट खोल कर उसमें नया मोबाइल नम्बर लिंक कर दिया। उसने पहले नाबालिग से 500 रुपए का ट्रांजैक्शन करवाया और फिर उसे बहका कर लगातार ‘पबजी’ पर अपने रैफरल कोड से गन, कपड़े और अन्य उपकरण ‘खरीदने’ के नाम पर पैसे मंगवाता रहा। पैसे नहीं लाने पर अगले दिन दोगुने पैसे लाने की धमकी देता था और इस तरह उसने लगभग 3 लाख रुपए मंगवा लिए। बाद में जब नाबालिग उदासीन और चिड़चिड़ा रहने लगा तो परिजनों द्वारा बड़ा जोर लगाकर उससे पूछताछ करने के बाद पता चला कि वह काफी दिनों से अपने ही घर में चोरी करके पैसे ई-मित्र को दे रहा था। 

* 10 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के सोनपुर कलां में रहने वाला ‘पबजी’ खेलने की लत का शिकार 19 वर्षीय युवक 15,000 रुपए लेकर घर से भाग गया और अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली। उसने अपनी नंगे बदन तस्वीर खींची जिसमें उसे बंधे हाथ-पैरों के साथ फर्श पर लेटा हुआ दिखाया गया था और यह तस्वीर अपने घर वालों को भेज कर 4 लाख रुपए की फिरौती मांग ली। मोबाइल लोकेशन के आधार पर बिलासपुर की पुलिस ने उक्त युवक को एक होटल से 14 दिसम्बर को गिरफ्तार कर लिया। 

* 13 दिसम्बर को नागपुर में 16 साल के नाबालिग को ‘पबजी’ और ‘फ्री फायर’ की ऐसी लत लगी कि इसके चक्कर में उसके सिर पर भारी कर्ज चढ़ गया जिसे चुकाने के लिए फिरौती मांगने के लिए उसने अपने ही 12 वर्षीय चचेरे भाई का अपहरण करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और अपने चाचा को फेक इंस्टाग्राम आई.डी. से मैसेज करके 5 लाख रुपए की फिरौती भी मांग ली। 

इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए आवश्यक है कि परिजन अपने बच्चों द्वारा मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर अत्यधिक सतर्क हों और उनके मोबाइल पर पैनी नजर रखें, अन्यथा इस तरह की घटनाओं का खतरा बना ही रहेगा।—विजय कुमार 

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