‘पल्ले नहीं दाने, अम्मां चली भुनाने’ ‘पाकिस्तान द्वारा मिसाइल परीक्षण’

Tuesday, Oct 31, 2023 - 06:16 AM (IST)

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को 3 अरब डालर की मदद देकर फिलहाल दीवालिया होने से तो बचा लिया है पर इसके बावजूद जारी वित्तीय संकट के कारण वहां भारी महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। अनिवार्य जीवनोपयोगी वस्तुओं की कमी हो जाने के कारण आम लोगों के लिए 2 समय का भोजन जुटाने के भी लाले पड़ गए हैं। आटे का गंभीर संकट पैदा हो गया है तथा मिल मालिकों द्वारा कीमतें बढ़ा देने के कारण 20 किलो आटे की बोरी 2850 से 3050 रुपए में बिक रही है। 

वहां पैट्रोल 330 रुपए लीटर तथा घरेलू रसोई गैस सिलैंडर की कीमत 3079 रुपए तक जा पहुंची है। ईंधन के संकट ने कर्ज में डूबी पाकिस्तान की सरकारी विमान सेवा ‘पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइंस’ भी बंद होने की कगार पर पहुंच गई है तथा 14 अक्तूबर के बाद से अब तक इसकी 300 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। यही नहीं, पाकिस्तान का आटो उद्योग भी संकट में फंस गया है तथा प्रमुख कार निर्माताओं होंडा, सुजूकी, इंडस आदि ने वहां निर्माण ही बंद कर दिया है। 

ऐसे हालात में पाकिस्तान के शासकों को अपने आर्थिक संकट से निजात पाने के लिए धन की बचत करने और देशवासियों की भोजन की समस्या सुलझाने की जरूरत है, परंतु वे फिजूल का खर्च टालने की बजाय मिसाइल परीक्षणों पर धन खर्च कर रहे हैं और इसी कड़ी में 24 अक्तूबर को वहां परमाणु हथियार ले जाने वाली ‘गौरी’ मिसाइल का परीक्षण किया गया। पाकिस्तान द्वारा एक सप्ताह के भीतर किया जाने वाला यह दूसरा मिसाइल परीक्षण है। इससे पहले पाकिस्तान ने ‘अबाबील बैलिस्टिक मिसाइल’ का परीक्षण किया था। इस स्थिति में तो यही कहा जा सकता है कि पाकिस्तान के शासक अपनी आॢथक कंगाली के बीच ‘लड़ाकू क्षमता’ बढ़ाने की बजाय जनता की परेशानियां दूर करने का प्रयास करें तो अच्छा होगा।—विजय कुमार   

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