‘महिलाओं के विरुद्ध’ हरियाणा में चल रही ‘अपराधों की आंधी’

Sunday, Jan 21, 2018 - 03:51 AM (IST)

अपराधों के मामले में देश के अग्रणी राज्य हरियाणा की स्थिति दिन-प्रति-दिन खराब होती जा रही है तथा वहां पिछले कुछ समय के दौरान महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के सारे रिकार्ड टूटते दिखाई दे रहे हैं। पिछले मात्र 9 दिनों के दौरान ही राज्य में हुई बलात्कारों की चंद घटनाएं निम्र में दर्ज हैं : 

12 जनवरी को जींद के सफीदों में रेप की शिकार नाबालिगा का नग्न शव बरामद हुआ जिसके शरीर पर चोटों के अनेक निशान थे और उसके गुप्तांगों को भी बुरी तरह डैमेज किया गया था। 12 जनवरी को फरीदाबाद निवासी एक विधवा महिला से पड़ोसी युवक ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर बलात्कार कर डाला। 13 जनवरी को फरीदाबाद में काम से लौट रही युवती के अपहरण के बाद उससे चलती कार में बलात्कार किया गया। 13 जनवरी को पानीपत के गांव उरलाना कलां में एक 11 वर्षीय छात्रा के अपहरण और गैंगरेप के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।  उसका शव नग्नावस्था में पानी से भरे गढठों में पड़ा मिला। 14 जनवरी को पिंजौर के गांव रामपुर सियुड़ी में बलात्कारी ने एक 10 वर्षीय बच्ची से बलात्कार करने के बाद उसके गुप्तांग में लकड़ी डाल दी। 

15 जनवरी की रात फरीदाबाद के नीमका गांव के निकट स्थित मकान में 4 युवकों ने पहले महिला के साथ गैंगरेप किया और फिर घर में रखे 1.40 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए। 15 जनवरी को सोनीपत के गांव में 9वीं कक्षा की छात्रा से बलात्कार। 15 जनवरी को गुडग़ांव जिले के फर्रुखनगर में बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ चलती कार में सामूहिक बलात्कार किया गया। 15 जनवरी को फरीदाबाद के एक मॉल की बेसमैंट में खड़ी कार में महिला से अप्राकृतिक यौनाचार के आरोप में केस दर्ज। 16 जनवरी को हिसार के माडल टाऊन में एक 14 वर्षीय लड़के ने एक 3 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार कर डाला। 16 जनवरी शाम को लाडवा में घर से नाराज होकर गई लड़की को एक युवक फुसला कर अपने साथ ले गया और बलात्कार किया। 

17 जनवरी को पलवल जिले के दुधौला गांव में एक डेयरी फार्म में काम करने वाली 17 वर्षीय युवती से उसके परिचित ने बलात्कार किया। 18 जनवरी को सिरसा में एक युवती के अपहरण और बलात्कार के प्रयास के संबंध में केस दर्ज किया गया। 18 जनवरी को भिवानी जिले के गांव में एक व्यक्ति ने एक महिला के घर में घुस कर उससे बलात्कार कर डाला। 18 जनवरी को घर के बाहर खड़ी चरखी दादरी के एक गांव की 12वीं कक्षा की छात्रा का 4 युवकों ने चाकू की नोक पर अपहरण करने के बाद उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। 18 जनवरी को ही फतेहाबाद जिले के बोथन कलां गांव में घर में अकेली पाकर एक 20 वर्षीय युवती के साथ 2 युवकों ने बलात्कार कर डाला। 

19 जनवरी को फरीदाबाद के निकटवर्ती गांव धौज में एक 16 वर्षीय किशोरी का 3 युवकों ने अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया। 19 जनवरी को पुलिस ने सिरसा के भावदीन गांव की युवती के अपहरण व सामूहिक बलात्कार के प्रयास में संलिप्त एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। 19 जनवरी को गुडग़ांव के बादशाहपुर इलाके में 3 कार सवार व्यक्ति एक 12 वर्षीय नाबालिगा को खींच कर कार में बिठा कर फरार हो गए। 20 जनवरी को सिवनी मंडी में 2 बच्चों की मां से जेठ ने बलात्कार किया। ये तो वे घटनाएं हैं जो समाचारपत्रों में आई हैं। इनके अलावा भी न जानें कितनी घटनाएं हुई होंगी जो प्रकाश में नहीं आ पाईं। उक्त घटनाओं से स्पष्टï है कि महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में हरियाणा का रिकार्ड लगातार निकृष्टï से निकृष्टïतम होता जा रहा है जिससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है। 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा राज्य को सुरक्षित और निरापद बनाने के वादे खोखले सिद्ध हुए हैं तथा राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया है जिसे देखते हुए विपक्षी दलों द्वारा राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की जा रही है जबकि दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने इस समस्या का राजनीतिकरण न करने का अनुरोध किया है। इस समस्या को हल करने के लिए जहां राज्य सरकार को बलात्कार पर फांसी की सजा के प्रावधान जैसा कठोर कानून जल्द से जल्द बनाना चाहिए वहीं बलात्कार की शिकायतों संबंधी मामलों का तेजी से निपटारा करना भी जरूरी है क्योंकि इस समय मुकद्दमे लम्बे समय तक लटकते रहने के कारण पीड़ित आमतौर पर न्याय से वंचित ही रह जाते हैं।—विजय कुमार 

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