कांग्रेस नेताओं के भी अब बिगड़े बोल ‘कर रहे मर्यादा को तार-तार’

Tuesday, Oct 30, 2018 - 03:04 AM (IST)

राजनीतिज्ञों से आशा की जाती है कि वे कोई भी कानून विरोधी कार्य  नहीं करेंगे और आम लोगों की मुश्किलें सुलझाने में मदद करेंगे परंतु आज यही लोग अपने विषैले बयानों और बिगड़े बोलों से देश का वातावरण बिगाड़ रहे हैं तथा राजनीतिक मर्यादाओं को तार-तार कर रहे हैं। 

जहां विवादास्पद बयान देने वाले भाजपा नेताओं में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अनंत कुमार हेगड़े, सांसद नेपाल सिंह, साक्षी महाराज, संगीत सोम, सुरेन्द्र सिंह आदि शामिल हैं वहीं देश की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस के संजय निरुपम, मल्लिकार्जुन खडग़े, शशि थरूर, गणेश गोदियाल, प्रणीति शिंदे, भरत ठाकोर, अभिषेक मनु सिंघवी आदि भी कम नहींं। कांग्रेसी नेताओं द्वारा कुछ समय में दिए विवादास्पद बयान निम्र हैं :

12 सितम्बर को मुम्बई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा, ‘‘जो बच्चे स्कूल, कालेज में पढ़ रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी जैसे अनपढ़-गंवार के बारे में जान कर क्या मिलने वाला है। यह बहुत शर्मनाक बात है कि आज तक हमारे देश के नागरिकों और बच्चों को पता ही नहीं है कि पी.एम. नरेंद्र मोदी की शैक्षिक डिग्री कितनी है।’’ 04 अक्तूबर को कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडग़े ने फैजपुर में कहा, ‘‘देश की आजादी के लिए संघ और भाजपा के नेताओं के घर के कुत्ते ने भी अपना बलिदान नहीं दिया...मुझे बताएं कि देश की आजादी के लिए भाजपा व संघ (नेताओं) के घर का एक कुत्ता भी कुर्बान हुआ है? बताएं (देश की आजादी हेतु) आपके कौन लोग जेल गए हैं?’’ 

15 अक्तूबर को उत्तराखंड के कांग्रेसी नेता गणेश गोदियाल ने सोशल मीडिया पर 14 अप्रैल की एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहने हुए मुकुट पर मृत्यु के देवता यमराज के मुकुट जैसे दो सींग भी लगे हुए थे। इस पर टिप्पणी करते हुए गणेश गोदियाल ने लिखा, ‘‘कौन कहता है कि गधे के सींग नहीं होते!’’ 23 अक्तूबर को पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी तथा शोलापुर से कांग्रेस विधायक प्रणीति शिंदे ने कहा, ‘‘हमारे देश में डेंगू का नया मच्छर आया है। इसका नाम है मोदी बाबा। इसको झूठ बोलने की बीमारी लगी है। भाइयो मैं महंगाई कम करूंगा। आपके खाते में 15 लाख रुपए जमा करूंगा। कीटनाशक छिड़किए और अगली बार उसे सत्ता से बाहर फैंक दीजिए।’’ 25 अक्तूबर को गुजरात के वड़ोदरा में कांग्रेस के उपाध्यक्ष भरत ठाकोर ने सोशल मीडिया पर अजमेर शरीफ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की जिस पर उसे 28 अक्तूबर को गिरफ्तार कर लिया गया। 

28 अक्तूबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी शिवङ्क्षलग पर चिपके बिच्छू की तरह हैं जिसे न तो हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है।’’ थरूर ने कहा कि ऐसा अनाम आर.एस.एस. सूत्र ने एक पत्रकार से कहा है। (इसी वर्ष जुलाई में उन्होंने कहा था कि ‘‘भारत में अनेकों स्थानों पर मुसलमानों की तुलना में गाय ज्यादा सुरक्षित है।’’ अगस्त में उन्होंने कहा कि ‘‘अगर भाजपा 2019 में जीतती है तो भारत ‘हिन्दू पाकिस्तान’ बन जाएगा।’’)28 अक्तूबर को ही कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह कायर हैं और उन्हें एक मिनट भी मुख्यमंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं है। रमन सिंह सरकार ने सभी अधिकार खो दिए हैं और नक्सलियों के आगे घुटने टेक दिए हैं।’’ 

उल्लेखनीय है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों देश की बड़ी राजनीतिक पार्टियां हैं और दोनों के नेताओं द्वारा ऐसे अमर्यादित बयान देने से स्पष्ट है कि इनके शीर्ष नेतृत्व का अपने काडर पर कोई नियंत्रण नहीं है। इससे दोनों ही पार्टियों की छवि खराब हो रही है। अत: इस तरह के बयानों का संज्ञान लेते हुए दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व को इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगानी चाहिए।—विजय कुमार 

Pardeep

Advertising