‘पाक के लिए जासूसी कर’‘देशद्रोह का पाप कर रहे चंद भारतीय’

Tuesday, May 16, 2023 - 04:22 AM (IST)

14 मई को भुवनेश्वर में ओडिशा पुलिस के विशेष कार्यबल (एस.टी.एफ.) ने फर्जी नामों से भारतीय सिम कार्ड खरीद कर पाक गुप्तचर एजैंसियों के साथ ‘वन टाइम पासवर्ड’ सांझा करने के आरोप में ‘पठानिसमंत लेंका’, ‘सरोज कुमार नायक’ व ‘सौम्या पटनायक’ को गिरफ्तार किया गया। भारत विरोधी गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी अकाऊंट बनाने में पाकिस्तान ने इनका इस्तेमाल किया था। इसके बदले में आरोपियों को भारत स्थित पाक एजैंट रुपयों में भुगतान करते थे। 

उल्लेखनीय है कि अक्सर हम पाकिस्तान के शासकों पर भारत में नशीले पदार्थ भेजने, भारत में अवैध हथियारों की तस्करी, आतंकवादियों को शरण तथा भारत विरोधी गतिविधियों द्वारा रक्तपात करवाने और नकली करंसी भेज कर भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर करने के आरोप लगाते हैं। परंतु 28 मार्च, 2010 को वाघा में पाक रेंजर्स के महानिदेशक ब्रिगेडियर मोहम्मद याकूब के साथ बी.एस.एफ. के एडीशनल डायरैक्टर पी.पी.एस. सिद्धू ने जब यह मामला उठाया तो उन्होंने हमारे मुंह पर ‘तमाचा’  जड़ते हुए कहा था कि : 

‘‘पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ का कोई प्रयास नहीं हुआ है। भारत की ओर से सीमा पर कांटेदार बाड़ है। जगह-जगह मचान बनाए गए हैं तथा तस्करों पर नजर रखने के लिए फ्लड लाइट्स लगी हैं। भारतीय सीमा पर चौकसी व गश्त की व्यवस्था है, फिर भी यदि सीमा पर तस्करी होती है तो इस बारे भारतीय अधिकारियों को ही सोचने की जरूरत है।’’ 

पाक ब्रिगेडियर का उक्त कथन सही है। नशों व अन्य वस्तुओं की तस्करी बेशक पाकिस्तान से की जा रही है परंतु इसे प्राप्त करने और बांटने वाले तो भारतीय ही हैं और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने में भी चंद भारतीयों की संलिप्तता सामने आती ही रहती है जैसा कि उक्त उदाहरण से स्पष्ट है। अत: हमारी सरकार को पाकिस्तान पर आरोप लगाने की बजाय अपने ही देश में बैठे उन देशद्रोहियोंं को तुरंत पकडऩा चाहिए, जो अपने ही देश को भारी हानि पहुंचा कर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं।—विजय कुमार 

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