‘पुलिस हिरासत से फरार हो रहे कैदी’ पुलिस पीछे-पीछे

Thursday, Feb 08, 2024 - 04:59 AM (IST)

विभिन्न अपराधों में पकड़े गए अपराधियों के पुलिस को चकमा देकर उसकी हिरासत से छूट कर खिसक जाने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं जो निम्न चंद उदाहरणों से स्पष्ट है :

* 14 अप्रैल, 2023 को भोपाल (मध्य प्रदेश) में साइबर क्राइम के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी अदालत में पेश करने के बाद वापस जेल ले जाते समय हथकड़ी खिसका कर पुलिस हिरासत से निकल कर फरार हो गया जब उसे ले जा रही सरकारी जीप लाल सिग्नल पर खड़ी थी। 

* 21 अप्रैल, 2023 को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में अपहरण के मामले में प्रोडक्शन वारंट पर ‘थाटीपुर’ पुलिस थाने लाया गया कैदी वापस जाते समय बीना रेलवे स्टेशन पर पुलिस कर्मियों की झपकी का लाभ उठाकर हथकड़ी सहित फरार हो गया।
* 19 मई, 2023 को नवादा (बिहार) के थाना ‘भोजपुर’ में पुलिस द्वारा यौन उत्पीडऩ के मामले में मध्य प्रदेश के शिवपुरी से गिरफ्तार करके कार द्वारा बिहार लाया जा रहा आरोपी ‘अपूर्वा’ उर्फ ‘दीपक’ रास्ते में ट्रैफिक जाम के दौरान गाड़ी से उतरे 2 सिपाहियों को चकमा देकर हथकड़ी सहित ही भाग गया। 

* 3 जून, 2023 को सहरसा (बिहार) के पुलिस थाने में बंद एक आरोपी ‘प्रमोद साह’ हथकड़ी सहित फरार हो गया।
* 1 सितम्बर, 2023 को मुरैना (मध्य प्रदेश) में अदालत में पेशी के बाद ट्रेन द्वारा धौलपुर वापस लाया जा रहा ‘बनिया गुर्जर’ उर्फ ‘अजीत’ गाड़ी धीमी होने पर अपनी सुरक्षा में तैनात सिपाहियों को उल्टी आने का नाटक करके एक सिपाही के साथ वाशबेसिन तक गया और फिर उसे चलती गाड़ी से नीचे धक्का देकर स्वयं भी हथकड़ी सहित छलांग लगा कर फरार हो गया। 
* 30 नवम्बर, 2023 को हाजीपुर (बिहार) में शराबबंदी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया एक कैदी ‘इंद्रजीत कुमार’ पुलिस को धक्का देकर हथकड़ी सहित फरार हो गया और पीछा करने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। 

* 30 नवम्बर, 2023 को ही छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) में अदालत से पेशी के बाद वापस जेल ले जाने के दौरान एक कैदी मोनू हथकड़ी छुड़ा कर फरार हो गया।
* 24 दिसम्बर, 2023 को रोहतास नगर (बिहार) थाना में हत्या तथा अन्य अनेक आपराधिक मामलों में बंद ‘बबलू फारूकी’ उर्फ ‘बबली’ पुलिस को चकमा देकर थाने की चारदीवारी फांदकर हथकड़ी सहित भाग निकला। 
* 26 जनवरी, 2024 को हरदा (छत्तीसगढ़) में अदालत में पेशी के बाद मोटरसाइकिल पर जिला जेल ले जाया जा रहा बलात्कार का आरोपी पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी सहित चलती मोटरसाइकिल से कूद कर भाग गया। 

* 31 जनवरी, 2024 को इंदौर (मध्य प्रदेश) जिला अदालत में पेशी के लिए लाया गया चोरी के मामले में गिरफ्तार ‘फैजल’ नामक आरोपी अदालत द्वारा उसका जेल वारंट काटे जाने की बात सुनते ही अपनी निगरानी में तैनात पुलिस जवानों को धक्का मार कर हथकड़ी समेत भाग निकला।
* 5 फरवरी, 2024 को जीरा (पंजाब) की अदालत में पेशी के बाद थाने में वापस लाए गए चोरी के आरोपी नवजोत उर्फ कालू को हथकड़ी लगाकर मैस के साथ बने कमरे में  बिठाया गया था, जहां से वह हथकड़ी निकाल कर सीढिय़ों के जरिए छत के रास्ते फरार हो गया। 

* 6 फरवरी, 2024 को बठिंडा (पंजाब) की थाना कोतवाली में चोरी के मामले में बंद एक चोर पुलिस को चकमा देकर हथकड़ी सहित कोतवाली से भाग निकला और नगर की एक से दूसरी तंग गली में पुलिस की दौड़ लगवाता रहा। मसीत वाली गली में अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर बावा नामक एक दुकानदार ने हिम्मत करके उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। 

* 7 फरवरी, 2024 को भोपाल (मध्य प्रदेश) की अदालत में पेशी के बाद अस्पताल में डाक्टरी जांच के लिए लाया गया बलात्कार का आरोपी ‘विष्णु अहिरवार’ पुलिस कर्मियों को चकमा देकर हथकड़ी सहित भाग गया। इनके अलावा भी न जाने ऐसी कितनी घटनाएं हुई होंगी जो प्रकाश में नहीं आईं। हालांकि ऐसी हर घटना के बाद प्रशासन द्वारा सुरक्षा प्रबंध पहले से अधिक मजबूत करने के दावे किए जाते हैं, पर उनका कोई परिणाम नजर नहीं आता। इन मामलों में पुलिस की गंभीर लापरवाही तो सामने आती ही है, ये मामले अपराधियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों की कारगुजारी पर भी सवालिया निशान लगाते हैं। अत: पुलिस विभाग में घर कर गई कमजोरियों को तुरंत दूर करने की जरूरत है।—विजय कुमार 

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