बढ़ती जा रही है रूस की दमनकारी प्रवृत्ति

Monday, Oct 05, 2020 - 01:32 AM (IST)

हाल ही में रूस में मीडिया और इंटरनैट संबंधी अनेक कड़े कानून लागू किए गए हैं जिससे यह चिंता पैदा हो गई है कि इनका इस्तेमाल सरकार अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए कर सकती है। बेशक रूस की सरकार कहती हो कि आज के समय में साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए कानून की आवश्यकता थी परंतु वहां मीडिया पर सरकार की सख्ती तथा अपने विरोधियों को रास्ते से हटा देने से नहीं कतराने वाला रूस का ट्रैक रिकॉर्ड देखते हुए उस पर भरोसा करना शायद ही किसी के लिए सम्भव होगा। 

पहले पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवलनी को जहर दिए जाने की घटना और अब एक समाचार सम्पादक द्वारा कथित प्रताडऩा के चलते खुद को आग लगा लेने की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। निझनी नोवगोरोड शहर के आंतरिक मंत्रालय कार्यालय के सामने खुद को आग लगा कर एक रूसी समाचार सम्पादक इरिना स्लाविना ने जान दे दी। 

इससे पहले उन्होंने फेसबुक पर लिखा था, ‘‘मैं अपनी मृत्यु के लिए रूसी संघ को दोषी ठहराने के लिए आपसे कहती हूं।’’ अधिकारियों के अनुसार उनका शरीर गम्भीर रूप से जल चुका था। अपने पीछे एक बेटी और पति को छोड़ गई इरिना ने बताया था कि वीरवार को पुलिस ने लोकतंत्र समर्थक समूह ‘ओपन रूस’ से संबंधित सामग्रियों के लिए उसके फ्लैट की तलाशी ली थी और कम्प्यूटर तथा डेटा जब्त कर लिया था। 

कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें वे पल दिखाई दे रहे हैं जब उसने गोर्की स्ट्रीट में आंतरिक मंत्रालय के सामने एक बैंच पर खुद को आग लगाई। वीडियो में एक पुरुष आग बुझाने में मदद करने के लिए एक महिला की ओर दौड़ता दिखाई देता है। वह आग बुझाने के लिए अपने कोट का उपयोग करने की कोशिश करता है तो वह बार-बार उसे पीछे धकेलती है और अंतत: जमीन पर गिर जाती है। रूस की जांच समिति ने इरीना की मृत्यु की पुष्टि की है लेकिन उसके फ्लैट की तलाशी से किसी भी संबंध से इन्कार किया है। इरीना एक छोटी न्यूज वैबसाइट ‘कोजा प्रैस’ की प्रधान संपादक थी। वैबसाइट का मोटो था -‘समाचार और विश्लेषण’ तथा ‘कोई सैंसरशिप नहीं’। वह उन 7 लोगों में से एक थीं जिनके घरों की तलाशी निझनी नोवगोरोड में वीरवार को ‘ओपन रूस’ की एक जांच के तहत ली गई थी। 

गत वर्ष अपने एक लेख में ‘अधिकारियों का अनादर’ करने के लिए उन पर जुर्माना लगाया गया था। वीरवार को अपनी एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने बताया था कि 12 लोग उनके परिवार के फ्लैट में जबरन घुस आए और फ्लैश ड्राइव, उनका और उनकी बेटी के लैपटॉप के साथ-साथ उनके और उनके पति दोनों के फोन जब्त कर लिए।‘ओपन रूस’ के निर्वासित संस्थापक मिखाइल खोदोरकोव्स्की की एक सहयोगी नतालिया ग्रेयाजेनेविच केअनुसार, ‘‘यह खबर मेरे लिए एक वास्तविक झटका थी, मैं उसे जानती थी। मुझे पता है कि उसे परेशान किया गया, हिरासत में लिया गया और हर समय उस पर जुर्माना लगाया जाता था। वह एक बहुत सक्रिय महिला थीं।’’ 

दूसरी ओर जांच समिति ने जोर देकर कहा है कि इरिना तो उनके मामले में केवल एक गवाह थीं और वह इस आपराधिक मामले की जांच में ‘न ही संदिग्ध और न ही अभियुक्त थीं।’ यह आपराधिक मामला एक स्थानीय व्यवसायी को लेकर है जिस पर आरोप है कि उसने विभिन्न विपक्षी समूहों को कुछ संदिग्ध गतिविधियों के लिए अपने स्पूफ चर्च का उपयोग करने दिया। मिखाइल लोसिलेविच ने 2016 में तथाकथित ‘फ्लाइंग स्पेगेटी मॉन्स्टर चर्च’ बनाया था जिसके अनुयायियों को ‘पास्ताफारियन्स’ कहा जाता था। 

नतालिया बताती हैं कि ‘ओपन रूस’ ने अप्रैल 2019 में निझनी नोवगोरोड में एक ‘फ्री पीपल’ फोरम में हिस्सा लिया था जिसमें इरिना एक पत्रकार के रूप में पहुंची थीं। न तो वह आदमी जिसकी जांच की जा रही है और न ही इरिना ‘ओपन रूस’ का हिस्सा थीं। उनके अनुसार फोरम की कवरेज करने के लिए इरिना पर 5,000 रूबल का जुर्माना लगाया गया था। अधिकारियों का कहना था कि जिस इवैंट को उन्होंने कवर किया था वह एक ‘अवांछनीय संगठन’ से जुड़ा था। इस तरह की घटनाएं पहले ही रूस में लोकतंत्र तथा स्वतंत्रता पर कुछ गम्भीर सवाल खड़े करती आ रही हैं जिनका जवाब वहां की सरकार को देर-सवेर देना ही होगा।

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