किशोर की हत्या के बाद फ्रांस में भड़के दंगे हर ओर दिखाई दे रही है आग

Saturday, Jul 01, 2023 - 03:53 AM (IST)

27 जून को फ्रांस की राजधानी पैरिस के उपनगर ‘नैनटेरे’ में ट्रैफिक नियम तोडऩे और गाड़ी रोकने से मना करने पर पुलिस कर्मी द्वारा एक 17 वर्षीय अफ्रीकी किशोर की हत्या के विरुद्ध देश में भड़की हिंसा तीसरे दिन भी जारी रही। पहले पुलिस ने कहा था कि उक्त किशोर द्वारा पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश करने पर पुलिस ने गोली चलाई परंतु घटना के वीडियो से पुलिस के झूठ की पोल खुल जाने के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा। 

युवक को गोली मारने वाले पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी के बावजूद जनाक्रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले, ग्रेनेड और वाटर कैनन इस्तेमाल करने पड़ रहे हैं तथा फ्रांस की सड़कें युद्ध के मैदान में तबदील हो गई हैं। प्रदर्शनकारियों ने देश के कई शहरों में दर्जनों कारों, बसों, स्कूलों, टाऊन हालों, पुलिस स्टेशनों आदि को फूंक डाला है। कई जगह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव भी हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आग के गोले फैंके। पैरिस के आसपास 100 से अधिक सार्वजनिक इमारतों को आग के हवाले कर दिया गया है। देश में हर ओर आग ही आग दिखाई दे रही है। 

पैरिस और अन्य कई क्षेत्रों में हिंसा के दृष्टिगत बस और ट्राम सेवाएं बंद कर दी गई हैं। कुछ उपनगरों में रात के कफ्र्यू की घोषणा भी कर दी गई है। हिंसा से निपटने के लिए पूरे फ्रांस में लगभग 40,000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। इन हिंसक घटनाओं के सिलसिले में पुलिस ने अभी तक 900 लोगों को गिरफ्तार किया है तथा इनमें कम से कम 200 पुलिस कर्मियों सहित सैंकड़ों लोग घायल भी हुए हैं। 

इस हत्या को नस्ली हत्या करार दिया जा रहा है जिसके लिए सरकार ने सुरक्षाबलों की आलोचना की है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने आपातकालीन मंत्रिपरिषद के साथ बैठक में दंगों पर विचार किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह हत्या अस्वीकार्य और अक्षम्य है। घटना से स्पष्ट है कि जरा सी चूक का भी कितना भयानक परिणाम निकल सकता है।—विजय कुमार 

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