‘महिला दिवस पर देश हुआ शर्मसार’ ‘महिलाओं से बलात्कार और हत्याएं’
punjabkesari.in Tuesday, Mar 11, 2025 - 05:33 AM (IST)

प्रतिवर्ष 8 मार्च को विश्व भर में महिलाओं की स्थिति की ओर लोगों का ध्यान दिलाने के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ मनाया जाता है। इसके दौरान महिलाओं के अधिकारों, उनकी सुरक्षा और उनमें चेतना लाने जैसे मुद्दों को उभारने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
इससे बढ़ कर विडम्बना क्या होगी कि नारी दिवस पर भी भारत में अनेक महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हुईं तथा अनेक महिलाओं की हत्या कर दी गई जिनके 9 उदाहरण जो सामने आए, निम्र में दर्ज हैं :
* 8 मार्च को ‘सांगानेर’ (राजस्थान) में पुलिस का एक कांस्टेबल ‘भागा राम’ एक गर्भवती महिला को उसके घर से यह कह कर अपने साथ ले गया कि थाने में उसके द्वारा दी गई शिकायत के सिलसिले में उसका बयान दर्ज करना है, परन्तु थाने ले जाने की बजाय वह उसे एक होटल में ले गया और वहां उसके बेटे के सामने उसके साथ बलात्कार कर डाला।
* 8 मार्च को ही दिल्ली पुलिस की एक महिला कांस्टेबल ने अपने एक साथी कांस्टेबल पर उसे विवाह का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार करने के आरोप में वजीरपुर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
* 8 मार्च को ही ‘हम्पी’ (कर्नाटक) में झील के किनारे एक 27 वर्षीय इसराईली पर्यटक तथा उसकी साथिन एवं 3 पुरुष मित्रों के साथ 3 गुंडों द्वारा बलात्कार और मारपीट करने का मामला सामने आया।
पीड़ित इसराईली महिला के अनुसार जब वे लोग झील के किनारे बैठे थे, उसी समय 3 मोटरसाइकिल सवार गुंडे उनके पास आए। उन्होंने उनसे पैसों की मांग की और उनके तीनों पुरुष साथियों को नहर में धक्का दे दिया।
झील में डूबने से उनके एक साथी की मौत हो गई जबकि अन्य दोनों साथी वहां से जान बचाकर भाग गए। फिर तीनों आरोपी इन दोनों महिलाओं के साथ बलात्कार करने के बाद उनके पास जितने पैसे थे, वे सब लेकर भाग गए।
* 8 मार्च को ही ‘बीड’ (महाराष्टï्र) जिले के ‘पाटोदा’ थाने के पुलिस अधिकारी ‘उद्धव गडकर’ ने महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित एक महिला को कमरे में ले जाकर उसे चोरी के आरोप में फंसाने की धमकी देकर उससे बलात्कार कर डाला।
* 8 मार्च को ही ‘जमशेदपुर’ (झारखंड) में एक 13 वर्षीय बच्ची जब अपनी सहेली के घर गई तो वहां उसकी सहेली के 48 वर्षीय चाचा ने उसके साथ बलात्कार कर डाला। इस सम्बन्ध में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
* 8 मार्च को ही ‘बुढलाडा’ (पंजाब) जिले के ‘गामीवाला’ गांव में प्लाट को लेकर विवाद के चलते ‘भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी’ (भाकपा) की राज्य परिषद की सदस्य तथा स्त्री सभा की जिला प्रधान ‘मंजीत कौर’ की उनके घर के निकट हथियारों से हत्या कर दी गई।
* 8 मार्च को ही ‘मोगा’ (पंजाब) की ‘धर्मकोट’ सब-डिवीजन के ‘जलालाबाद’ में 5 मरले के प्लाट को लेकर एक कलयुगी बेटे ने अपनी पत्नी तथा अन्यों के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या कर दी और फिर उसके शव पर तेल डाल कर आग लगा दी।
* 8 मार्च को ही सुबह के समय ‘पटियाला’ (पंजाब) के ‘समानिया गेट’ इलाके में अज्ञात हमलावरों ने किराए के मकान में रहने वाली 45 वर्षीय महिला ‘सुमन’ की हत्या तथा उसके बेटे ‘मनजोत’ को घायल कर दिया।
* 8 मार्च को ही ‘धनबाद’ (झारखंड) के ‘हरियाडीह’ गांव में दिलीप नामक एक युवक ने अपनी मां और मौसी की ईंटें मार कर हत्या तथा बेटी को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
महिलाओं के साथ इस प्रकार के अत्याचार, विशेषकर उस दिन, जब महिला अधिकारों को लेकर समस्त विश्व में आयोजन किए जा रहे थे, कानून-व्यवस्था पर एक काला धब्बा हैं। भारत में तो अतिथि को देवता के समान पूजनीय (अतिथि देवो भव:) माना जाता है परन्तु यदि विदेशी अतिथि महिलाओं के साथ इस प्रकार की बर्बरता की जाएगी तो फिर कौन हमारे देश में पर्यटन के लिए आएगा? अत: इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त पाए जाने वालों को तुरन्त कठोरतम सजा दी जानी चाहिए ताकि वे ऐसी हरकतों से बाज आएं, और दूसरों को नसीहत मिले तथा देश की बदनामी न हो।—विजय कुमार