चंद पुलिस कर्मियों की करतूतें ‘बन रहीं पूरे पुलिस विभाग की बदनामी का कारण’

Tuesday, Mar 21, 2023 - 05:43 AM (IST)

हालांकि पुलिस विभाग पर लोगों की सुरक्षा का जिम्मा होने के नाते इसके सदस्यों से अनुशासित होने की उम्मीद की जाती है परन्तु आज देश में चंद पुलिस कर्मी अपने गलत कृत्यों से आलोचना के पात्र बनने के साथ-साथ अपने विभाग की बदनामी का कारण बन रहे हैं जिसके मात्र एक महीने के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

  • 20 फरवरी को पुणे पुलिस ने शोलापुर के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में तैनात एक ए.एस.आई. को उसके विरुद्ध लगाया गया बलात्कार का आरोप वापस लेने के लिए एक महिला को धमकाने के आरोप में केस दर्ज किया।
  • 21 फरवरी को ग्वालियर में अपराध शाखा के स्टाफ ने नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान जब एक कार रोक कर उसकी तलाशी ली तो कार  सवार 2 लोगों से 15 किलो गांजा बरामद हुआ। इनमें से एक ग्वालियर के ‘वि.वि. पुलिस थाने में’ तैनात कांस्टेबल ‘आकाश धाकड़’ निकला जो घरेलू काम के बहाने ड्यूटी से छुट्टी लेकर गांजा तस्करी कर रहा था। 
  • 1 मार्च को आनंद विहार-अगरतला तेजस एक्सप्रैस के फस्र्ट क्लास ए.सी. डिब्बे में अपने मंगेतर के साथ पटना जा रही स्विट्जरलैंड की युवती के साथ आर.पी.एफ. के सिपाही जितेंद्र ने अभद्रता कर डाली। 
  • जब वह टायलैट जाने के लिए उठी तो उसके बाहर खड़े सिपाही जितेंद्र ने उसका हाथ पकड़ कर जबरदस्ती टायलैट के अंदर खींच कर उसका चुंबन लेने की कोशिश की जिसे कानपुर सैंट्रल स्टेशन पर गाड़ी के रुकते ही गिरफ्तार कर लिया गया। 
  • 8 मार्च को सोशल मीडिया पर झारखंड के गोड्डा जिले में ‘महागामा’ थाने का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक मेज पर चखना (नमकीन) और शराब की बोतलें दिखाई दे रही थीं तथा 5 शराबी पुलिस कर्मचारी गैर जिम्मेदाराना ढंग से व्यवहार करते हुए थाने को एक मयखाने का रूप देकर शराब पीने के साथ-साथ अश्लील भोजपुरी गीतों पर अपने सिर पर शराब से भरे गिलास रख कर नाच रहे थे। 
  • इस घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने उक्त पांचों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। इनमें 2 ए.एस.आई. तथा 3 कांस्टेबल हैं।
  • 8 मार्च को ही जयपुर (राजस्थान) में नशे में धुत्त कुछ पुलिस कर्मियों ने अपने थाने में पैट्रोल से होली खेली तथा वहां तैनात एक कांस्टेबल के गुप्तांग पर पैट्रोल की एक पूरी बोतल उंडेल दी जिससे संबंधित कांस्टेबल बेहोश हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
  • 10 मार्च को भ्रष्टïाचार निरोधक ब्यूरो, करनाल की टीम ने ओवरलोड ट्रकों को पास करने के आरोप में एक एस.एच.ओ. को 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
  • 10 मार्च को ही पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने सिविल लाइन थाना पटियाला में तैनात एक ए.एस.आई. बलराज सिंह को शिकायतकत्र्ता से 8500 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। 
  • 12 मार्च को भ्रष्टïाचार निरोधक विभाग ने यमुनानगर के छछरौली पुलिस थाने में तैनात एस.पी.ओ. संजीव कुमार को 10,500 रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। 
  • 12 मार्च को खरड़ पुलिस के एक कांस्टेबल को एक महिला स्नैचर को भागने में मदद करने और बाद में चंडीगढ़ के एक होटल में उससे बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद निलंबित किया गया।
  • 17 मार्च को सी.आई.ए.-2 टीम, हांसी ने उत्तर प्रदेश में जमीन में मिली 13 धातुओं वाली 4 किलोग्राम वजनी प्राचीन बुद्ध प्रतिमा 5 युवकों से जब्त करके पिघलवा दी और 8 छोटे बिस्कुट बनवा लिए। इस संबंध में  हांसी सी.आई.ए.-2 के 7 कर्मचारियों को निलंबित किया गया। 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पुलिस बल के चंद सदस्य अपनी गैर जिम्मेदाराना हरकतों से उपहास के पात्र बन चुके हैं। पुलिस कर्मचारियों का इस प्रकार का लापरवाही भरा और गलत आचरण आपत्तिजनक व दंडनीय होने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी खतरा सिद्ध हो सकता है। अत: ऐसा करने वाले पुलिस कर्मियों का निलंबन ही काफी नहीं, उन्हें कठोर और शिक्षाप्रद दंड देने की आवश्यकता है ताकि दूसरों को भी इससे नसीहत मिले और वे इस तरह का आचरण करने से संकोच करें। -विजय कुमार 

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