देश में बढ़ता जा रहा ‘कुत्तों का आतंक’ लोगों का घूमना-फिरना हुआ मुश्किल

Tuesday, Feb 06, 2024 - 05:37 AM (IST)

पिछले 3 वर्षों से देश में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है, हर एक मिनट में 6 लोग इनका शिकार बन रहे हैं। वर्ष 2021 में 17,01,033; 2022 में 21,80,185 और 2023 में 27,50,000 लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया, जो वर्ष 2022 की तुलना में 26.5 प्रतिशत अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कुत्तों के काटने से होने वाली बीमारी ‘रैबीज’ से विश्व में होने वाली मौतों में से 36 प्रतिशत भारत में होती हैं।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2022 में 342 लोगों की ‘रैबीज’ से मौत हुई, परंतु जानकारों का कहना है कि सरकारी रिपोर्ट में कई गड़बडिय़ां हैं तथा भारत में प्रति वर्ष अनुमानित 20,000 लोगों की मौत ‘रैबीज’ से होती है। गत वर्ष 23 अक्तूबर को ‘वाघ बकरी’ चाय कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरैक्टर पराग देसाई की अहमदाबाद (गुजरात) में कुत्तों के हमले से बच कर भागने की कोशिश में गिरने से हुए ब्रेन हैमरेज के कारण मौत के बाद शोर मचा, पर समस्या ज्यों की त्यों ही है व लोगों का घूमना-फिरना मुश्किल होता जा रहा है। 

नए वर्ष की ऐसी ही 13 घटनाएं निम्न में दर्ज हैं :
* 10 जनवरी को भोपाल (मध्य प्रदेश) के प्रैस काम्प्लैक्स में एक आवारा कुत्ते ने कम से कम 20 लोगों को काट कर लहू-लुहान कर दिया। 
* 14 जनवरी को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में एक 13 वर्षीय बच्चे को आवारा कुत्ते ने इतनी बुरी तरह काटा कि उसके हाथ का मांस ही निकल गया। 
 * 14 जनवरी को ही भोपाल (मध्य प्रदेश) में आवारा कुत्तों ने एक दिन में 40 लोगों को काटा। 
* 21 जनवरी को चेन्नई (तमिलनाडु) की डिफैंस कालोनी में एक आवारा कुत्ते ने 11 स्कूली बच्चों सहित 13 लोगों को काटा।

* 23 जनवरी को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में एक दिन के अंदर आवारा कुत्तों ने कुल 548 लोगों को अपना शिकार बनाया।
* 27 जनवरी को अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में घर के बाहर खेल रहे एक मासूम बच्चे को आवारा कुत्ते ने कई जगह काट कर घायल कर दिया। 
* 29 जनवरी को गुरुग्राम के ‘मालीबु टाऊन’ में एक लावारिस कुत्ते ने घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली एक महिला को काट लिया। 
* 29 जनवरी को ही मोगा (पंजाब) के गांव ‘खोसा रणधीर’ में एक आवारा कुत्ते ने 7 लोगों को बुरी तरह नोच लिया। 
* 1 फरवरी को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में सुबह की सैर को निकले अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयप्रकाश पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया जिन्होंने नगर आयुक्त से शिकायत करके कुत्तों के आतंक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। 

* 2 फरवरी को हैदराबाद (तेलंगाना) के निकट ‘शम्साबाद’ में अपने पिता के साथ सो रहे एक वर्ष के बालक को आवारा कुत्ते झोंपड़ी से खींच कर ले गए और मार डाला। 
* 3 फरवरी को ङ्क्षछदवाड़ा (मध्य प्रदेश) में एक छोटी बच्ची को आवारा कुत्ते ने काट खाया।
* 3 फरवरी को ही तंजावुर (तमिलनाडु) के निकट ‘कथीरीनाथन’ में आवारा कुत्तों ने 3 लोगों को बुरी तरह काटने के अलावा एक बकरे तथा 3 दुधारू मवेशियों को भी काटा।
* 4 फरवरी को जालंधर (पंजाब) के अशोक नगर में चार कुत्तों के हमले से डर कर भागने के परिणामस्वरूप गिर कर चोटिल हुई एक बुजुर्ग महिला को कुत्तों ने टांग पर काट लिया। 

आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए संबंधित स्थानीय निकायों के प्रबंधकों को उनकी संख्या पर नियंत्रण पाने हेतु उनकी नसबंदी व टीकाकरण यकीनी बनाने के अलावा उन्हें ‘डॉग कम्पाऊंडों’ में बंद करने और कुत्तों के हिंसक होने के कारण तलाशने सहित अस्पतालों में कुत्तों के काटने के इलाज की दवाओं की लगातार आपूर्ति यकीनी बनाने की जरूरत है।-विजय कुमार 

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