विश्व में प्रकृति के जारी प्रकोप मानव भूलों से हो रहा यह विनाश

Sunday, Aug 09, 2020 - 03:09 AM (IST)

जैसा कि हम अक्सर लिखते रहते हैं कुछ समय से देश-विदेश के हालात देखते हुए अनेक लोगों का कहना ठीक ही लगता है कि शनिदेव नाराज हैं और विश्व पर साढ़ेसाती आई हुई है। जहां विश्व में ‘कोरोना’ संक्रमण से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है वहीं भूकंप, बाढ़, आसमानी बिजली आदि प्राकृतिक प्रकोपों, आतंकवादी घटनाओं और अन्य दुर्घटनाओं में जान-माल की भारी हानि हो रही है : 

* 02 अगस्त को करनाल के बियाना गांव में मिट्टी का ढेर धंस जाने के कारण उसके नीचे दब कर 2 मजदूर महिलाओं की मृत्यु हो गई।
* 02 अगस्त को दक्षिण कोरिया में वर्षा से 6 लोग मारे गए।
*  02 अगस्त को ओडिशा के बालासौर और भद्रक जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की अलग -अलग घटनाओं में अपने चचेरे भाई को राखी बांधने गई 12 वर्षीय लड़की सहित 6 लोगों की मृत्यु और 2 अन्य घायल हो गए। 

*  03 अगस्त को असम के शिवसागर जिले के नाइजिरा में तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग की गैस पाइप लाइन में विस्फोट के बाद आग लग गई।
* 03 अगस्त को गुजरात के अहमदाबाद में 3.3 तीव्रता का भूकंप आया।

* 04 अगस्त को लेबनान की राजधानी बैरूत में बंदरगाह के गोदाम में पड़े 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट में भयानक विस्फोट से अब तक 150 के लगभग लोगों की मौत और कम से कम 4000 लोग घायल हुए हैं। 
* 05 अगस्त को प्रशांत महासागर में स्थित देश पापुआ न्यू गिनी में 5.4 तथा नेपाल के काठमांडू में 3.5 तीव्रता के भूकंप आए।
* 05 अगस्त को पूर्वी अमरीका में ‘इसायस’ नामक तूफान की चपेट में आने से कम से कम आधा दर्जन लोग मारे गए और सम्पत्ति का भारी नुक्सान हुआ। वहीं उत्तरी कैरोलिना और अन्य स्थानों पर बाढ़ आने और आग लगने की घटनाओं के चलते अनेक लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर भाग गए और जनजीवन ठप्प हो गया। 

* 05 अगस्त को हिमाचल के चम्बा स्थित ‘रसोट’ के जंगल में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मृत्यु हो गई।
* 06 अगस्त को अहमदाबाद के निजी अस्पताल में आग लगने से वहां उपचाराधीन कोरोना के 8 मरीजों की मृत्यु हो गई।
* 07 अगस्त को केरल के कोझिकोड में दुबई से केरल आ रहा एयर इंडिया एक्सप्रैस का विमान लैंडिंग के समय रन-वे से फिसल कर 50 फुट गहरी खाई में जा गिरने से विमान के 3 टुकड़े हो गए और कम से कम 18 लोगों की मृत्यु और अन्य सभी यात्री घायल हो गए। 

* पंजाब में हाल ही के जहरीली शराब कांड के परिणामस्वरूप कम से कम 121 लोगों की मौत हो गई है।
* यही नहीं इस समय देश के 14 से अधिक राज्य बाढ़ की लपेट में हैं जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत तथा अरबों रुपए की सम्पत्ति नष्ट हो चुकी है। 
मुम्बई में वर्षा का 46 वर्षों का रिकार्ड टूट गया तथा अनेक स्थानों पर सड़कें, रेलवे ट्रैक और सब-वे पूरी तरह पानी में डूब गए। लोगों के घरों में पानी घुस गया है, पेड़ उखड़ गए हैं और दर्जनों मकानों में दरारें आ गई हैं। 

उत्तर प्रदेश तथा बिहार के हजारों गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। नेपाल द्वारा छोड़े गए लाखों क्यूसिक पानी से बिहार में आई बाढ़ कहर बन कर लोगों की जान ले रही है। केरल के इडुक्की में वर्षा से हुए भूस्खलन में मजदूरों का एक निवास स्थल ढह जाने से उसके नीचे दब कर कम से कम 15 मजदूरों की मौत हो गई तथा एक हाथी भी बाढ़ के पानी में बह गया। प्रकृति के प्रकोप से देश-विदेश में हो रहे विनाश और आने वाली आपदाओं के ये तो कुछ उदाहरण मात्र हैं। शनि देव नाराज हैं या नहीं यह अलग बात है, परंतु इस समय जो कुछ हो रहा है, उसके पीछे कुछ न कुछ बात तो है! शायद कुदरत चेतावनी दे रही है कि अभी भी संभल जाओ और मुझ से छेड़छाड़ करना बंद कर दो वर्ना यदि मेरा क्रोध और बढ़ा तो तुम्हें इससे भी अधिक विनाश के हृदय विदारक दृश्य देखने पड़ेंगे।—विजय कुमार 

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