‘पाकिस्तान की अपनी हालत खराब’ रच रहा भारत पर हमलों की साजिशें!

punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 04:17 AM (IST)

पाकिस्तान के शासकों की अदूरदर्शिता तथा वहां की सरकार पर सेना के जरनैलों की बढ़ती पकड़ के कारण देश में गरीबी, बेरोजगारी और अव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। पाकिस्तान की जनता महंगाई की चक्की में पिस रही है परंतु जनता की समस्याओं से आंखें मूंदे पाकिस्तान के शासक कल्याणकारी योजनाओं के लिए बजट में कटौती करके रक्षा बजट में अंधाधुंध वृद्धि कर रहे हैं। पाकिस्तान के 44.7 प्रतिशत लोग गरीबी की रेखा के नीचे जीवन बिता रहे हैं। पाकिस्तान में बेरोजगारी का हाल यह है कि वहां महत्वपूर्ण पेशों में से एक पेशा भीख मांगना बन गया है। पाकिस्तान की 23 करोड़ आबादी में लगभग 4 करोड़ लोग भीख मांग कर पेट पाल रहे हैं। पाकिस्तान का हर छठा व्यक्ति भिखारी है और वे विदेशों में भी भीख मांगने के लिए जाते हैं।

तीर्थ यात्रा की आड़ में पाकिस्तानी नागरिक ‘सऊदी अरब’, ‘ईराक’, ‘ईरान’, ‘मलेशिया’, ‘कतर’ व ‘ओमान’ आदि इस्लामी देशों में जाकर भीख मांगते हैं। पिछले अढ़ाई वर्षों में विदेशों से बड़ी संख्या में पाकिस्तानी भिखारियों को पकड़-पकड़ कर खदेड़ा गया है।  इसी कारण पाकिस्तान को ‘इंटरनैशनल भिखारी’ का खिताब मिल चुका है, सऊदी अरब के लोग पाकिस्तानियों को ‘ओए इधर आ’ जैसे संबोधनों से बुलाते हैं और भारतीयों को ‘जी’ कह कर। आर्थिक तंगी के कारण वहां सरकारी कर्मचारी वेतन तक के लिए तरस रहे हैं। शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को पिछलेे 28 महीनों से वेतन न मिलने के कारण वे लगातार सड़कों पर उतर कर धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी ओर भारत पर आतंकी हमलों की साजिशें रचते-रचते पाकिस्तान खुद भी आतंकवाद का शिकार होता जा रहा है। वर्ष 2006 से 2024 तक पाकिस्तान में 17,846 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 24,373 लोगों की मौत और 48,085 लोग घायल हुए।

* 20 अगस्त, 2024 को पाकिस्तान के ‘लक्की मरवत’ जिले में पुलिस की कार पर आतंकवादियों के हमले में 2 पुलिस कर्मी मारे गए। 
* 11 अक्तूबर, 2024 को ‘डेरा इस्माइल खां’ जिले में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर आतंकी हमले में 7 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई।  
* 7 नवम्बर, 2024 को ‘दक्षिण वजीरिस्तान’ में आतंकवादी हमलों में 4 सैनिकों और बच्चों सहित 7 लोग मारे गए।
* 21 दिसम्बर, 2024 को ‘खैबर पख्तूनख्वा’ प्रांत के दक्षिणी ‘वजीरिस्तान’ जिले में सेना की एक चौकी पर आतंकवादी हमले में 16 सैनिक मारे गए। 
* और अब 11 नवम्बर, 2025 को ‘इस्लामाबाद’ में एक अदालत के बाहर आत्मघाती बम विस्फोट में 12 लोगों की मौत और 26 अन्य घायल हो गए। इसी दिन ‘खैबर पख्तूनख्वा’ में तालिबान आतंकवादियों द्वारा किए गए आई.ई.डी. विस्फोट में कम से कम 16 सैनिक घायल हो गए ।

‘खैबर पख्तूनख्वा’ प्रांत में ‘तहरीक-ए-तालिबान’ ने अपनी पकड़ मजबूत करके कई सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया है। बलूचिस्तान तथा सिंध प्रांतों में पहले ही पाकिस्तान सरकार के विरुद्ध आंदोलन चल रहे हैं।  ऐसे हालात के बीच पाकिस्तान का आर्मी चीफ ‘असीम मुनीर’ अब भारतीय सेना पर हमले की साजिश रच रहा है। पाक सेना के एक पूर्व अधिकारी ‘आदिल रजा’ के अनुसार वह ‘चीन’ को खुश करने के लिए भारतीय सेना पर बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है। पाकिस्तान के शासकों ने 10 नवम्बर को दिल्ली में बम धमाके करवाकर एक बार फिर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं और कदम-कदम पर भारत से शत्रुता मोल लेकर अपने ही पैरों पर स्वयं कुल्हाड़ी मार रहा है।  वहां हालत इतनी खराब है कि दिल्ली में हमले के बाद 11 नवम्बर को पाकिस्तान शेयर बाजार का ‘कराची इंडैक्स’ करीब 3600 अंक लुढ़क गया जिससे पाकिस्तानियों के 32000 करोड़ रुपए डूब गए।  अत: पाकिस्तानी शासकों का भला इसी में है कि वे भारत के विरुद्ध हमलों की साजिशें रचने की बजाय अपने घर के हालात ठीक करने की ओर ध्यान दें। पाकिस्तान भी कभी भारत का ही हिस्सा था और वहां हालात ठीक होने से वहां के लोगों को भी चैन से जीना नसीब होगा।—विजय कुमार 


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