‘उच्च मानवीय मूल्यों के ध्वजारोही भारत में’ हो रही ‘शर्मनाक अमानवीय घटनाएं’
punjabkesari.in Saturday, Jun 29, 2024 - 04:39 AM (IST)
प्राचीन काल से ही भारत को उच्च नैतिकता और मानवीय मूल्यों के ध्वजारोही के रूप में जाना जाता है परंतु आज लोग अपने उच्च प्राचीन आदर्शों को भूल अनैतिक और अमानवीय कृत्यों में शामिल होकर मानवता को लज्जित कर रहे हैं। यहां तक कि नारी जाति को भी ये दरिंदे अपना शिकार बना रहे हैं। स्थिति कितनी भयावह हो चुकी है, यह मात्र एक महीने के निम्न चंद उदाहरणों से स्पष्ट है :
28 मई को गुना (मध्य प्रदेश) में आपसी विवाद के चलते कुछ लोगों ने एक युवक के मुंह पर कालिख पोत कर, उसके बाल मुंडवा कर, गले में जूतों की माला और घाघरा पहनाकर पूरे गांव में घुमाया। फिर पेड़ से बांध कर पीटने के बाद पेशाब पिलाया और घटना का वीडियो भी बनाया।
* 21 जून को ‘दक्षिण 24 परगना’ (पश्चिम बंगाल) जिले के ‘बारुईपुर’ गांव में गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्ति द्वारा अपना वंश बढ़ाने की चाह में अपनी पत्नी का अपने 3 परिचित व्यक्तियों से जबरदस्ती सहवास करवाने के आरोप में महिला ने पति के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई।
* 22 जून को नोएडा (उत्तर प्रदेश) में जादू-टोने के शक में एक व्यक्ति ने पहले तो अपने पड़ोस में रहने वाली महिला के बाल काटे और उसके बाद जबरदस्ती उसे अपना पेशाब पिलाया। आरोपी को शक था कि उसकी बेटी पर पीड़ित महिला ने जादू-टोना कर रखा है जिस कारण वह बीमार रहती है।
* 23 जून को ही यमुनानगर (हरियाणा) की आजाद नगर कालोनी में एक 22 वर्षीय युवती ने घरेलू विवाद के चलते अपने रिश्ते के भाइयों के साथ मिल कर अपनी मां और सगे भाई की हत्या कर दी।
* 23 जून को ही उज्जैन (मध्य प्रदेश) में कमलेश पटेल नामक व्यक्ति को एक महिला से बलात्कार के प्रयास के बाद महिला की हत्या और शव के 2 टुकड़े करके 2 रेलगाडिय़ों के डिब्बों में फैंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
* 24 जून को ‘दुमका’ (झारखंड) जिले के ‘मधुबन’ गांव में राशन न मिलने से नाराज गांव वासियों ने ‘सार्वजनिक वितरण प्रणाली’ के अंतर्गत राशन वितरक महिला को चप्पलों की माला पहना कर गांव में घुमाया।
* 24 जून को ही कासगंज (उत्तर प्रदेश) के ‘वाहिदपुर’ गांव में लोगों ने 10 और 14 वर्ष आयु के 2 बच्चों को चोरी के संदेह में उनका सिर मूंड कर और हाथ-पैर बांध कर बेरहमी से पिटाई करके पूरे गांव में घुमाया।
* 25 जून को कूच बिहार (पश्चिम बंगाल) में भाजपा महिला मोर्चा की सदस्या को निर्वस्त्र कर उसकी पिटाई करके गंभीर रूप से घायल कर देने के आरोप में पुलिस ने शफीकुल मियां तथा मोहम्मद अली को हिरासत में लिया।
* 25 जून को ही वैस्ट गारो हिल्स (मेघालय) जिले में किसी से प्रेम संबंध रखने पर एक 20 वर्षीय अविवाहित मां को गांव की कंगारू अदालत के 4 सदस्यों ने बालों से पकड़ कर घसीटा और सरेआम लाठियों से पीटा।
* 26 जून को हैदराबाद (तेलंगाना) जिले के ‘शाबाद’ डिवीजन के ‘केसा राम’ गांव में एक व्यक्ति ने अपने घर से अनार तोडऩे के आरोप में एक 14 वर्षीय दलित लड़के को जमीन पर पटकने के बाद उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध कर बेरहमी से पीटा।
* 27 जून को मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में प्रेम विवाह के 7 महीने बाद ही एक युवक ने अपनी पत्नी के खर्चीले स्वभाव से तंग आकर उसकी हत्या करने के बाद उसके शरीर के 4 टुकड़े करके बोरे में भर कर नदी में फैंक दिए।
* 27 जून को ही औरैया (उत्तर प्रदेश) में एक महिला ने अपने पति की मौत के बाद अपने चचेरे देवर के साथ अवैध संबंध कायम कर लिए और उससे शादी करने का फैसला कर लिया लेकिन महिला के 4 बच्चों को प्रेमी अपने साथ रखने को तैयार नहीं था लिहाजा दोनों ने मिल कर उन्हें रास्ते से हटाने के लिए चारों बच्चों को नदी में डुबो दिया जिसके परिणामस्वरूप तीन बच्चे मारे गए।
* 27 जून को ही मुरादाबाद में स्वीमिंग पूल में प्रवेश के 10 रुपए नहीं देने पर एक स्वीमिंग पूल के मालिक बाप-बेटे ने एक 11 वर्षीय बालक वीरपाल की गला घोंट कर हत्या करने के बाद उसके मुंह और नाक को रेत से भरने के बाद लाश निकट के गन्ने के खेत में फैंक दी। झारखंड की ‘कोलहन यूनिवॢसटी’ में मनोविज्ञान के प्रोफैसर डा. धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, समाज में इस प्रकार की घटनाओं का एक बड़ा कारण आज की जटिल जीवनशैली से उपजी समस्याएं और मानसिक विकार हैं। अत: ऐसे लोगों को कठोरतम दंड देने की जरूरत है।—विजय कुमार