अब अदालतों और पुलिस परिसरों में भी होने लगीं चोरियां

Friday, Feb 03, 2023 - 04:47 AM (IST)

कुछ समय से देश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। एक ओर आम लोगों के विरुद्ध अपराध जोरों पर हैं तो दूसरी ओर अदालतें तथा पुलिस थाने जैसे अति सुरक्षा वाले सरकारी परिसर भी सुरक्षित नहीं रहे। 31 जनवरी को गोवा में ‘अलटिन्हो’ स्थित जिला एवं सत्र अदालत परिसर से कोई चोर वहां 2 अलमारियों में विभिन्न मामलों में सबूत के तौर पर जब्त करके रखी गई नकद राशि और सोना आदि चुरा कर फरार हो गया। 

पुलिस के अनुसार चोर इमारत की पीछे की एक खिड़की तोड़ कर कमरे में दाखिल हुआ तथा उसने यह वारदात पेचकस की सहायता से वहां रखी अलमारियां खोल कर अंजाम दी। मजेदार बात यह है कि चोर सिर्फ नए प्रचलित करंसी नोट ही लेकर गया तथा उसने उन्हीं अलमारियों में रखे नोटबंदी के कारण अप्रचलित हो चुके पुराने करंसी नोटों को छुआ तक नहीं। प्रारंभिक जांच और सी.सी.टी.वी. कैमरों की रिकार्डिंग देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि दिन के समय ही इस घटना को अदालत परिसर की जानकारी रखने वाले भेदिए ने अंजाम दिया जो और भी गंभीर बात है। 

उल्लेखनीय है कि पिछले समय के दौरान देश के विभिन्न पुलिस परिसरों में भी चोरी की अनेक घटनाएं हुई हैं। ऐसी ही एक घटना गत वर्ष 11 नवम्बर को कानपुर (उत्तर प्रदेश) की न्यू आजाद नगर पुलिस चौकी में हुई। उस समय जब चौकी इंचार्ज सुधाकर पांडे से लेकर चौकी में तैनात पुलिस कर्मचारी ड्यूटी देने की बजाय सो रहे थे, चोर वहां से चौकी इंचार्ज की सरकारी पिस्तौल और 10 कारतूस लेकर फरार हो गए। इसी प्रकार गत वर्ष 27 दिसम्बर को पानीपत (हरियाणा) की पुलिस लाइन में चोर 2 सहायक सब इंस्पैक्टरों के मकानों के ताले तोड़ कर भारी मात्रा में सोना और नकद राशि ले उड़े। 

उक्त उदाहरणों से जहां अदालतों और पुलिस परिसरों तक में सुरक्षा व्यवस्था तथा वहां तैनात कर्मचारियों की कत्र्तव्य परायणता पर प्रश्रचिन्ह लग रहे हैं, वहीं लोगों का यह भी कहना है कि यदि सरकार अपनी अदालतों और पुलिस परिसरों की ही सुरक्षा नहीं कर सकती तो फिर उससे आम लोगों के जान-माल की सुरक्षा की कैसे आशा की जा सकती है।—विजय कुमार 

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