मोदी मार्का प्यालों में चाय : कांग्रेस की प्रचार सामग्री की होली : ‘धरती पकड़’ फिर मैदान में

Sunday, Mar 24, 2019 - 04:00 AM (IST)

चुनावों को लेकर देश में जितना उत्साह इस बार देखने को मिल रहा है उतना शायद इससे पहले कभी देखने में नहीं आया। यहां निम्र में प्रस्तुत हैं चंद दिलचस्प चुनावी झलकियां :

मतदान के दिन निकट आने के साथ ही चुनावी सामग्री की बिक्री का बाजार भी तेज होता जा रहा है और दोनों मुख्य प्रतिद्वंद्वियों नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी से संबंधित प्रचार सामग्री खूब बिक रही है। बाजार में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के चित्रों वाली टी-शट्र्ïस दुकानों में अगल-बगल लटकी दिखाई दे रही हैं। मोबाइल प्रोटैक्टर, मोबाइल स्टीकर और पार्टियों के नाम छपे गुब्बारे खूब बिक रहे हैं। इस बार ‘मोदी’ जैकेटों की बिक्री कम है पर नेता जी स्टाइल के कुर्ते-पाजामे खूब बिक रहे हैं।

2014 के चुनावों में भाजपा ने चाय पर खूब चर्चा की थी। इन चुनावों में भाजपा के नेता लोगों को चाय तो नहीं पिला रहे अलबत्ता वे इस बार चाय के स्टाल वालों को विशेष रूप से बनवाए कप 50 पैसे प्रति कप के नाममात्र मूल्य पर बांट रहे हैं जिन पर ‘नमो अगेन-2019’ लिखा है। भाजपा का दिल्ली व आसपास के इलाकों में ऐसे 50,000 कप बांटने का लक्ष्य है। नमो कप में चाय पी रहे एक व्यक्ति के अनुसार ये केवल चाय नहीं, हम लोगों के लिए ताकत की दवा है।

लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए टिकट न देने से नाराज तेलंगाना कांग्रेस के एक दलित नेता मन्ने कृशंक ने गत दिवस 15 लाख रुपए मूल्य के पार्टी के झंडों, पोस्टरों, बैनरों और अन्य प्रचार सामग्री को आग लगा कर जला डाला और उसके बाद कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया। पटना साहिब सीट से भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के स्थान पर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद को इस बार टिकट दिया गया है। संभवत: शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस की टिकट पर रविशंकर प्रसाद के विरुद्ध चुनाव लड़ेंगे। शत्रुघ्न सिन्हा के 24 या 25 मार्च को कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।

शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि अगर सच कहना बगावत है तो वह बागी हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री पद की लालसा नहीं है लेकिन जब ऐसे-वैसे लोगों को इतना कुछ मिल गया तो यदि उन्हें भी पद दे दिया जाता तो क्या आसमान गिर जाता। नगर पालिका स्तर से लेकर राष्ट्रपति स्तर तक के 260 चुनाव लड़ चुके ‘धरती पकड़’ के नाम से मशहूर बिहार के भागलपुर शहर के 93 वर्षीय नागरमल बाजोरिया ने एक बार फिर 3 सीटों पर चुनाव लडऩे का निर्णय किया है। वह पुरानी दिल्ली, रायबरेली और पटना साहिब से चुनाव लड़ेंगे। अधिक आयु के कारण वह मुश्किल से ही चल-फिर सकते हैं और उनकी स्मरण शक्ति भी बहुत कमजोर हो गई है पर इसके बावजूद उन्होंने उक्त चुनाव क्षेत्रों में प्रचार के लिए एक मारुति भी खरीद ली है।

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि वह नरेंद्र मोदी या अमित शाह से अधिक धार्मिक हैं। एक सभा में उन्होंने कहा कि वह धार्मिक मंत्रों का इन दोनों नेताओं से बेहतर उच्चारण कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘चाहे तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह मंत्रोच्चारण में मुझसे मुकाबला कर लें। माथे पर केवल तिलक लगा लेना ही पूजा नहीं है।’’ इन चुनावों में विभिन्न राजनीतिक दलों ने सिने जगत के अनेक सितारे उतारे हैं। ऐसे ही दो सितारों की आसनसोल में टक्कर होने वाली है। भाजपा ने यहां से 2014 की भांति ही इस बार भी गायक बाबुल सुप्रियो को उतारा है जबकि तृणमूल कांग्रेस ने उनके मुकाबले पर प्रसिद्ध अभिनेत्री मुनमुन सेन को उतारा है जो बीते जमाने की प्रसिद्ध अभिनेत्री सुचित्रा सेन की बेटी हैं।

अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को भारी झटका लगा है जहां पार्टी के 2 मंत्री व 6 अन्य वर्तमान विधायकों सहित कई नेता नैशनल पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसी प्रकार त्रिपुरा से भाजपा उपाध्यक्ष सुबल भौमिक सहित 3 नेता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। हिमाचल में पत्तनघाटी की 10 पंचायतों और लाहौल की चंद्राघाटी की 2 पंचायतों द्वारा लोकसभा चुनावों के बहिष्कार के निर्णय के बाद अब चंद्राघाटी की 2 अन्य पंचायतों गोंधला और खंगसार के मतदाताओं ने भी चुनावों का बहिष्कार करने की धमकी दी है। उनका कहना है कि सरकार एवं प्रशासन उनकी उपेक्षा कर रहा है तथा सरकार ने उन्हें कठिन हालात में मरने के लिए छोड़ दिया है। उपरोक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि चुनाव हर बीतने वाले दिन के साथ दिलचस्प एवं बहुरंगी होते जा रहे हैं और इन दिलचस्पियों के बारे में हम आगे भी पाठकों को बताते रहेंगे।विजय कुमार

Advertising