अब महिलाएं भी करने लगीं नशे की तस्करी व अन्य अपराध

Wednesday, Feb 06, 2019 - 12:46 AM (IST)

आमतौर पर ऐसा समझा जाता था कि महिलाएं नशा नहीं करती हैं और इसकी घोर विरोधी हैं परंतु अब बदलते माहौल में न सिर्फ अनेक महिलाएं स्वयं नशा करने लगी हैं बल्कि अपनी बढ़ती जरूरतों की पूर्ति के लिए स्वयं नशे की तस्करी एवं अन्य अपराधों में संलिप्त होने लगी हैं जिसके मात्र एक महीने के उदाहरण निम्र में दर्ज हैं :

  • 05 जनवरी को जालंधर में 2 महिलाओं और 2 पुरुषों को गिरफ्तार करके उनकी कार में रखे टैडीबियर तथा संतरे के जूस के डिब्बे से 2 किलो हैरोइन जब्त की गई।
  • 06 जनवरी को चंडीगढ़ में एक महिला नशा तस्कर के कब्जे से 250 ग्राम चरस बरामद की गई।
  • 06 जनवरी को लोनी में ट्रानिका सिटी पुलिस ने 2 महिला तस्करों को गिरफ्तार करके उनसे आधा किलो नशीला पाऊडर पकड़ा।
  • 07 जनवरी को सितारगंज पुलिस ने 1 लाख रुपए मूल्य की 950 ग्राम चरस के साथ एक महिला सहित तीन तस्कर काबू किए।
  • 11 जनवरी को बेरमो (बोकारो) पुलिस ने दो महिलाओं को मानव तस्करी के आरोप में पकड़ा जिन्होंने नौकरी दिलाने के बहाने एक महिला का अपहरण करके उसे किसी व्यक्ति को बेच दिया था।
  • 11 जनवरी को ऋषिकेश पुलिस ने 8 महिलाओं को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से शराब के 400 पौवे जब्त किए।
  • 14 जनवरी को मोलेखाल (अलमोड़ा) पुलिस ने एक महिला और तीन युवकों को गिरफ्तार करके सवा तीन लाख रुपए मूल्य का गांजा पकड़ा।
  • 20 जनवरी को बंगाल के भारत-भूटान सीमा पर स्थित जय गांव नामक गांव में 8 लाख रुपए की नशीली दवाओं के साथ एक महिला सहित तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
  • 23 जनवरी को बंगाल में सियालदा पुलिस ने लोकल ट्रेन से एक बच्चे का अपहरण करके ले जा रही एक मानव तस्कर महिला को पकड़ा।
  • 25 जनवरी को ब्यास की पुलिस ने एक पुरुष व महिला को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 8 ग्राम हैरोइन और 50 ग्राम अफीम जब्त की।
  • 28 जनवरी को लुधियाना पुलिस ने एक महिला और एक पुरुष के  कब्जे से 180 ग्राम हैरोइन जब्त की।
  • 29 जनवरी को सारंगपुर पुलिस ने एक महिला तस्कर को 10 ग्राम हैरोइन के साथ गिरफ्तार किया।
  • 30 जनवरी को जौनपुर सिटी स्टेशन से पुलिस ने लाखों रुपए मूल्य के 500 कछुओं के साथ एक महिला तस्कर को पकड़ा।
  • 30 जनवरी को मजीठा पुलिस ने एक महिला सहित 3 लोगों को गिरफ्तार करके उनसे एक कार और 250 ग्राम नशीला पाऊडर बरामद किया।
  • 31 जनवरी को सीकर पुलिस ने एक महिला तस्कर के कब्जे से शराब के 10 कार्टन बरामद किए। 
  • 01 फरवरी को पटियाला पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में 2014 से भगौड़े चले आ रहे हरियाणा के रईस को 3 किलो 400 ग्राम अफीम, लग्जरी कार और एक महिला के साथ पकड़ा।
  • 02 फरवरी को संगरूर पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 200 नशीली गोलियां जब्त कीं।
  • 03 फरवरी को मोगा पुलिस ने एक युवक को विदेश भेजने का झांसा देकर उससे 36 लाख रुपए ठगने के आरोप में 2 महिला ट्रैवल एजैंटों के विरुद्ध केस दर्ज किया।

उक्त घटनाओं से स्पष्ट है कि समाज विरोधी तत्व अब नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए महिलाओं का सहारा लेने लगे हैं क्योंकि सामान्यत: महिलाओं पर कोई शक नहीं करता।चंद महिलाओं के ऐसे कृत्यों से समूची नारी जाति बदनाम हो रही है जो विलासितापूर्ण जीवन बिताने की इच्छा परंतु संसाधनों की कमी के कारण शीघ्र अमीर बनने की चाह में उनके अपराध जगत में प्रवेश करने का परिणाम है।

पंजाब-हिमाचल सीमा पर हैरोइन की तस्करी में तो महिलाओं ने पुरुषों को भी पीछे छोड़ दिया है तथा हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में 6 महीनों में 30 से अधिक महिलाएं शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार की गईं। कोई समय था जब पुलिस महिलाओं पर संदेह नहीं करती थी परंतु अब लगभग समूचे देश में ही नशीले पदार्थों की तस्करी के अलावा चोरी-चकारी और बच्चों के अपहरण तक में महिलाओं की बड़ी संख्या में संलिप्तता पाए जाने के बाद अब बड़ी संख्या में महिलाएं पुलिस अधिकारियों के शिकंजे में आने लगी हैं।    —विजय कुमार

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